Lokmat Parliamentary Awards 2019: उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने कहा- 'तत्काल न्याय और न्याय में देरी दोनों ही ठीक नहीं'

By विनीत कुमार | Published: December 10, 2019 08:39 PM2019-12-10T20:39:33+5:302019-12-10T20:39:33+5:30

उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने मीडिया को भी ब्रेकिंग न्यूज की आपाधापी से बचने की नसीहत दी। नायडू ने कहा कि मीडिया को टीआरपी रेस से बचते हुए न्यूज और व्यूज में अंतर को समझना होगा।

Lokmat Parliamentary Awards 2019: Vice President Venkaiah Naidu says you cant have instant justice nor constant delays | Lokmat Parliamentary Awards 2019: उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने कहा- 'तत्काल न्याय और न्याय में देरी दोनों ही ठीक नहीं'

तत्काल न्याय और न्याय में देरी दोनो ही ठीक नहीं: उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू

Highlightsआप तत्काल न्याय नहीं कर सकते और न ही लगातार न्याय में देरी ठीक है: उपराष्ट्रपतिसंविधान के हिसाब से पूरी होनी चाहिए सभी प्रक्रिया, जल्दबाजी नें किसी निर्णय पर पहुंचना ठीक नहीं

Lokmat Parliamentary Awards 2019: उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने तत्काल न्याय को लेकर हाल के दिनों में हो रही चर्चा पर कहा है कि इससे बचना चाहिए देश में सबकुछ संविधान के हिसाब से होना चाहिए। वेंकैया नायडू ने लोकमत संसदीय पुरस्कार के आयोजन के मौके पर कहा कि देश संविधान के हिसाब से चले इसमें मीडिया से लेकर न्यायपालिका सभी को साथ चलने की जरूरत है। 

उपराष्ट्रपति ने कहा कि हर क्षेत्र में संविधान का पालन किया जाना चाहिए। नायडू ने कहा, 'इन दिनों तत्काल न्याय की बात हो रही है। आप तत्काल न्याय नहीं कर सकते और न ही लगातार न्याय में देरी ठीक है। तत्काल न्याय और न्याय में देरी, ये दोनों नहीं हो सकते। आपको केस रजिस्टर करना होगा, जांच पूरी करनी होगी और न्यायिक प्रक्रिया को पूरा करना होगा। यही पूरे सिस्टम के लिए सही तरीका है।'   

उपराष्ट्रपति ने कहा, 'हम एक संवैधानिक देश में रहते हैं और हमें पूरी प्रक्रिया का पालन करना होगा। जल्दबाजी नें किसी निर्णय पर पहुंचना ठीक नहीं है। हमें देखना होगा कि देरी को टाला जा सके।'

उपराष्ट्रपति ने मीडिया को भी ब्रेकिंग न्यूज की आपाधापी से बचने की नसीहत दी। नायडू ने कहा कि मीडिया को टीआरपी रेस से बचते हुए न्यूज और व्यूज में अंतर को समझना होगा। उपराष्ट्रपति ने साथ ही अपने भाषण में फेक न्यूज का मुद्दा उठाते हुए कहा कि आम लोगों को भी इसे लेकर सतर्क रहने की जरूरत है।

इससे पहले उपराष्ट्रपति ने लोकमत पार्लियामेंटेरियन अवॉर्ड की तीसरी श्रृंखला के तहत विभिन्न वर्गों में 8 उत्कृष्ठ सांसदों को पुरस्कृत किया। सांसदों के नाम का चयन शरद पवार की अध्यक्षता वाली 9 सदस्यीय एक विशेष ज्यूरी ने किया। इस पुरस्कार के लिए चार लोकसभा सांसदों और इतने ही राज्य सभा सांसदों का चयन हुआ।

चुनिंदा सांसदों को जिन श्रेणियों में पुरस्कार दिया गया उनमें लोकसभा एवं राज्यसभा से लाइफटाइम अचीवमेंट अवॉर्ड, सर्वश्रेष्ठ सांसद, सर्वश्रेष्ठ महिला सांसद और प्रथम बार संसद पहुंची सर्वश्रेष्ठ महिला सांसद शामिल हैं। 

बता दें कि लोकमत संसदीय पुरस्कार-2019 के तहत लाइफ टाइम अचीवमेंट अवॉर्ड (लोकसभा) मुलायम सिंह यादव को दिया गया। वहीं, बेस्ट पार्लियामेंट्री ऑफ द ईयर अवॉर्ड (लोकसभा) से टीएमसी के सौगत राय को पुरस्कृत किया गया। सर्वश्रेष्ठ महिला पार्लियामेंट्री ऑफ द ईयर अवॉर्ड से सुप्रिया सुले को नवाजा गया जबकि बेस्ट डेब्यू विमन पार्लियामेंट्री ऑफ द ईयर अवॉर्ड भारती प्रवीण पवार को मिला।

ऐसे ही राज्य सभा से लाइफ टाइम अचीवमेंट अवॉर्ड मनमोहन सिंह को दिया गया। साथ ही बेस्ट पार्लियामेंट्री ऑफ द ईयर अवॉर्ड (राज्य सभा) तिरुचि शिवा और बेस्ट विमन पार्लियामेंट्री ऑफ ईयर द अवॉर्ड (राज्य सभा) जेडीयू की कहकशां परवीन को मिला। राज्य सभा से बेस्ट डेब्यू विमन पार्लियामेंट्री ऑफ द ईयर का अवॉर्ड विप्लव ठाकुर को दिया गया।

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