लोकसभा चुनाव 2019: BJP सांसद आरके सिंह ने आरा सीट पर दोबारा मतदान की मांग की, माले ने कहा-हार की डर से सिंह बौखलाए
By एस पी सिन्हा | Published: May 21, 2019 03:40 PM2019-05-21T15:40:41+5:302019-05-21T15:42:01+5:30
देश में फिर से भारी बहुमत से नरेंद्र मोदी की सरकार की वापसी के दावे किये जा रहे हैं. यहां बता दें कि अपने जमाने के बेहद कड़क अफसर रहे आरके सिंह ने केंद्रीय गृह सचिव के पद से रिटायर होने के बाद पिछले चुनाव में भाजपा के टिकट पर आरा से जीत दर्ज की थी.
आरा संसदीय क्षेत्र से भाजपा के उम्मीदवार और केन्द्र सरकार में मंत्री आरके सिंह ने चुनाव आयोग को पत्र लिखकर आरा लोकसभा क्षेत्र में दुबारा चुनाव कराने की मांग की है. साथ हीं उन्होंने भोजपुर के जिलाधिकारी और एसपी पर पक्षपात का आरोप लगाया है. उन्होंने यह धमकी भी दी है कि अगर उनकी मांग नहीं सुनी गई तो, काउंटिंग सेंटर के बाहर धरने पर बैठ जायेंगे. सिंह के इस आरोप भाकपा-माले के बिहार सचिव कुणाल ने कहा कि आर के सिंह अपने हार के डर से बौखला गए है.
प्राप्त जानकारी के अनुसार चुनाव अयोग ने आरके सिंह के पत्र को केन्द्रीय गृह मंत्रालय को भेजते हुए उचित कार्रवाई करने को कहा है. जिसके आलोक में केन्द्रीय गृह मंत्रालय ने बिहार के मुख्य सचिव और डीजीपी से रिपोर्ट मांगी है. बताया जाता है कि आरके सिंह ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी और भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष नित्यानंद राय को पूरे मामले की जानकारी दी है. भाकपा-माले के उम्मीदवार राजू यादव से कड़े मुकाबले में फंसे आरके सिंह की यह मांग ऐसे समय में की है, जब ‘एग्जिट पोल’ बिहार में एनडीए को 40 में से 38 सीटें जीतते दिखा रहे हैं.
देश में फिर से भारी बहुमत से नरेंद्र मोदी की सरकार की वापसी के दावे किये जा रहे हैं. यहां बता दें कि अपने जमाने के बेहद कड़क अफसर रहे आरके सिंह ने केंद्रीय गृह सचिव के पद से रिटायर होने के बाद पिछले चुनाव में भाजपा के टिकट पर आरा से जीत दर्ज की थी. इस बार उनके मुकाबले में खड़े भाकपा-माले के उम्मीदवार राजू यादव को महागठबंधन ने समर्थन दे रखा है. जिसकी वजह से आरके सिंह मुश्किल में फंसे दिख रहे हैं. आरके सिंह की शिकायत है कि रविवार को संपन्न मतदान के दौरान डीएम और एसपी ने पक्षपात किया है. उन दोनों के रहते काउंटिंग भी निष्पक्ष नहीं हो सकती है. लिहाजा दोनों को तत्काल हटाया जाये.
वहीं, पत्रकारों से बातचीत करते हुए आरके सिंह ने कहा है कि मतदान के दिन पुलिस ने हमारे कार्यकर्ताओं की बेवजह पिटाई की. भाजपा युवा मोर्चा के पदाधिकारी चंदन पांडेय को मुफ्फसिल थाने में रोक कर पीटा गया. जब पार्टी के कार्यकर्ता उनसे मिलने पहुंचे तो थाना प्रभारी रविन्द्र राम ने उन लोगों पर गोली चला दी. हालांकि, थाना प्रभारी ने सफाई दी है कि मैंने आत्मरक्षा में फायरिंग की थी क्योंकि 30-40 लोगों की भीड़ ने मतदान खत्म होते ही थाने को घेर लिया था. वैसे इस मामले में भोजपुर के डीएम संजीव कुमार और एसपी आदित्य कुमार का पक्ष जानने की कोशिश की गई, लेकिन दोनों ने फोन नही उठाया, जिस कारण उनसे संपर्क नहीं हो सका.
वहीं, मुख्य सचिव दीपक कुमार ने कहा कि आरा के भाजपा उम्मीदवार की कथित शिकायत को लेकर गृह मंत्रालय या चुनाव आयोग से किसी प्रकार के निर्देश की जानकारी नहीं है. जबकि डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय से जब इस मामले में जानकारी के लिए संपर्क करने का प्रयास किया गया, तो वह उपलब्ध नही हो सके. ऐसे में आरके सिंह के पत्र को लेकर तरह-तरह की चर्चाओं का बाजार गर्म है.