गुजरात: कांग्रेस को पूरी उम्मीद बीजेपी से झटक सकती है अमरेली लोकसभा सीट, सत्ताधारी दल पर पिछला प्रदर्शन दोहराने का भारी दबाव
By भाषा | Published: April 13, 2019 08:12 PM2019-04-13T20:12:17+5:302019-04-13T20:12:17+5:30
लोकसभा चुनाव 2014 में बीजेपी ने गुजरात की 26 संसदीय सीटों पर जीत हासिल की थी। गुजरात विधान सभा चुनाव में कांग्रेस की सीटों में काफी बढ़ोतरी हुई थी इसलिए पार्टी को उम्मीद है कि वो आम चुनाव में बीजेपी की झोली से सीटें छीनने में कामयाब रहेगी।
अमरेली, 13 अप्रैल: भाजपा की कोशिश गुजरात में लोकसभा की सभी 26 सीटें बरकरार रखने की है जबकि कांग्रेस को अमरेली जैसी सीटों से काफी उम्मीदें हैं। अमरेली मुख्य रूप से एक कृषिक्षेत्र है और कांग्रेस को लगता है कि कृषि मुद्दे प्रमुख होंगे क्योंकि किसान मोदी सरकार से ‘‘नाखुश’’ हैं।
कांग्रेस ने सौराष्ट्र क्षेत्र के अमरेली सीट से गुजरात विधानसभा में विपक्ष के नेता परेश धनानी को उतारा है। भाजपा ने इस सीट पर नारणभाई काछड़िया को टिकट दिया है जो दो बार के सांसद हैं।
विपक्षी पार्टी का दावा है कि चूंकि किसान मोदी सरकार से खुश नहीं हैं वे इस बार सत्ताधारी पार्टी के खिलाफ वोट करेंगे। उधर 2014 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के गृह राज्य गुजरात में लोकसभा की सभी 26 सीटों पर जीत दर्ज की थी और पार्टी की कोशिश इसे दोहराने की है।
अमरेली मुख्य तौर पर एक कृषि आधारित जिला है। क्षेत्र में औद्योगिक विकास के लिए उचित पारिस्थितिकी तंत्र की कमी है। अमरेली लोकसभा क्षेत्र के तहत सात विधानसभा क्षेत्र आते हैं जिनमें से कांग्रेस ने 2017 के गुजरात विधानसभा चुनाव में पांच पर जीत दर्ज की थी।
इसमें हार्दिक पटेल के पाटीदार आंदोलन ने कुछ हद तक कांग्रेस को भाजपा के खिलाफ मदद की थी। इस बार शायद यह कारक अधिक अंतर नहीं डाल पाये। कांग्रेस का मानना है कि किसानों की परेशानी और सत्ताधारी पार्टी के खिलाफ उनका ‘‘गुस्सा’’ उसे लोकसभा सीट जीतने में मदद करेगा।
पार्टी नेताओं का मानना है कि कांग्रेस ने अपने घोषणापत्र में किसानों के लिए एक अलग बजट का वादा किया है जिसे अमरेली के मतदाताओं का समर्थन मिला है। इसके साथ ही ऋण माफी तथा ऋण नहीं चुकाने को अपराध बनाने की व्यवस्था समाप्त करने को भी समर्थन मिला है।
जिला कांग्रेस अध्यक्ष अशोक सोसा ने कहा, ‘‘यहां पर लगभग सभी कृषि गतिविधि में सीधे या परोक्ष रूप से लिप्त है। वे सभी समझते हैं कि मोदी सरकार उन्हें किये गए बड़े वादे पूरा करने में असफल रही है जिसमें किसानों की आय दोगुनी करने का वादा शामिल है। इसके अलावा नोटबंदी से लोगों को काफी नुकसान हुआ है।’’
धनानी 2017 में विधानसभा सीट जीती थी और उन्हें विधानसभा में विपक्ष का नेता बनाया गया था। वहीं काछड़िया तीसरी बार जीत दर्ज करने का प्रयास कर रहे हैं। भाजपा के वरिष्ठ नेता दिलीप संघाणी ने कहा कि भाजपा ने किसानों को प्रभावित करने वाले मुद्दों का समाधान किया है और पार्टी को इस बार भी यहां से जीत दर्ज करने का विश्वास है। भाषा अमित शाहिद शाहिद