मध्य प्रदेश: भोपाल के अस्पताल में आग लगने से चार नवजात बच्चों की मौत, 36 बच्चों को बचाया गया
By विशाल कुमार | Published: November 9, 2021 07:17 AM2021-11-09T07:17:07+5:302021-11-09T07:28:37+5:30
अधिकारियों ने कहा कि आग एक सामान्य वार्ड और एक एनआईसीयू वार्ड में लगी. उन्होंने कहा कि वार्ड में 40 में से 36 शिशुओं को बचा लिया गया, जबकि चार की पहले से ही गंभीर हालत में आग लगने से मौत हो गई.
भोपाल: भोपाल के सरकारी कमला नेहरु बाल चिकित्सालय (हमीदिया अस्पताल परिसर) में सोमवार रात को अस्पताल की तीसरी मंजिल के वार्ड में आग लगने से वहां भर्ती कम से कम चार नवजात बच्चों की मौत हो गई.
अधिकारियों ने कहा कि आग एक सामान्य वार्ड और एक एनआईसीयू वार्ड में लगी. उन्होंने कहा कि वार्ड में 40 में से 36 शिशुओं को बचा लिया गया, जबकि चार की पहले से ही गंभीर हालत में आग लगने से मौत हो गई.
#UPDATE | Death toll in fire at children's ward of Kamla Nehru Hospital in Bhopal rises to four
— ANI (@ANI) November 8, 2021
"There were 40 children in the ward out of which 36 are safe. Ex gratia of Rs 4 lakhs will be given to parents of each deceased," says Medical Education Minister Vishvas Sarang pic.twitter.com/4FhcncWtfN
चिकित्सा स्वास्थ्य एवं शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने कहा कि प्रथमदृष्टया आग लगने का कारण शॉर्ट सर्किट है. इसके साथ ही जब वह मौके पर पहुंचे तो बिजली जा चुकी थी और पूरा वार्ड धुएं से भरा था जिससे कुछ दिखाई नहीं दे रहा था.
उन्होंने कहा कि हमारी प्राथमिकता शिशुओं को बचाना था और हमने उन्हें अपने हाथों से बगल के वार्ड में पहुंचाया. वे कम वजन के बच्चे थे जिन्हें गंभीर हालत में भर्ती कराया गया था.
मौके पर मौजूद भोपाल के कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद ने कहा कि एक ही इमारत में यह दूसरी घटना है. जांच के आदेश दे दिए गए हैं लेकिन इन घटनाओं के कारणों की पूरी जांच होनी चाहिए और जिम्मेदार लोगों को सजा मिलनी चाहिए.
इससे पहले मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इसकी पुष्टि करते हुए ट्वीट किया था कि अस्पताल के बाल वार्ड में आग की घटना बेहद दुखद है. बचाव कार्य तेजी से हुआ, आग पर काबू पा लिया गया, लेकिन दुर्भाग्यवश पहले से गंभीर रुप से बीमार होने पर भर्ती तीन बच्चों को नहीं बचाया जा सका.
उन्होंने कहा कि भोपाल के कमला नेहरु अस्पताल के बाल वार्ड में आग की घटना दुखद है. घटना की उच्च स्तरीय जांच के निर्देश दिए गए हैं। जांच अतिरिक्त मुख्य सचिव स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा मोहम्मद सुलेमान द्वारा की जाएगी.
परिवार के लोग अपने बच्चों की तलाश में अस्पताल के बाहर नजर आए. फतेहगढ़ दमकल केंद्र के प्रभारी जुबेर खान ने बताया कि सोमवार रात करीब नौ बजे अस्पताल की इमारत की तीसरी मंजिल पर आग लग गई. मौके पर दमकल की करीब 8-10 गाड़ियां पहुंची और आग पर काबू पाया गया.