लोकसभा चुनाव 2019: जालना सीट पर भाजपा-कांग्रेस के बीच आमने-सामने की टक्कर!
By भाषा | Published: April 11, 2019 07:25 PM2019-04-11T19:25:25+5:302019-04-11T19:25:25+5:30
लोकसभा चुनाव 2019: भाजपा और शिवसेना के वरिष्ठ नेताओं को दोनों नेताओं के बीच सुलह कराने में कई दौर की बैठक करनी पड़ी। अंतत: खोटकर को शांत कराया गया और वह दानवे की उम्मीदवारी का समर्थन करने पर सहमत हो गए।
जालना से भाजपा निवर्तमान सांसद रावसाहेब दानवे महाराष्ट्र के इस लोकसभा क्षेत्र से इस बार भी जीत का सिलसिला जारी रखना चाहेंगे जहां कांग्रेस पानी की कमी और कृषि मुद्दों के माध्यम से प्रभाव जमाने की उम्मीद कर रही है। महाराष्ट्र भाजपा के अध्यक्ष दानवे 1999 से ही जालना संसदीय क्षेत्र से जीत रहे हैं।
बहरहाल, भाजपा नेता को उस समय निराशा हुई जब स्थानीय राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी शिवसेना के अर्जुन खोटकर ने कुछ हफ्ते पहले घोषणा की कि भगवा दलों के बीच चुनाव पूर्व गठबंधन के बावजूद वह इस सीट से चुनाव लड़ेंगे।
दानवे और राज्य में मंत्री खोटकर के बीच मतभेद के कारण भाजपा का चुनाव प्रचार अभियान पटरी से उतर गया है और मध्य महाराष्ट्र की इस लोकसभा सीट पर पार्टी की संभावनाओं को धक्का लगा है। इस सीट पर तीसरे चरण में 23 अप्रैल को चुनाव होना है।
भाजपा और शिवसेना के वरिष्ठ नेताओं को दोनों नेताओं के बीच सुलह कराने में कई दौर की बैठक करनी पड़ी। अंतत: खोटकर को शांत कराया गया और वह दानवे की उम्मीदवारी का समर्थन करने पर सहमत हो गए।
हालांकि चुनावी मैदान में 20 उम्मीदवार हैं लेकिन मुख्य मुकाबला दानवे और कांग्रेस के विलास औताडे के बीच होने की संभावना है। औताडे अंतिम बार 1991 में इस सीट से चुनाव जीते थे।