Land-For-Jobs Case: पूर्व रेल मंत्री लालू प्रसाद और तेजस्वी यादव समेत 11 को आरोपी बनाया, भाजपा और राजद में वार
By एस पी सिन्हा | Published: August 6, 2024 05:29 PM2024-08-06T17:29:49+5:302024-08-06T17:32:07+5:30
Land-For-Jobs Case: तेजस्वी यादव पर चार्जशीट मामले पर राजद के मुख्य प्रवक्ता शक्ति सिंह यादव ने कहा कि यह सप्लीमेंट्री चार्जशीट नहीं है बल्कि भाजपा का चार्जशीट है। कितनी बार करेंगे?
Land-For-Jobs Case: रेलवे में नौकरी के बदले जमीन घोटाले में दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट में ईडी के द्वारा मंगलवार को नई पूरक चार्जशीट दाखिल कर पूर्व रेल मंत्री लालू प्रसाद यादव और उनके बेटे तेजस्वी यादव समेत 11 को आरोपी बनाए जाने के बाद सियासत गर्मा गई है। तेजस्वी यादव पर चार्जशीट मामले पर राजद के मुख्य प्रवक्ता शक्ति सिंह यादव ने कहा कि यह सप्लीमेंट्री चार्जशीट नहीं है बल्कि भाजपा का चार्जशीट है। कितनी बार करेंगे? यह लोग जितनी बार करेंगे कुछ प्राप्त नहीं होगा।
उन्होंने कहा कि तेजस्वी यादव रेल मंत्री थे क्या? बहुत लोगों को बारे में खुल-खुल के नाम लिया गया था, जो लोग मंत्री तक बने हैं उनका क्या हो रहा है? शक्ति यादव ने कहा कि रेलवे ने नहीं माना है कि कोई ऐसी बात हुई है, यह भाजपा का अलग यह एक चार्जशीट है, जिन लोगों ने लालू प्रसाद यादव के खिलाफ साजिश किया, बदनाम करने की कोशिश की सब पर प्रभु का कोड़ा भी चलता है।
वहीं, शक्ति यादव के बयान पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए भाजपा के प्रवक्ता प्रेम रंजन पटेल ने कहा कि ईडी जांच कर रही है। लैंड फॉर जॉब रेलवे में नौकरी देने के नाम पर जमीन लेने का और उसे मामले में तेजस्वी यादव भी आरोपी हैं। तेजस्वी यादव के नाम से भी कई जमीनों का स्थानांतरण हुआ है।
उन्होंने कहा कि लालू यादव रेल मंत्री थे और उनके रेल मंत्री रहते कई लोगों को नौकरी दी गई और नौकरी के बदले में जमीन लिया गया था। पैसे का लेनदेन हुआ और जो दोषी हैं उन पर कार्रवाई होगा। उधर, कांग्रेस के विधायक प्रतिमा कुमारी ने कहा कि केंद्र की जो भाजपा की सरकार है, यह अपने सरकारी तंत्रों का दुरुपयोग करती है। यह ज्यूडिशियरी की नहीं सुन रही है।
जिस नेता को परेशान करना है, तब वह केस दायर कर देते हैं। बिहार में विधानसभा चुनाव है और भाजपा के लोगों को पता है कि तेजस्वी यादव बिहार में लोकप्रिय नेता आने वाले विधानसभा चुनाव में भाजपा की बहुत बुरी तरह से हार होने वाली है। चाहे उन पर जितना भी चार्ज लग जाए कोई फर्क पड़ने वाला नहीं है। साल 2025 में भाजपा और एनडीए गठबंधन का सूपड़ा साफ हो जाएगा।