पटना: बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा ने नीतीश सरकार पर हमला बोला है। उन्होंने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री के जनता दरबार में सिलेक्टेड लोगों को बुलाया जाता है। जनता दरबार के माध्यम से नीतीश कुमार अपना ब्रांडिग करवा रहे हैं। जिला प्रशासन वैसे लोगों को बुलाता है जो दिखावे के लिए हो। जनता दरबार में कोविड प्रोटोकॉल का हवाला देकर लोगों से मिलने के नाम पर यह सारा खेल हो रहा है।
इससे आमजन की कोई समस्या दूर नहीं हो रही है। विजय सिन्हा ने कहा कि जिन फरियादियों को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के जनता दरबार में मौका नहीं मिलेगा, उन तमाम लोगों की बात सरकार तक पहुंचाने का काम भाजपा करेगी। इसे लेकर अब हर मंगलवार को भाजपा पार्टी कार्यालय में जनसंवाद लगाया जाएगा। विपक्ष के नाते इस दायित्व को निभाने का काम भाजपा करेगी।
बिहार सरकार ने क्या नया काम किया है, इसकी चर्चा हर सप्ताह भाजपा करेगी और जनता के सामने इसका खुलासा करेगी। उन्होंने कहा कि बिहार में थाने से लेकर ब्लॉक तक भ्रष्टाचार का बोलबाला है। बिहार में पुलिस इस मामले को दबाने का काम कर रही है। विजय सिन्हा ने कहा कि सुपौल में बीते दिनों चार युवकों की संदिग्ध मौत हुई लेकिन परिजन इसे दुर्घटना नहीं बल्कि हत्या बता रहे हैं।
लोग यदि पुलिस के खिलाफ बोलते है तो लाठियां बरसाई जाती है। आपराधिक घटनाओं को रोक पाने में सरकार विफल साबित हो रही है। आपराधिक घटनाओं और गोली चलाने वाले को जाति के नाम से जोड़ा जा रहा है। उन्होंने कहा कि बिहार में अराजकता का माहौल पैदा किया गया है। मौजूदा सरकार के कारण अपराधियों का मनोबल बहुत बढ़ चुका है। अपराधियों पर कार्रवाई करने के बजाय सरकार धृतराष्ट्र बनी हुई है।
विजय सिन्हा ने कहा कि बिहार में जनता का राज नहीं जंगलराज है। प्रदेश को गुंडों और बदमाशों के हवाले कर दिया गया है। जाति और संप्रदाय के नाम पर बिहार में जहर की खेती की जा रही है। भ्रष्टाचार सबसे पहले समाप्त होनी चाहिए। जब तक इसकी भागीदारी रहेगी जनता को कोई लाभ नहीं मिलेगी। उन्होंने कहा कि पहली बार ऐसा देखने को मिला कि एक उद्घाटन के लिए दो फीता लगाया गया और दो कैची भी मंगवाई गयी। एक साथ मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री ने यानि दो लोगों ने फीता काटा। ऐसा कभी हुआ था क्या?