प्रचंड मोदी लहर पर सवार BJP पहुंची 300 के पार, 52 पर सिमटी काग्रेस बुरी तरह हुई घराशायी
By भाषा | Published: May 24, 2019 02:31 PM2019-05-24T14:31:12+5:302019-05-24T14:31:12+5:30
आम चुनाव में मोदी सरकार ने अपनी उपलब्धियों के साथ-साथ राष्ट्रवाद, हिंदू गौरव और ‘नये भारत’ जैसे भावनात्मक मुद्दों को भी खूब भुनाया। वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव में भाजपा को 282 सीटों पर जीत हासिल हुई थी। इस साल के आम चुनाव में उसे 303 सीटें मिलने की संभावना है। वहीं, कांग्रेस को इस बार 52 सीटें मिली हैं जो पिछले चुनाव में मिली 44 सीटों से ज्यादा हैं।
देशभर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ‘प्रचंड लहर’ पर सवार भारतीय जनता पार्टी लोकसभा चुनाव 2019 में ऐतिहासिक जीत दर्ज कर लगातार दूसरी बार केंद्र में सरकार बनाने जा रही है और इसने 300 के आंकड़े के पार कर लिया है। गुरुवार सुबह शुरू हुई वोटों की गिनती अभी भी जारी है। भाजपा को अभी तक 302 सीटों पर जीत मिली है तथा एक सीट पर वह आगे चल रही है।
आम चुनाव में मोदी सरकार ने अपनी उपलब्धियों के साथ-साथ राष्ट्रवाद, हिंदू गौरव और ‘नये भारत’ जैसे भावनात्मक मुद्दों को भी खूब भुनाया। वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव में भाजपा को 282 सीटों पर जीत हासिल हुई थी। इस साल के आम चुनाव में उसे 303 सीटें मिलने की संभावना है। वहीं, कांग्रेस को इस बार 52 सीटें मिली हैं जो पिछले चुनाव में मिली 44 सीटों से ज्यादा हैं।
हालांकि इन सीटों के साथ एक बार फिर कांग्रेस को संसद में विपक्षी दल का दर्जा प्राप्त नहीं हो सकेगा। इसके लिए पार्टी के पास कम से कम 54 सीटें होना अनिवार्य था। क्षेत्रीय दलों में सबसे ज्यादा 23 सीटें द्रमुक के हिस्से में आयी हैं। वहीं, तृणमूल कांग्रेस और वाईएसआर कांग्रेस को 22-22 सीटें मिली हैं।
भाजपा के सहयोगी दलों शिवसेना को 18, जद(यू) को 16 और लोजपा को छह सीटें मिली हैं। हालांकि महागठबंधन के बावजूद उत्तर प्रदेश में क्षेत्रीय दलों का प्रदर्शन बहुत खराब रहा है। बसपा को महज 10 सीटें मिली हैं जबकि सपा के हिस्से में पांच सीटें आयी हैं। यहां भाजपा को 62 और उसकी सहयोगी पार्टी अपना दल (सोनेलाल) को दो सीटें मिली हैं।
वाम दलों का प्रदर्शन बेहद खराब रहा है और उन्हें (भाकपा और माकपा) महज पांच सीटें मिली हैं। पिछली बार इन्हें 10 सीटें मिली थीं। मोदी की प्रचंड लहर में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी उत्तर प्रदेश की अपनी परंपरागत अमेठी सीट से हार गए हैं। हालांकि उन्हें केरल की वायनाड से जीत हासिल हुई है।
जवाहरलाल नेहरू और इंदिरा गांधी के बाद मोदी देश के तीसरे और पहले गैर कांग्रेसी प्रधानमंत्री हैं जो लोकसभा में लगातार दूसरी बार पूर्ण बहुमत के साथ सरकार बनायेंगे । इसके साथ ही उन्होंने दूसरी बार इस धारणा को धराशायी कर दिया कि केन्द्र की सत्ता में अब गठबंधन का दौर शायद ही खत्म हो। मोदी वाराणसी में चार लाख 79 हजार 505 मतों से जीत हैं जबकि भाजपा अध्यक्ष अमित शाह गुजरात में गांधीनगर लोकसभा सीट पर साढे़ पांच लाख वोट से विजयी रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि इस चुनाव में पंजीकृत 90.99 करोड़ मतदाताओं में से करीब 67.11 प्रतिशत लोगों ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। भारतीय संसदीय चुनाव में यह अब तक का सर्वाधिक मतदान प्रतिशत है।