सपा में शामिल हुईं पूनम सिन्हा, लखनऊ से राजनाथ सिंह के खिलाफ लड़ेंगी चुनाव
By स्वाति सिंह | Published: April 16, 2019 03:43 PM2019-04-16T15:43:43+5:302019-04-16T16:27:40+5:30
लोकसभा चुनाव 2019: पूनम सिन्हा सपा के टिकट पर लखनऊ में गृह मंत्री राजनाथ सिंह के खिलाफ चुनाव लड़ेंगी।
लोकसभा चुनाव 2019 के लिए शत्रुघ्न सिन्हा की पत्नी पूनम सिन्हा मंगलवार को समाजवादी पार्टी में शामिल हुई हैं। पूनम सिन्हा ने डिंपल यादव की मौजूदगी में सदस्यता ग्रहण की। बीते कई दिनों से पार्टी में शामिल होने को लेकर चर्चा थी। पूनम सिन्हा सपा के टिकट पर लखनऊ में गृह मंत्री राजनाथ सिंह के खिलाफ चुनाव लड़ेंगी। एसपी नेता रविदास मेहरोत्रा ने कहा 'पूनम सिन्हा (शत्रुघ्न सिन्हा की पत्नी) एसपी-बीएसपी-आरएलडी के गठबंधन से लखनऊ से प्रत्याशी होंगी। वे अपना नामांकन 18 अप्रैल को दाखिल करेंगी। हम कांग्रेस से अपील करते हैं कि वे इस सीट से अपना प्रत्याशी न उतारें करें ताकी हम इस सीट पर बीजेपी को मात दे सकें।'
उधर, सूत्रों की माने तो कांग्रेस ने भी पूनम का समर्थन करने का फैसला किया है। कांग्रेस की ओर से अपना उम्मीदवार खड़ा न करने की सूरत में इस सीट पर चुनावी मुकाबला राजनाथ और पूनम सिन्हा के बीच होगा।
Ravidas Mehrotra, SP: Poonam Sinha ji (wife of Shatrughan Sinha) will be the SP-BSP-RLD candidate from Lucknow. She will file nomination on April 18. We appeal to the Congress that do not field your candidate from here so that BJP can be defeated. #LokSabhaElections2019pic.twitter.com/Xp2y3M6Wz1
— ANI UP (@ANINewsUP) April 16, 2019
Lucknow: Shatrughan Sinha's wife Poonam Sinha joins Samajwadi Party in presence of Dimple Yadav. pic.twitter.com/sgFg3C5oRm
— ANI UP (@ANINewsUP) April 16, 2019
सपा ने किया सीट का गुणा-भाग
सपा ने इस सीट पर अपना गुणा-भाग कर लिया है। लखनऊ में 3.5 लाख मुस्लिम वोटर्स के अलावा चार लाख कायस्थ वोट और 1.3 लाख सिंधी मतदाता हैं। पूनम सिन्हा सिंधी परिवार से आती हैं, जबकि शत्रुघ्न सिन्हा कायस्थ हैं। इससे पूनम सिन्हा की उम्मीदवारी को मजबूती मिलेगी। हालांकि भाजपा महासचिव विजय पाठक ने पूनम सिन्हा पर बाहरी का ठप्पा लगाते हुए कहा, ''वह मतदातओं पर कोई असर नहीं डाल पाएंगी। लखनऊ भाजपा का गढ़ रहा है और यह आगे भी रहेगा।'
राजनाथ ने लखनऊ के विकास के लिए काफी काम किया है और यहां की जनता उन्हें पसंद करती है।'' लोकसभा चुनाव 2014 में राजनाथ सिंह ने यहां से जीत दर्ज की। उन्होंने तत्कालीन कांग्रेस नेता रीता बहुगुणा जोशी को 2,72,749 मतों से हराया था।
1991 से भाजपा रही है विजेता
भाजपा 1991 से लखनऊ सीट कभी नहीं हारी है। अटल बिहारी वाजपेयी और लालजी टंडन के प्रतिनिधित्व के बाद राजनाथ सिंह वहां विजेता रहे हैं। विपक्ष हमेशा से वहां बंटा हुआ रहा। 2014 में राजनाथ सिंह ने 5.61 लाख वोट हासिल किए थे, जबकि अलग-अलग चुनाव लड़ी कांग्रेस, सपा, बसपा और आप को कुल मिलाकर 4.52 लाख वोट मिले।