मोदी सुनामी, विपक्ष के दिग्गज नेताओं के बेटे-बेटियों को मिली करारी हार, राहुल गांधी भी हारे

By सतीश कुमार सिंह | Published: May 24, 2019 05:21 PM2019-05-24T17:21:24+5:302019-05-24T17:21:24+5:30

कई बड़े नेता इस बार अपनी सीट से हाथ धो बैठे। 2014 लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने 282 सीट पर जीत दर्ज की थी। इस बार भी मोदी ने अपने बल पर भाजपा को 303 सीट जीत दिला दी। एनडीए 351 सीट पर कब्जा किया है। इस चुनाव में मोदी सुनामी में कई दिग्गज ढेर हो गए।

lok sabha election 2019 | मोदी सुनामी, विपक्ष के दिग्गज नेताओं के बेटे-बेटियों को मिली करारी हार, राहुल गांधी भी हारे

इस चुनाव में मोदी सुनामी में कई दिग्गज ढेर हो गए। कितने नेता के पुत्र चुनाव हार गए।

Highlightsराजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बेटे वैभव गहलोत 274440 वोट से चुनाव हार गए।महाराष्ट्र के दिग्गज नेता शरद पवार के पोते और अजित पवार के बेटे पार्थ पवार को भी हार का सामना करना पड़ा।साउथ एक्ट्रेस सुमनलता अंबरीश ने कर्नाटक के मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी के बेटे निखिल कुमारस्वामी को एक लाख से ज्यादा वोटों से हरा दिया।

2019 लोकसभा चुनाव में पीएम मोदी की प्रचंड जीत हुई है। इसे 2014 से भी बड़ी जीत मानी जा रही है। मोदी लहर में कई दिग्गज नेताओं की एक ना चली।

कई बड़े नेता इस बार अपनी सीट से हाथ धो बैठे। 2014 लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने 282 सीट पर जीत दर्ज की थी। इस बार भी मोदी ने अपने बल पर भाजपा को 303 सीट जीत दिला दी। एनडीए 351 सीट पर कब्जा किया है।

इस चुनाव में मोदी सुनामी में कई दिग्गज ढेर हो गए। कितने नेता के पुत्र चुनाव हार गए। तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव की बेटी के कविता को निजामाबाद लोकसभा क्षेत्र में भाजपा ने हरा दिया। कविता को 2014 के चुनाव में 1.67 लाख मतों से जीत मिली थी। निजामाबाद तब सुर्खियों में आया था, जब 177 किसान चुनावी मैदान में उतरे थे। इस तरह मैदान में कुल 185 उम्मीदवार थे। 

कई दिग्गज चुनाव में हारे, राहुल गांधी भी शामिल

देश के पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी और यूपीए की चेयरपर्सन सोनिया गांधी के पुत्र राहुल गांधी अमेठी से चुनाव हार गए। 2019 लोकसभा चुनाव में राहुल गांधी उत्तर प्रदेश के अमेठी और केरल के वायनाड से चुनाव लड़े थे।

उल्लेखनीय है कि राहुल गांधी भाजपा उम्मीदवार केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी से 55120 मतों से चुनाव हार गए हैं। पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता माधवराव सिंधिया के बेटे ज्योतिरादित्य सिंधिया चुनाव हार गए। पहली बार लोकसभा चुनाव लड़ रहे भाजपा के कृष्ण पाल यादव ने 1,25,549 मतों के अंतर से कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया को हरा कर उनकी सीट छीन ली है।

कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के करीबी माने जाने वाले ज्योतिरादित्य सिंधिया कांग्रेस के बड़े नेता है। उनको हराने वाले भाजपा के कृष्ण पाल यादव कभी कांग्रेस के ही नेता थे। उनको ज्योतिरादित्य सिंधिया की जीत के राजदार भी कहा जाता था। पिछले उपचुनाव में अपनी अनदेखी के बाद वो कांग्रेस छोड़ भाजपा में शामिल हो गए थे। 

हरियाणा में हुड्डा ही नहीं चौटाला और भजनलाल परिवार भी बेहाल

हरियाणा में कांग्रेस को सोनीपत और रोहतक सीट पर दोहरा झटका लगा है यहां पिता-पुत्र की जोड़ी भूपिंदर सिंह हुड्डा और दीपेंद्र सिंह हुड्डा को हार सामना करना पड़ा। दीपेंद्र पिछली बार रोहतक से जीत दर्ज कर संसद पहुचे थे, लेकिन वह इस बार अपने प्रदर्शन को दोहरा नहीं पाए और भाजपा के अरविंद शर्मा से 7,503 वोटों के अंतर से हार गए। सिर्फ रोहतक ही नहीं, भाजपा चौटाला और भजनलाल परिवार के गढ़ों को ध्वस्त करने में भी कामयाब रही।

हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा सोनीपत से भाजपा के मौजूदा सांसद रमेश चंद्र कौशिक से 1,64,864 वोटों से हार गए। कांग्रेस से तीन बार के सांसद दीपेंद्र हुड्डा एकमात्र ऐसे उम्मीदवार थे, जो अंत तक रोहतक सीट से हार-जीत की संभावना में बने रहे, लेकिन अंत में उनकी हार ने कांग्रेस की बची-खुची उम्मीदों पर पानी फेर दिया।

 देवीलाल के बड़े पोते दुष्यंत चौटाला ने पारिवारिक कलह के बाद इनेलो से अगल होकर जजपा बनायी थी। हिसार से पिछली बार जीतने वाले उनके पोते दुष्यंत चौटाला भाजपा के बृजेंद्र सिंह से हार गए।

 नौकरशाह से राजनेता बने बृजेंद्र सिंह केंद्रीय मंत्री बीरेंद्र सिंह के बेटे हैं। जजपा के उम्मीदवार दुष्यंत के भाई दिग्विजय चौटाला सोनीपत से हार गए, जबकि वरिष्ठ इनेलो नेता अभय सिंह चौटाला के बेटे अर्जुन चौटाला कुरुक्षेत्र से हार गए।

विपक्ष के बड़े नेताओं की एक ना चली, हार गए

कांग्रेस से शत्रुघ्न सिन्हा पटना साहिब से चुनाव हार गए। शत्रुघ्न सिन्हा की पत्नी पूनम सिन्हा सपा से लखनऊ से मैदान में थीं, वह भी चुनाव हार गई। पाटलिपुत्रा संसदीय सीट से लालू प्रसाद यादव की बेटी मीसा भारती हार गई हैं। उन्हें बीजेपी के राम कृपाल यादव ने 39,321 वोटों से हराया।

एसपी चीफ अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव ने कन्नौज से चुनाव लड़ा था और वह बीजेपी के सुब्रत पाठक से 12353 वोट से हार गईं। रामगोपाल यादव के बेटे अक्षय यादव फिरोजाबाद से चुनाव लड़ रहे थे। वह बीजेपी उम्मीदवार डॉ. चंद्रसेन यादव से 28781 वोट से हार गए। मुलायम सिंह यादव के भतीजे धर्मेंद्र यादव ने बदायूं से चुनाव लड़ा। वह बीजेपी की संघमित्रा मौर्य से 18454 वोटों से हार गए।

अशोक गहलोत, एचडी कुमारस्वामी व अजीत पवार के बेटे की हार

राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बेटे वैभव गहलोत 274440 वोट से चुनाव हार गए। केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने हराया। साउथ एक्ट्रेस सुमनलता अंबरीश ने कर्नाटक के मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी के बेटे निखिल कुमारस्वामी को एक लाख से ज्यादा वोटों से हरा दिया।

पूर्व केंद्रीय मंत्री मुरली देवड़ा के बेटे मिलिंद देवड़ा शिवसेना के अरविंद सांवत से चुनाव हार गए हैं। महाराष्ट्र के दिग्गज नेता शरद पवार के पोते और अजित पवार के बेटे पार्थ पवार चुनाव हार गए। इसके अलावा भी और कई नेता हैं जिनके सगे-संबंधी चुनाव हार चुके हैं। रालोद प्रमुख अजित सिंह और उनके बेटे जयंत चौधरी भी चुनाव हार चुके हैं। 
 

Web Title: lok sabha election 2019