शिमला, 18 सितंबर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने शनिवार को कहा कि देश की अर्थव्यवस्था पर कोविड महामारी की बहुत गहरी मार पड़ी और सरकार ने संकट दूर करने एवं गरीबों की मदद करने के लिए कई वित्तीय उपाय किये।
कोविंद ने यहां राष्ट्रीय लेखा परीक्षण एवं खाता अकादमी में भारतीय ऑडिट एवं खाता सेवा के प्रशिक्षु अधिकारियों के विदाई समारोह में यह बात कही।
उन्होंने कहा कि पिछले 18 महीने देश के लिए कष्टकर रहे हैं और अर्थव्यवस्था पर कोविड-19 महामारी का बहुत बुरा असर रहा है ।
उन्होंने कहा कि सरकार ने गरीबों के कल्याण एवं संकट दूर करने के लिए कई वित्तीय कदम उठाये हैं।
राष्ट्रपति ने कहा कि इसके लिए अक्सर उस धन से पैसे जुटाये गये जिसके बारे में कहा जा सकता है कि वह धन हमारे बच्चों और उनकी भी आगे वाली पीढी के काम आता ।
उन्होंने कहा, ‘‘ ऐसे में हमारी उनके प्रति जिम्मेदारी बनती है कि इन दुर्लभ संसाधनों का यथासंभव श्रेष्ठ उपयोग किया जाए और उनका गरीबों के कल्याण के लिए सबसे प्रभावी तरीके से इस्तेमाल किया जाए, उसमें कैग की बहुत बड़ी भूमिका है। ’’
कोविंद ने कहा कि ऑडिट से व्यवस्था की गहरी समझ हासिल करने का अनोखा मौका मिलता है तथा वह कैग को सुधारों का सुझाव देने के लिए अच्छी स्थिति में रखता है।
राष्ट्रपति ने इस मौके पर मेधावी प्रशिक्षु अधिकारियों को पदक प्रदान किये।
कार्यक्रम में उनकी पत्नी सविता कोविंद, हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल विश्वनाथ आर्लेकर और मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर भी मौजूद थे।
उससे पहले नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (कैग) चंद्र मुर्मु ने राष्ट्रपति का स्वागत किया।
राष्ट्रपति चार दिन की हिमाचल प्रदेश यात्रा पर है। शुकवार शाम को राज्यपाल ने उनके सम्मान में राजभवन में सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया था एवं भोज दिया था। कोविंद रविवार सुबह शिमला से दिल्ली लौट आयेंगे।
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