लाइव न्यूज़ :

लद्दाख सीमा पर तनावः चीन सीमा पर एलएसी से सटे गांवों में ब्लैकआउट के बीच गांव खाली करवाने की भी तैयारी

By सुरेश एस डुग्गर | Updated: June 18, 2020 18:05 IST

सूत्रों के अनुसार, सेना ने पूर्वी लद्दाख में दमचोक, डेपसांग और पैंगांग के गांवों को खाली करने को कहा है। दरअसल इन गांवों में घुस कर अतीत में चीनी सेना भारतीयों को भी अगवा करती रही है। मिलने वाले समाचारों के मुताबिक, सेना ने इन इलाकों में मोर्चाबंदी करनी आरंभ की है क्योंकि चीन पहले ही गलवान वैली इलाके में मजबूत मोर्चाबंदी कर चुका है।

Open in App
ठळक मुद्देहालांकि न ही इन गांवों की संख्या बहुत ज्यादा है और न ही आबादी फिर भी भारतीय पक्ष कोई खतरा मोल नहीं लेना चाहता। बीस सैनिकों की शहादत और चीन के साथ बढ़ते तनाव के बीच पूर्वी लद्दाख में एलएसी से सटे 21 के करीब गांवों में ब्लैकआउट कर दिया गया है।श्योक और गलवान नदी के संगम स्थल के पास सोमवार रात की घटना के बाद से पूरे इलाके में हाई अलर्ट घोषित कर दिया गया है।

जम्मूः फिलहाल इसकी आधिकारिक तौर पर पुष्टि नहीं हुई है लेकिन मिलने वाली खबरें कहती हैं कि लद्दाख में चीन सीमा पर गलवान वैली इलाके के साथ साथ अन्य ‘विवादित’ क्षेत्रों में भी भारतीय गांवों में ब्लैकआउट के निर्देश देने के साथ ही उन्हें खाली करवाने की तैयारी चल रही है।

हालांकि न ही इन गांवों की संख्या बहुत ज्यादा है और न ही आबादी फिर भी भारतीय पक्ष कोई खतरा मोल नहीं लेना चाहता। सूत्रों के अनुसार, सेना ने पूर्वी लद्दाख में दमचोक, डेपसांग और पैंगांग के गांवों को खाली करने को कहा है। दरअसल इन गांवों में घुस कर अतीत में चीनी सेना भारतीयों को भी अगवा करती रही है। मिलने वाले समाचारों के मुताबिक, सेना ने इन इलाकों में मोर्चाबंदी करनी आरंभ की है क्योंकि चीन पहले ही गलवान वैली इलाके में मजबूत मोर्चाबंदी कर चुका है।

अधिकारियों के बकौल, बीस सैनिकों की शहादत और चीन के साथ बढ़ते तनाव के बीच पूर्वी लद्दाख में एलएसी से सटे 21 के करीब गांवों में ब्लैकआउट कर दिया गया है। ज्यादातर गांवों में पिछले एक माह से इमरजेंसी जैसे हालात हैं, लेकिन श्योक और गलवान नदी के संगम स्थल के पास सोमवार रात की घटना के बाद से पूरे इलाके में हाई अलर्ट घोषित कर दिया गया है।

एलएसी पर जमीन कब्जाने को लेकर चीन की चाल को सबसे पहले स्थानीय खानाबदोश लोग ही भांपते रहे हैं। सर्दी के मौसम में अग्रिम इलाकों में कोई आवाजाही नहीं रहती। इन 21 गांवों के लोग अपनी भेड़, बकरियों और याक को चराने के लिए चरागाहों में लेकर जाते हैं। सीमावर्ती इलाकों में दिन-रात गश्त तेज की गई है। ये गांव चुशुल, पैंगोंग झील से लेकर गलवान, श्योक से दौलत बेग ओल्डी तक पड़ते हैं। लद्दाख स्वायत्त पहाड़ी विकास परिषद के चुशुल निर्वाचन क्षेत्र में आठ गांव हैं जबकि तंगसे क्षेत्र में 13 छोटे गांवों की तकरीबन चार हजार आबादी एलएसी के बिल्कुल नजदीक बसी हुई है।

तंगसे क्षेत्र की ढाई हजार से ज्यादा आबादी एलएसी के बिल्कुल नजदीक है। एलएसी के हालात का सीधा असर इन पर सबसे पहले पड़ता है। इन इलाकों में पूरी तरह से ब्लैकआउट है। एलएसी से सटे गांवों में हालात को लेकर लद्दाख के लोगों को चिंता है क्योंकि वहां पर किसी से संपर्क नहीं हो पा रहा है। एक लेहवासी के बकौल, अग्रिम इलाकों के नाजुक हालात में स्थानीय लोगों को कुछ मुश्किलें जरूर हैं लेकिन वे हर हाल में सेना और देश के साथ खड़े हैं।

टॅग्स :लद्दाखचीनशी जिनपिंगनरेंद्र मोदीदिल्लीजम्मू कश्मीरपाकिस्तानभारतीय सेना
Open in App

संबंधित खबरें

भारतजीवन रक्षक प्रणाली पर ‘इंडिया’ गठबंधन?, उमर अब्दुल्ला बोले-‘आईसीयू’ में जाने का खतरा, भाजपा की 24 घंटे चलने वाली चुनावी मशीन से मुकाबला करने में फेल

क्रिकेटवैभव सूर्यवंशी की टीम बिहार को हैदराबाद ने 7 विकेट से हराया, कप्तान सुयश प्रभुदेसाई ने खेली 28 गेंदों में 51 रन की पारी, जम्मू-कश्मीर को 7 विकेट से करारी शिकस्त

भारतPariksha Pe Charcha 2026: 11 जनवरी तक कराएं पंजीकरण, पीएम मोदी करेंगे चर्चा, जनवरी 2026 में 9वां संस्करण

कारोबारIndiGo Crisis: 7 दिसंबर रात 8 बजे तक सभी यात्रियों को तत्काल पैसा वापस करो?, मोदी सरकार ने दिया आदेश, छूटे हुए सभी सामान अगले 48 घंटों के भीतर पहुंचाओ

भारतIndiGo Crisis: इंडिगो ने 5वें दिन की सैकड़ों उड़ानें की रद्द, दिल्ली-मुंबई समेत कई शहरों में हवाई यात्रा प्रभावित

भारत अधिक खबरें

भारतकथावाचक इंद्रेश उपाध्याय और शिप्रा जयपुर में बने जीवनसाथी, देखें वीडियो

भारत2024 में महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव, 2025 तक नेता प्रतिपक्ष नियुक्त नहीं?, उद्धव ठाकरे ने कहा-प्रचंड बहुमत होने के बावजूद क्यों डर रही है सरकार?

भारतजमीनी कार्यकर्ताओं को सम्मानित, सीएम नीतीश कुमार ने सदस्यता अभियान की शुरुआत की

भारतसिरसा जिलाः गांवों और शहरों में पर्याप्त एवं सुरक्षित पेयजल, जानिए खासियत

भारतउत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोगः 15 विषय और 7466 पद, दिसंबर 2025 और जनवरी 2026 में सहायक अध्यापक परीक्षा, देखिए डेटशीट