छत्तीसगढ़ में लोकसभा चुनावः कांग्रेस ने 4 मौजूदा विधायकों को दिया टिकट लेकिन 3 हारे
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: May 24, 2019 02:35 PM2019-05-24T14:35:00+5:302019-05-24T14:35:00+5:30
छत्तीसगढ़ में भारतीय जनता पार्टी को वर्ष 2018 के विधानसभा चुनाव में बड़ी हार के बाद खोए हुए जनाधार को प्राप्त करने में कामयाबी मिली है। पार्टी ने राज्य के 11 में से नौ सीटों पर जीत हासिल की है व कांग्रेस को केवल दो सीटें ही मिल पाई है। वर्ष 2004, 2009 और 2014 में लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को राज्य में केवल एक सीट ही मिली थी।
छत्तीसगढ़ में लोकसभा चुनाव के लिए सत्ताधारी दल कांग्रेस ने चार मौजूदा विधायकों को चुनाव मैदान में उतारा, लेकिन इसमें से तीन को हार का सामना करना पड़ा है।
राज्य में बीते विधानसभा चुनाव में 90 में 68 सीटों पर जीत के बाद कांग्रेस को उम्मीद थी कि लोकसभा चुनाव में वह इस जीत को कायम रखेगी। इस चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने जहां नए चेहरों पर दांव खेला वहीं सत्ताधारी दल ने अपने चार मौजूदा विधायकों को बस्तर, सरगुजा, रायगढ़ और महासमुंद लोकसभा सीट से उतारने का फैसला किया। लेकिन सफलता हाथ नहीं लगी।
कांग्रेस ने सरगुजा लोकसभा सीट से प्रेमनगर क्षेत्र के विधायक खेलसाय सिंह को, बस्तर लोकसभा सीट से चित्रकोट के विधायक दीपक बैज को, रायगढ़ लोकसभा सीट से धर्मजयगढ़ के विधायक लालजीत सिंह राठिया को तथा महासमुंद लोकसभा सीट से अभनपुर क्षेत्र के विधायक धनेंद्र साहू को चुनाव मैदान में उतारा था।
लेकिन इनमें से केवल दीपक बैज ही चुनाव जीत सके व तीन अन्य को हार का सामना करना पड़ा। बस्तर लोकसभा सीट में दीपक बैज की जीत के साथ ही इस सीट पर वर्ष 1998 से लगातार भाजपा की जीत का सिलसिला थम गया। बैज ने भाजपा के प्रत्याशी बैदूराम कश्यप को 38982 मतों से पराजित किया है।
देश में मोदी लहर के बीच दीपक बैज जीतने में कामयाब रहे लेकिन तीन अन्य विधायक लोकसभा चुनाव हार गए। सरगुजा लोकसभा सीट से प्रेमनगर से कांग्रेस के विधायक खेलसाय सिंह को भाजपा की रेणुका सिंह ने 157873 मतों के बड़े अंतर से हराया है।
वहीं धर्मजयगढ़ विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस के विधायक लालजीत सिंह राठिया रायगढ़ लोकसभा सीट से भाजपा के गोमती साय से 66027 मतों से हार गए हैं। राज्य के महासमुंद सीट पर जीत के लिए कांग्रेस ने वरिष्ठ नेता और अभनपुर क्षेत्र के विधायक धनेंद्र साहू को चुनाव मैदान में उतारा था, लेकिन धनेंद्र साहू भाजपा के चुन्नीलाल साहू से 90511 मतों से चुनाव हार गए।
छत्तीसगढ़ में भारतीय जनता पार्टी को वर्ष 2018 के विधानसभा चुनाव में बड़ी हार के बाद खोए हुए जनाधार को प्राप्त करने में कामयाबी मिली है। पार्टी ने राज्य के 11 में से नौ सीटों पर जीत हासिल की है व कांग्रेस को केवल दो सीटें ही मिल पाई है। वर्ष 2004, 2009 और 2014 में लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को राज्य में केवल एक सीट ही मिली थी।