Chandra Grahan 2020: आज लग रहा है चंद्रग्रहण, जानिए भारत में कहां-कब-कैसे देखा जा सकता है, पढ़ें पूरी डिटेल
By गुणातीत ओझा | Published: June 5, 2020 07:19 AM2020-06-05T07:19:30+5:302020-06-05T08:47:30+5:30
आज शुक्रवार की रात चंद्रग्रहण लगने जा रहा है। उपछाया चंद्र ग्रहण रात में 11 बजकर 11 मिनट से शुरू होगा। वहीं, रात में 2 बजकर 34 मिनट पर खत्म हो जाएगा।
नई दिल्ली। साल 2020 में दूसरा चंद्र ग्रहण आज 5 जून को लगेगा। इसे उपछाया चंद्र ग्रहण भी कहा जा रहा है। उपछाया चंद्र ग्रहण, यानि धार्मिक लिहाज से इसे ज्यादा मान्यता हासिल नहीं है। आज शुक्रवार को लगने वाला उपछाया चंद्र ग्रहण रात में 11 बजकर 11 मिनट से शुरू होगा। वहीं, रात में 2 बजकर 34 मिनट पर खत्म हो जाएगा। बताते चलें कि उपछाया चंद्र ग्रहण होने के कारण सामान्य चांद और ग्रहण में अंतर कर पाना मुश्किल होगा। ग्रहण के समय चंद्रमा के आकार में कोई परिवर्तन नहीं होगा। इसकी छवि कुछ मलिन हो जाएगी। यानी चांद इस दौरान मटमैला दिखाई देगा। इसे खुली आंखों से देखा जा सकेगा। 10 जनवरी को भी ऐसा ही चंद्र ग्रहण लगा था। आइए आपको बताते हैं कि यह चंद्र ग्रहण कब और कहां दिखेगा और भारत में इसका कितना असर होगा।
भारत के अलावा और कहां दिखेगा यह चंद्र ग्रहण
आज लगने वाला चंद्र ग्रहण एशिया, ऑस्ट्रेलिया और अफ्रीका में दिखाई देगा। भारत में भी यह ग्रहण तय समय पर दिखाई देगा लेकिन उपछाया ग्रहण होने की वजह से यहां किसी भी तरह के धार्मिक कार्य नहीं रोके जाएंगे। यह चंद्र ग्रहण रात तकरीबन सवा 11 बजे से ढाई बजे तक रहेगा। इसकी कुल अवधि करीब तीन घंटे रहेगी।
जानें क्या होता है उपछाया चंद्र ग्रहण
आज के चंद्र ग्रहण को उपछाया चंद्र कहा जा रहा है। चंद्र ग्रहण के शुरू होने से पहले चंद्रमा धरती की उपछाया में प्रवेश करता है। जब चंद्रमा पृथ्वी की वास्तविक छाया में प्रवेश किए बिना ही बाहर निकल आता है तो उसे उपछाया चंद्र ग्रहण कहते हैं। चंद्रमा जब धरती की वास्तविक छाया में प्रवेश करता है, तभी उसे पूर्ण रूप से चंद्रग्रहण माना जाता है।
क्या होता है चंद्रग्रहण?
जब सूर्य और चंद्रमा के बीच पृथ्वी आ जाती है तो इसे चंद्रग्रहण कहते हैं। जब सूर्य, पृथ्वी और चंद्रमा एक सरल रेखा में होते हैं तो चंद्रग्रहण की स्थिति होती है। चंद्र ग्रहण एक खगोलीय स्थिति है। जब पृथ्वी सूर्य और चंद्रमा के बीच में आ जाती है और जब चंद्रमा धरती की छाया से निकलता है तो चंद्र ग्रहण लगता है। जब पृथ्वी सूर्य की किरणों को पूरी तरह से रोक लेती है तो उसे पूर्ण चंद्र ग्रहण कहते हैं लेकिन जब चंद्रमा का सिर्फ एक भाग छिपता है तो उसे आंशिक चंद्र ग्रहण कहते हैं।
कहां देख सकते हैं
टेलिस्कोप की मदद से देखने से यह चंद्र ग्रहण साफ-साफ दिखेगा। इसे www.virtualtelescope.eu पर वर्चुअल टेलिस्कोप की मदद से देखा जा सकता है। इसे यूट्यूब चैनल CosmoSapiens, Slooh पर लाइव भी देखा जा सकता है।