लोकसभा चुनावः दूसरे चरण में पूर्व पीएम, 4 पूर्व सीएम, 4 केंद्रीय मंत्री और 8 पूर्व केंद्रीय मंत्री की अग्निपरीक्षा
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: April 16, 2019 04:18 PM2019-04-16T16:18:43+5:302019-04-16T16:54:58+5:30
लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण में कुल 1644 उम्मीदवार अपनी सियासी किस्मत आजमाने उतरे हैं। कई दिग्गजों को अपनी साख बचाने के लिए चुनौती है, लेकिन प्रमुख रूप से कर्नाटक में तुमकुर लोकसभा सीट पर जद-एस के प्रत्याशी के रूप में पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा का महामुकाबला भाजपा के जीएस बसवाराज से होगा।
लोकसभा चुनाव में दूसरे चरण के तहत 18 अप्रैल को देश की 97 सीटों पर मतदान होना है। हर दल जीत दोहराने की उम्मीद के साथ प्रचार में सारी ताकत झोंक दी है।मंगलवार शाम को प्रचार और भोंपू का शोर थम जाएगा। पूरे देश में सियासी पारा अपनी चरम स्थिति में हैं, जहां सारे दलों के नेतागण अपनी-अपनी तरह से वोटरों को आकर्षित करने में लगे हैं। इस चरण में पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा, तीन पूर्व मुख्यमंत्रियों और पांच केंद्रीय मंत्रियों के अलावा आठ पूर्व केंद्रीय मंत्रियों के सामने भी सियासी साख बचाने की चुनौती होगी। इसके अलावा इस दूसरे दौर के चुनाव में कई अन्य दिग्गजों की भी अग्निपरीक्षा होगी।
कुल 1644 उम्मीदवार मैदान में
लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण में कुल 1644 उम्मीदवार अपनी सियासी किस्मत आजमाने उतरे हैं। कई दिग्गजों को अपनी साख बचाने के लिए चुनौती है, लेकिन प्रमुख रूप से कर्नाटक में तुमकुर लोकसभा सीट पर जद-एस के प्रत्याशी के रूप में पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा का महामुकाबला भाजपा के जीएस बसवाराज से होगा। देवगौड़ा पिछला चुनाव हासन सीट से जीतकर लोकसभा पहुंचे थे।
पूर्व मुख्यमंत्रियों की प्रतिष्ठा दांव पर
पूर्व मुख्यमंत्रियों के चुनाव जंग में भविष्य दांव लगे हैं, उनमें महाराष्ट्र की सोलापुर से कांग्रेस के सुशील कुमार शिंदे और नांदेड़ से अशोक चव्हाण चुनाव लड़ रहे हैं, जबकि जम्मू-कश्मीर की श्रीनगर सीट से नेशनल कांफ्रेंस के फारूख अब्दुला की प्रतिष्ठा दांव पर होगी। कर्नाटक की बेंगलुरु नॉर्थ सीट से चुनावी जंग लड़ रहे केंद्रीय मंत्री डीवी सदानंदगौड़ा भी कर्नाटक के मुख्यमंत्री रह चुके हैं। इनके अलावा तमिलनाडु की करुर सीट से लोकसभा उपाध्यक्ष एम थंबीदुरई जैसे दिग्गज भी चुनावी जंग में हैं।
केंद्रीय मंत्रियों के भविष्य का फैसला
लोकसभा के लिए 18 अप्रैल को सदानंद गौड़ा के अलावा जिन मौजूदा केंद्रीय मंत्रियों के भविष्य का फैसला होना है, उनमें जम्मू-कश्मीर की उधमपुर सीट से डा. जितेन्द्र सिंह, ओडिशा की सुंदरगढ़ से जुएल ओराम, तमिलनाडु की कन्याकुमारी से पी. राधाकृष्णन के अलावा उत्तर प्रदेश की आगरा सीट से योगी सरकार में कैबिनेट मंत्री प्रो. एसपी सिंह बघेल भी शामिल हैं।
पूर्व केंद्रीय मंत्रियों की प्रतिष्ठा दांव पर
इस चुनावी जंग में जिन पूर्व केंद्रीय मंत्रियों की प्रतिष्ठा दांव पर होगी, उनमें तमिलनाडु की धर्मपुरी से अंबुमणि रामदॉस, श्रीपेरुमबुदूर से टीआर बालू, चेन्नई सेंट्रल से दयानिधि मारन व नीलगिरीस से ए. राजा, कर्नाटक की कोलार से केएच मुनियप्पा और चिकबल्लापुर सीट से एम. वीरप्पा मोइली, पश्चिम बंगाल की रायगंज सीट से कांग्रेस की दीपा दासमुंशी शामिल हैं।
कनिमोझी व हरिप्रसाद भी दौड़ में
राज्यसभा सांसद भी लोकसभा में जाने के इरादे से तमिलनाडु की तुत्थूकुडी सीट से द्रमुक की कनिमोझी व कर्नाटक की बेंगलुरु साउथ से कांग्रेस के बीके हरिप्रसाद के अलावा असम की मंगलदोई सीट से भुवनेश्वर कलिता भी चुनावी जंग के दिग्गजों में शामिल हैं।
सर्वाधिक 70 सीटों पर राजग का कब्जा
दूसरे चरण में 13 राज्यों की जिन 97 सीटों के लिए चुनाव होना है, उनमें सर्वाधिक 70 सीटों पर राजग का कब्जा है, जिसमें भाजपा 27, शिवसेना चार, अन्नाद्रमुक 37, जदयू व पीएमके एक-एक सीट पर काबिज है। इसके अलावा 12 सीट कांग्रेस, चार बीजद, दो-दो जद-एस, राजद व सीपीएम के पास हैं। जबकि टीएमसी, एनसीपी, पीडीपी, एआईएनआरसी और एआईयूडीएफ के पास एक-एक सीट है।
हेमामालिनी और राज बब्बर बहा रहे पसीना
इस चरण के चुनाव में यूपी की मथुरा पर भाजपा प्रत्याशी एवं हेमामालिनी और फतेहपुर सीकरी पर कांग्रेस प्रत्याशी राज बब्बर, महाराष्ट्र में बीड से भाजपा प्रत्याशी डा. प्रीतम मुंडे, छत्तीसगढ़ में राजनांदगांव में भाजपा के संतोष पांडेय की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है। वहीं असम की सिल्चर सीट से कांग्रेस की सुष्मिता देव, तमिलनाडु की शिवगंगा सीट से पूर्व केंद्रीय मंत्री पी. चिदंबरम के बेटे कीर्ति चिदंबरम और कर्नाटक की बेंगलुरु दक्षिण लोकसभा सीट से भाजपा के युवा चेहरा तेजस्वी सूर्या जैसे दिग्गज भी चुनावी जंग के मोहरे हैं।