लोकसभा चुनावः भाजपा उम्मीदवार अनुपम हाजरा ने कहा, मैंने अणुब्रत मंडल से शिष्टाचार भेंट की, राजनीति से कोई लेनादेना नहीं
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: April 30, 2019 08:37 PM2019-04-30T20:37:31+5:302019-04-30T20:37:31+5:30
जादवपुर में अंतिम चरण में 19 मई को मतदान होगा। चुनाव के बाद ममता बनर्जी की पार्टी में लौटने की अटकलों को खारिज करते हुए हाजरा ने कहा, ‘‘मेरे तृणमूल कांग्रेस छोड़ने की एक वजह अणुब्रत मंडल के साथ मेरे मतभेद थे, क्योंकि उनके काम करने का तरीका मुझे स्वीकार नहीं था।’’
लोकसभा चुनाव में भाजपा उम्मीदवार अनुपम हाजरा ने तृणमूल कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता से अपनी मुलाकात पर आलोचना होने के बाद मीडिया को इस मुद्दे को तूल देने के लिए मंगलवार को जिम्मेदार ठहराया। हाजरा मार्च में ही तृणमूल कांग्रेस से भाजपा में आए हैं।
उन्हें पार्टी विरोधी गतिविधियों के सिलसिले में तृणमूल से निकाला गया था। तृणमूल कांग्रेस के नेता अणुब्रत मंडल से उनकी मुलाकात के बाद पुरानी पार्टी में उनके लौटने की अटकलें शुरू हो गयीं और भाजपा के नेता नाराज हो गये। हाजरा ने सोमवार को तृणमूल कांग्रेस के बीरभूम जिलाध्यक्ष मंडल से उनके पार्टी दफ्तर में मुलाकात की थी।
उसी दिन बीरभूम जिले की दो सीटों के लिए चौथे चरण का मतदान हुआ। जादवपुर सीट से भाजपा उम्मीदवार हाजरा ने पार्टी नेता मुकुल रॉय की मौजूदगी में प्रदेश भाजपा मुख्यालय में संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘मैंने अणुब्रत मंडल से शिष्टाचार भेंट की थी। राजनीति से इसका कोई लेनादेना नहीं है। कुछ दिन पहले उनकी मां का निधन हो गया था तो मैं उनसे मिलने गया था। इसमें गलत क्या है? मीडिया ने अनावश्यक तरीके से इसका राजनीतिकरण किया है।’’
जादवपुर में अंतिम चरण में 19 मई को मतदान होगा। चुनाव के बाद ममता बनर्जी की पार्टी में लौटने की अटकलों को खारिज करते हुए हाजरा ने कहा, ‘‘मेरे तृणमूल कांग्रेस छोड़ने की एक वजह अणुब्रत मंडल के साथ मेरे मतभेद थे, क्योंकि उनके काम करने का तरीका मुझे स्वीकार नहीं था।’’
रॉय ने भी हाजरा का बचाव करते हुए कहा कि वह राजनीतिक षड्यंत्र के शिकार हैं। भाजपा ने सोमवार को हाजरा से इस संबंध में सफाई मांगी थी। वह 2014 के लोकसभा चुनाव में बीरभूम की बोलपुर सीट से तृणमूल के टिकट पर जीते थे।
उनसे जब पूछा गया कि क्या वह तृणमूल कांग्रेस में वापस जाएंगे तो उन्होंने कहा कि ये तो वक्त ही बताएगा। मंडल ने कहा कि अच्छे माहौल में हाजरा के साथ उनकी बात हुई लेकिन उन्होंने भाजपा उम्मीदवार को जादवपुर सीट पर जीत की शुभकामनाएं नहीं दीं। उन्होंने कहा कि अगर हाजरा अपनी गलती मान लेते हैं तो वापस आ सकते हैं।
मैं उन्हें फिर सांसद बना सकता हूं। मैं इस बारे में ममता बनर्जी से बात कर सकता हूं। इस घटनाक्रम पर नाराज भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष दिलीप घोष ने कहा कि वह इस बारे में हाजरा से बात करेंगे। उन्होंने कहा, ‘‘हाजरा ने कहा कि यह शिष्टाचार भेंट थी। लेकिन बेहतर होता वह किसी और दिन अणुब्रत मंडल से मुलाकात करते। हमारी पार्टी का अनुशासन है और हम सबको उसका पालन करना चाहिए।’’