चुनाव के लिए अप्रैल-मई उचित समय नहीं, चुनाव नवंबर या फरवरी में होना चाहिए: पासवान
By भाषा | Published: May 19, 2019 06:07 PM2019-05-19T18:07:22+5:302019-05-19T18:07:22+5:30
उन्होंने राजनीतिक पार्टियों से चुनाव फरवरी या नवंबर में कराए जाने को लेकर सहमति बनाने को कहा। इससे पहले सुबह बिहार के मुख्यमंत्री एवं जद (यू) अध्यक्ष नीतीश कुमार ने इतनी गर्मी में चुनाव को इतना लंबा खींचे जाने पर भी सवाल उठाए और सुझाव दिया कि आम चुनाव फरवरी-मार्च या अक्टूबर-नवंबर में दो या तीन चरणों में संपन्न होने चाहिए।
भाजपा के सहयोगी एवं केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान ने चुनाव अप्रैल-मई में आयोजित किए जाने के खिलाफ रविवार को कहा कि इस अवधि में अत्यंत गर्मी पड़ने के कारण यह समय चुनाव के लिए सही नहीं है।
साथ ही उन्होंने राजनीतिक पार्टियों से चुनाव फरवरी या नवंबर में कराए जाने को लेकर सहमति बनाने को कहा। इससे पहले सुबह बिहार के मुख्यमंत्री एवं जद (यू) अध्यक्ष नीतीश कुमार ने इतनी गर्मी में चुनाव को इतना लंबा खींचे जाने पर भी सवाल उठाए और सुझाव दिया कि आम चुनाव फरवरी-मार्च या अक्टूबर-नवंबर में दो या तीन चरणों में संपन्न होने चाहिए।
चुनाव के बाद सरकार बनने पर सभी दलों के नेताओं को इसपर गम्भीरता से विचार करना चाहिए और लोकसभा/विधानसभा का चुनाव नवंबर या फरवरी माह में कराने का निर्णय लेना चाहिए। इससे प्रचार में सहूलियत होगी। मतदाता आराम से मतदान करेंगे और मतदान का प्रतिशत बढ़ेगा। लोकतंत्र और मजबूत होगा। (2/2)
— Ram Vilas Paswan (@irvpaswan) May 19, 2019
आज लोकसभा चुनाव का अंतिम चरण समाप्ति की ओर है। मतदाताओं में मतदान के प्रति जागरूकता बढ़ी है। लेकिन अप्रैल- मई का महीना लोकसभा या विधानसभा चुनाव के लिये उपयुक्त नहीं है, भीषण गर्मी रहती है। इससे मतदान का प्रतिशत भी कम होता है। (1/2)
— Ram Vilas Paswan (@irvpaswan) May 19, 2019
अपने ट्वीट में पासवान ने कहा कि आज कल लोग मतदान के बारे में बहुत जागरूक हैं लेकिन अप्रैल-मई लोकसभा या विधानसभा चुनावों के लिए उचित समय नहीं है क्योंकि इस समय गर्मी बहुत पड़ती है और मतदान प्रतिशत घट जाता है।
लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) के नेता ने कहा, “चुनाव पश्चात नयी सरकार का गठन होने के बाद सभी राजनीतिक दलों के नेताओं को फरवरी या नवंबर में चुनाव कराने के बारे में गंभीरता से विचार करना चाहिए। इससे प्रचार में भी सुविधा होगी। लोग आराम से मतदान करेंगे जिससे मतदान प्रतिशत बढ़ेगा। इससे लोकतंत्र मजबूत होगा।’’ वहीं कुमार ने अपनी टिप्पणी में मतदान के दिनों में रखे गए अंतर के खिलाफ बोला।