लखनऊ के युवक ने खा लिया था जहर, फेसबुक से मिले अलर्ट के बाद यूपी पुलिस ने बचाई जान, जानें पूरा मामला
By विनीत कुमार | Published: September 9, 2022 12:02 PM2022-09-09T12:02:12+5:302022-09-09T12:07:05+5:30
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में पुलिस ने जहर खाकर आत्महत्या की कोशिश कर रहे युवक की जान बचा ली। पुलिस सही मौके पर पहुंची और युवक को अस्पताल में भर्ती कराया। पुलिस को युवक के आत्महत्या की कोशिश की जानकारी फेसबुक से मिली थी।
लखनऊ: सोशल मीडिया के आज के दौर में एक धारणा ये भी है कि ऐसे प्लेटफॉर्म समय की बर्बादी हैं। हालांकि, इसी सोशल मीडिया ने उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में मेडिकल की तैयारी में जुटे एक उम्मीदवार की जान बचा ली।
लखनऊ में यूपी पुलिस के सोशल मीडिया विंग को दरअसल फेसबुक से एक एसओएस (अलर्ट संदेश) मिला। इसके बाद पुलिस हरकत में आई और जहर खा चुके युवक को मौके पर पहुंचकर अस्पताल में भर्ती कराया। इससे उसकी जान बच गई। युवक पिछले कुछ सालों से NEET की तैयारी में जुटा है और सफलता हासिल नहीं कर पाने की वजह से हताश था।
न्यूज एजेंसी आईएएनएस की एक रिपोर्ट के अनुसार यूपी पुलिस और सोशल मीडिया कंपनी फेसबुक के बीच पुलिस को समय पर सतर्क करने और आत्महत्या के मामलों को रोकने के लिए एक समझौता भी पहले ही किया गया था। इसी के मद्देनजर फेसबुक की ओर से ये एसओएस आया था।
इस समझौते में फेसबुक द्वारा पुलिस को रीयल-टाइम अलर्ट की बात कही गई है, खासकर ऐसे मौके पर जब कोई व्यक्ति आत्महत्या के इरादे से सोशल मीडिया पर कुछ पोस्ट करता है। ऐसे में सोशल मीडिया कंपनी पुलिस नियंत्रण कक्ष को तत्काल अलर्ट भेजती है।
अतिरिक्त महानिदेशक (कानून और व्यवस्था) प्रशांत कुमार ने बताया, 'एसओएस अलर्ट के बाद, सूचना तुरंत लखनऊ पुलिस आयुक्तालय को भेजी गई और मामले पर काम करने के लिए कहा गया। हमने सभी पुलिसकर्मियों को आत्महत्या से संबंधित सोशल मीडिया पोस्ट पर तुरंत एक्शन लेने और ऐसी पोस्ट करने वाले लोगों के जीवन को बचाने का निर्देश दिया है। फेसबुक ने हमारे साथ भागीदारी की है ताकि हम ऐसे मामलों में हम तुरंत एक्शन ले सकें।
पुलिस के अनुसार जैसे ही 29 वर्षीय व्यक्ति ने अपना जीवन खत्म करने संबंधी संदेश पोस्ट किया तो तुरंत पुलिस की ओर से मदद भेजी गई। पुलिस ने कहा कि युवक ने अपनी गलती स्वीकार की और कहा कि इसे वह फिर नहीं नहीं दोहराएगा।
एडिशनल सीपी चिरंजीव नाथ सिन्हा ने बताया, 'युवक ने कहा कि उसने एनईईटी परीक्षा को क्रैक करने में असफल होने की वजह से हुए तनाव बाद ऐसा कदम उठाया। हमने उसे सलाह दी कि यह जीवन का अंत नहीं है। हमने उसे पुलिस मोबाइल नंबर भी किया है और उससे कहा है जब भी समस्या हो, तो बेझिझक फोन करे।'