Lockdown extension: CRPF का निर्देश-लाभार्थियों के चेहरे की तस्वीर खिंचने से बचें अधिकारी, जरूरतमंदों की निजता का सम्मान करें

By भाषा | Updated: April 20, 2020 17:38 IST2020-04-20T17:38:00+5:302020-04-20T17:38:00+5:30

केंद्र सरकार के सभी जवान से कहा कि वह जरूरत मद लोगों की सेवा करें। इस दौरान आप सभी से अनुरोध है कि आप किसी की फोटो न खींचे। सभी की निजता का सम्मान करें।

Lockdown extension CRPF directive Avoid photographing faces beneficiaries Officers, respect the privacy of the needy | Lockdown extension: CRPF का निर्देश-लाभार्थियों के चेहरे की तस्वीर खिंचने से बचें अधिकारी, जरूरतमंदों की निजता का सम्मान करें

देशभर में नागरिकों की मदद की तस्वीर जांच के लिहाज से खींचना जरूरी है लेकिन तस्वीर में लाभार्थी के चेहरे से बचना चाहिए। (file photo)

Highlightsजवान लाभार्थियों के साथ नजदीक से तस्वीर खिंचवाने से बचें और परेशान लाभार्थियों की निजता का सम्मान करें। केंद्र में कार्य या गतिविधि होनी चाहिए ताकि लाभार्थी को ऐसा महसूस न हो कि उनकी निजता में घुसपैठ की जा रही है।

नई दिल्लीः केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) ने अपनी सभी क्षेत्र इकाइयों को निर्देश दिया है कि कोविड-19 महमारी की वजह से चलाए जा रहे राहत कार्य के दौरान अधिकारी और जवान लाभार्थियों के साथ नजदीक से तस्वीर खिंचवाने से बचें और परेशान लाभार्थियों की निजता का सम्मान करें।

बल यह निर्देश सोशल मीडिया पर लोगों को आवश्यक सामग्री देने के दौरान नजदीक से खींची गई तस्वीरों की बाढ़ आने के बाद दिया है। सीआरपीएफ ने हाल में अपने सभी क्षेत्र इकाइयों को भेजे संदेश में कहा कि देशभर में नागरिकों की मदद की तस्वीर जांच के लिहाज से खींचना जरूरी है लेकिन तस्वीर में लाभार्थी के चेहरे से बचना चाहिए।

सीआरपीएफ द्वारा दिए गए निर्देश की ‘‘पीटीआई-भाषा’’ को मिली प्रति के मुताबिक, ‘‘यह हमेशा ध्यान रखें की कैमरे के केंद्र में काम होना चाहिए न कि सामग्री देने और प्राप्त करने वाला।’’ बल ने कहा, ‘‘इसलिए इस मदद अभियान में लगे लोगों को नजदीक से तस्वीर लेने से बचना चाहिए, तस्वीर लेते समय इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि केंद्र में कार्य या गतिविधि होनी चाहिए ताकि लाभार्थी को ऐसा महसूस न हो कि उनकी निजता में घुसपैठ की जा रही है।’’

निर्देश में कहा गया कि तस्वीर खींचने का उद्देश्य दस्तावेजी सबूत के तौर पर जांच आदि के लिए होना चाहिए। वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘‘जरूरतमंदों की मदद का महान कार्य केवल तस्वीर खिंचवाने का मौका नहीं बन जाए बल्कि संकटग्रस्त, फंसे, भूखे और गरीब की वास्तविक मदद हो इसलिए यह निर्देश जारी किया गया है।’’

उल्लेखनीय है कि तीन लाख 25 हजार जवानों के साथ सीआरपीएफ देश का सबसे बड़ा अर्धसैनिक बल है। बल ने 40 दिनों के लॉकडाउन के दौरान अपने क्षेत्र इकाइयों को जरूरतमंदों को खाना आदि की मदद पहुंचाने का निर्देश दिया है।

कोरोना वायरस के प्रकोप के बीच जरूरतमंद लोगों में जरूरी सामग्री बांटने की तस्वीरें सोशल मीडिया पर तैर रही है लेकिन इसी बीच केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) ने अपने फील्ड इकाईयों को निर्देश दिया है कि वह अपने कर्मी या जरूरतमंद लोगों की निजता का ख्याल रखते हुए उनकी तस्वीरें नजदीक से न लें। सुरक्षा बल ने अपने सभी फील्ड इकाईयों से कहा है कि सामाजिक कार्य करते समय ‘ लेखा-जोखा के उद्देश्य से’ तस्वीरें खींचना महत्वपूर्ण है लेकिन ऐसा करते हुए कर्मी या जरूरतमंद लोगों की तस्वीरें खींचने से बचा जा सकता है।

सीआरपीएफ के इस निर्देश की जानकारी पीटीआई-भाषा को हासिल हुई है। इस संदेश में लिखा है, ‘‘ इस बात को ध्यान में रखना चाहिए कि कैमरे का फोकस कार्य पर हो न कि देने वाले या लेने वाले पर।’’ निर्देश में कहा गया है, ‘‘ इसलिए इस कार्य में शामिल लोगों की नजदीक से तस्वीर लेने से बचा जाए।

तस्वीरों में कार्य को दिखाया जाए ताकि किसी को यह न लगे कि उसकी निजता पर हमला किया जा रहा है।’’ सोशल मीडिया, अखबारों और टेलिविजन चैनलों पर खाद्य पदार्थ या जरूरी सामान वितरण करते हुए लोगों की तस्वीरें दिखाई गई हैं। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि इस तरह के सामाजिक कार्य को फोटो कार्यक्रम नही बनाया जाए इसलिए ये निर्देश जारी किये गए हैं। 

Web Title: Lockdown extension CRPF directive Avoid photographing faces beneficiaries Officers, respect the privacy of the needy

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