बिहार भाजपा के नाराज नेताओं को मनाने जुटा संघ, भैया जी जोशी पहुंचे पटना
By लोकमत समाचार ब्यूरो | Published: May 4, 2019 09:14 AM2019-05-04T09:14:34+5:302019-05-04T09:17:19+5:30
लोकसभा चुनाव 2019: आर.के सिन्हा पटना साहिब से टिकट चाहते थे लेकिन उन्हें टिकट ना मिलने से वह नाराज चल रहे थे. इसको लेकर आरएसएस के तरफ से सिन्हा को मनाने की कोशिश की गई है.
बिहार में भाजपा के नाराज नेताओं की फेहरिस्त कम होने का नाम नहीं ले रही है. भाजपा में कई नाराज नेताओं को मनाने के लिए दिल्ली से लेकर पटना तक चार्टर प्लेन से बड़े नेताओं का पटना आना और नाराज नेताओं को दिल्ली बुलाकर मना लिया जाना ये दौर चल रहा है. इस फेरिहस्त में नया नाम राज्यसभा सांसद आर.के. सिन्हा का है. पटना साहिब सीट से टिकट के दावेदार रहे आर.के. सिन्हा की नाराजगी उस वक्त जाहिर हो गई जब उनको मनाने संघ के एक बड़े नेता पटना पहुंचे.
आर.के.सिन्हा एक समर्पित और ईमानदार संघ के कार्यकर्ता के रु प में जाने जाते हैं. इनकी पार्टी और संघ के प्रति समर्पण रहा है. इस बात को सभी कार्यकर्ता से लेकर वरिष्ठ नेता तक मानते हैं. इस बार स्वत: शत्रुघ्न सिन्हा के पार्टी से दूर होने के बाद से राज्यसभा सांसद आर.के. सिन्हा की चर्चा शुरु हो गई थी कि इन्हें पटना साहिब से भाजपा उम्मीदवार बना रही है. लेकिन ऐन मौके पर इनको पार्टी ने उनके बदले केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद के नाम की घोषणा कर दी गई. इतना ही नहीं इन्हें इस बात के लिए किसी स्तर से पूछा भी नहीं गया.
प्राप्त जानकारी के अनुसार सिन्हा के बड़े कद को देखते हुए भाजपा के साथ-साथ आरएसएस के प्रमुख नेता भी उन्हें मनाने में लगे हैं. इसी क्र म में सर सहकार्यवाहक भैया जी जोशी पटना पहुंचे. सिन्हा को पटना स्थित आरएसएस कार्यालय में बुलाया गया. सिन्हा ने लगभग एक घंटे तक भैया जी जोशी के साथ मीटिंग की.
दरअसल, सिन्हा पटना साहिब से टिकट चाहते थे लेकिन उन्हें टिकट ना मिलने से वह नाराज चल रहे थे. पटना साहिब में सिन्हा की अच्छी पकड़ है. इसको लेकर आरएसएस के तरफ से सिन्हा को मनाने की कोशिश की गई है.
हालांकि भैया जी जोशी से मिलने के बाद जब सिन्हा बाहर निकले तो उन्होंने बताया कि भैया जी जोशी ने उन्हें बुलाया था और हम दोनों के बीच काफी बेहतर बातचीत हुई है. सिन्हा ने साफ किया कि उनकी कोई नाराजगी नहीं है. संघ कार्यालय में राजनीतिक बात करने से सिन्हा बचते रहे.