शिवराज सिंह चौहान ने कार्यकर्ताओं के साथ दी सामूहिक गिरफ्तारी, कहा- अंतिम सांस तक लड़ता रहूंगा किसानों के हक की लड़ाई
By लोकमत समाचार ब्यूरो | Published: August 28, 2019 06:03 AM2019-08-28T06:03:55+5:302019-08-28T06:03:55+5:30
शिवराज सिंह चौहान ने किसानों की विभिन्न मांगों को लेकर कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर सामूहिक गिरफ्तारी दी. चौहान ने कहा कि कमलनाथ सरकार ने बहुत बड़े-बड़े वादे किए लेकिन पूरे एक भी नहीं हुए.
मध्य प्रदेश में जगह-जगह सोयाबीन की फसलों में अफलन की स्थिति है. ऐसे में कमलनाथ सरकार की ड्यूटी है कि वह तत्काल सर्वे कराएं और किसानों को मुआवजे और राहत की राशि उपलब्ध कराए. मैं मध्यप्रदेश के किसानों की समस्या को लेकर चिंतित और उनके हक की लडाई लडने के लिए तत्पर हूं. मैं अपनी अंतिम सांस तक किसानों के हक की लड़ाई लड़ता रहूंगा. यह बात भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष, पूर्व मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने आगर मालवा के बड़ौद में किसान आक्रोश रैली को संबोधित करते हुए कही.
चौहान ने किसानों की विभिन्न मांगों को लेकर कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर सामूहिक गिरफ्तारी दी. चौहान ने कहा कि कमलनाथ सरकार ने बहुत बड़े-बड़े वादे किए लेकिन पूरे एक भी नहीं हुए. सोयाबीन की फसल खराब होने के कारण प्रदेश के किसान बेहाल हैं. प्रदेश सरकार ने अभी तक किसानों के हित में कोई निर्णय नहीं लिया है.
उन्होंने कहा कि भाजपा के लिए किसान भगवान है. किसानों की तकलीफों को हमने दूर करने का काम किया था, परंतु कमलनाथ सरकार आते ही किसान की दुर्दशा किसी से छिपी नहीं है. प्रदेश सरकार ने किसानों को बर्बाद करने का काम किया है.
पूर्व मुख्यमंत्री चौहान ने सोयाबीन के किसानों की बर्बाद फसलों के मुआवजे और फसल बीमा योजना की राशि एवं 2 लाख रुपये की कर्जमाफी की मांग को लेकर कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर पार्टी कार्यकर्ताओं और किसानों के साथ सामूहिक गिरफ्तारी दी. उन्होंने कहा कि सरकार किसानों के दर्द को समझे और 40 हजार रुपए प्रति हेक्टेयर मुआवजा राशि और फसल बीमा योजना का भी पैसा दे. साथ ही 2 लाख रुपए तक कर्ज माफी का भी अपना वादा पूरा करे.
उन्होंने कहा कि समय रहते अगर सरकार किसानों की मांगों को पूरा नहीं करती है तो किसानों के साथ यह फसलें अब मंत्रालय में उनके सामने रखूंगा और मुआवजे की मांग करूंगा. उन्होंने कहा कि किसान पीडित है, सरकार उसकी सुध ले. जो फसलें खराब हुई है उसका सर्वे कराए और मुआवजा दे. उन्होंने कहा कि एक हफ्ते के अंदर अगर सर्वे नहीं हुआ तो कांग्रेस के मंत्री जहां भी जाएंगे, वहां उनका घेराव होगा.
मामा मुख्यमंत्री होता तो उतार देता हेलीकॉप्टर
पूर्व मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि किसानों ने अपने खेतों में खाद, बीज, पानी और दवा डाली परंतु सब बर्बाद हो गया. एक तरफ कमलनाथ ने कर्जमाफी का ढिंढोरा पीटा तो दूसरी तरफ किसानों की उधार लेकर उगाई सोयाबीन फसल बर्बाद हो गयी. उन्होंने बताया कि बीते दिनों इंदौर प्रवास के दौरान रास्ते में आष्टा, देवास के किसान मिले, उन्होंने अपनी बर्बाद फसल दिखाते हुए कहा कि मामा मुख्यमंत्री होता तो अब तक हैलीकॉप्टर उतार देते.