Kolkata rape-murder case: शाम 5 बजे की डेडलाइन खत्म, सुप्रीम कोर्ट आदेश के बावजूद काम पर नहीं लौटे जूनियर डॉक्टर, आगे क्या होगा?, जानें क्या हैं इनकी मांगें
By सतीश कुमार सिंह | Published: September 10, 2024 05:47 PM2024-09-10T17:47:33+5:302024-09-10T18:13:33+5:30
Kolkata rape-murder case live updates: बलात्कार और उसकी हत्या की घटना के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे कनिष्ठ चिकित्सकों ने सोमवार शाम को कहा कि मंगलवार शाम पांच बजे तक काम पर लौटने के उच्चतम न्यायालय के निर्देश के बावजूद वे काम नहीं करेंगे।
Kolkata rape-murder case live updates: पश्चिम बंगाल में आरजी कर अस्पताल की चिकित्सक के साथ कथित बलात्कार और उसकी हत्या की घटना के खिलाफ प्रदर्शन जारी है। सुप्रीम कोर्ट ने आज शाम 5 बजे काम पर लौटने को कहा था। प्रदर्शनकारी जूनियर डॉक्टरों ने सुप्रीम कोर्ट के आदेशों की अवहेलना की। चिकित्सकों का कहना है कि उनकी मांगें अभी भी अधूरी हैं। डॉक्टरों ने कहा कि जब तक उनकी मांगें लागू नहीं हो जातीं, वे अपना काम बंद विरोध प्रदर्शन जारी रखेंगे। डॉक्टरों ने राज्य के स्वास्थ्य सचिव और स्वास्थ्य शिक्षा निदेशक के इस्तीफे की मांग की है। आंदोलनकारी जूनियर डॉक्टरों ने शाम 5 बजे तक ड्यूटी पर लौटने के उच्चतम न्यायालय के निर्देश की अवज्ञा की, मांगें पूरी होने तक काम पर नहीं लौटेंगे।
Kolkata Rape Case: Watch as India Today's Suryagni Roy speaks with RG Kar Hospital doctors protesting on the streets. Tune in #KolkataRapeCase#RGKarHospital#SandipGhosh#5Live@shivaroor@RittickMondal@suryavachanpic.twitter.com/7NdVE64i1b
— IndiaToday (@IndiaToday) September 10, 2024
सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को हड़ताल पर गए डॉक्टरों को आज शाम 5 बजे काम पर लौटने का निर्देश दिया था और उन्हें आश्वासन दिया कि उन्हें कार्रवाई का सामना नहीं करना पड़ेगा। हालाँकि, उन्होंने यह भी चेतावनी दी कि यदि डॉक्टर काम पर नहीं लौटते हैं, तो उनके खिलाफ की जाने वाली किसी भी कार्रवाई के लिए उन्हें जिम्मेदार नहीं ठहराया जा सकता है।
#WATCH | Kolkata, West Bengal: #RGKarMedicalCollegeHospital financial irregularities case | After completion of 8-day CBI custody, CBI produced former RG Kar Medical College principal #SandipGhosh before Alipore judges court. pic.twitter.com/WoL881PZB8
— The Times Of India (@timesofindia) September 10, 2024
लालबाजार स्थित कोलकाता पुलिस मुख्यालय के बाहर प्रदर्शन करने के एक सप्ताह बाद, सैकड़ों जूनियर चिकित्सकों ने मंगलवार को स्वास्थ्य भवन की ओर मार्च किया और आर जी कर अस्पताल में बलात्कार एवं हत्या की पीड़िता चिकित्सक के लिए न्याय की मांग की। इसके साथ ही प्रदर्शनकारी चिकित्सकों ने मामले में कोलकाता के पुलिस आयुक्त एवं कई स्वास्थ्य अधिकारियों के इस्तीफे की मांग की।
प्रदर्शनकारी डॉक्टर पिछले सप्ताह लालबाजार में रीढ़ की हड्डी का मॉडल लेकर गए थे। इस बार प्रदर्शनकारी डॉक्टरों ने साल्ट लेक के सेक्टर-5 में पश्चिम बंगाल स्वास्थ्य विभाग के मुख्यालय की ओर मार्च करते हुए झाड़ू और मस्तिष्क का मॉडल दिखाया।
प्रदर्शनकारी चिकित्सकों का उद्देश्य राज्य के स्वास्थ्य क्षेत्र को ‘साफ’ करना और डॉक्टरों की दुर्दशा के बारे में शीर्ष अधिकारियों को ‘सोचने’ के लिए मजबूर करना है। प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए स्वास्थ्य भवन के प्रवेश द्वार पर पुलिस टुकड़ी तैनात की गई है और बैरिकेड लगाए गए हैं।
The national anthem at the coffee house in kolkata - remembering the rg kar rape &murder victim - my kolkata 😍 pic.twitter.com/94Q6Dj7Q8j
— pallavi ghosh (@_pallavighosh) September 10, 2024
हमारी मांगें पूरी नहीं हुई हैं और मृतका को न्याय नहीं मिला
प्रदर्शनकारी चिकित्सकों ने राज्य के स्वास्थ्य सचिव और स्वास्थ्य शिक्षा निदेशक (डीएचई) के इस्तीफे की मांग करते हुए कहा कि वे मंगलवार दोपहर को साल्ट लेक स्थित स्वास्थ्य विभाग के मुख्यालय ‘स्वास्थ्य भवन’ तक एक रैली भी निकालेंगे। एक प्रदर्शनकारी चिकित्सक ने यहां अपने शासी निकाय की एक बैठक के बाद कहा, ‘‘हमारी मांगें पूरी नहीं हुई हैं और मृतका को न्याय नहीं मिला है।
हम अपना आंदोलन जारी रखेंगे और काम पर नहीं लौटेंगे। हम चाहते हैं कि स्वास्थ्य सचिव और डीएचई इस्तीफा दें।’’ जूनियर डॉक्टर पिछले करीब एक महीने से काम पर नहीं लौटे हैं। इससे पहले, चिकित्सकों को काम पर तत्काल लौटने का निर्देश देते हुए सोमवार को कहा कि ‘‘विरोध प्रदर्शन कर्तव्य की कीमत पर नहीं किया जा सकता।’’
कोलकाता पुलिस ने अगले दिन इस मामले में एक आरोपी को गिरफ्तार किया था
प्रधान न्यायाधीश डी वाई चंद्रचूड़, न्यायमूर्ति जे बी पारदीवाला और न्यायमूर्ति मनोज मिश्रा की पीठ ने प्रदर्शनकारी चिकित्सकों को मंगलवार शाम पांच बजे तक काम पर लौटने का निर्देश दिया और उन्हें आश्वासन दिया कि अगर वे काम पर लौटते हैं, तो उनके खिलाफ कोई प्रतिकूल कार्रवाई नहीं की जाएगी।
आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल की प्रशिक्षु परास्नातक चिकित्सक के साथ कथित रूप से दुष्कर्म के बाद उसकी हत्या कर दी गई थी। इस घटना को लेकर राष्ट्रीय स्तर पर विरोध प्रदर्शन हुए हैं। महिला चिकित्सक का शव नौ अगस्त को सेमिनार हॉल में मिला था। कोलकाता पुलिस ने अगले दिन इस मामले में एक आरोपी को गिरफ्तार किया था।
51 डॉक्टरों को नोटिस जारी किया
आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल ने धमकी की संस्कृति को बढ़ावा देने और संस्थान के लोकतांत्रिक माहौल को खतरे में डालने के लिए 51 डॉक्टरों को नोटिस जारी किया है और उन्हें 11 सितंबर को जांच समिति के समक्ष पेश होने के लिए कहा है। अस्पताल के अधिकारियों द्वारा जारी नोटिस में कहा गया है कि उन्हें समिति के समक्ष अपनी बेगुनाही साबित करनी होगी।
आरजी कर अस्पताल की विशेष परिषद समिति द्वारा लिए गए निर्णय के अनुसार, उन 51 डॉक्टरों के लिए संस्थान के परिसर में प्रवेश प्रतिबंधित है, जब तक कि जांच समिति द्वारा उन्हें नहीं बुलाया जाता। अस्पताल के प्राचार्य द्वारा हस्ताक्षरित नोटिस में कहा गया है इन डॉक्टरों के कॉलेज की गतिविधियों में भाग लेने पर भी प्रतिबंध लगाया गया है।
देश भर में आक्रोश फैल गया और प्रदर्शन हुए
सूची में वरिष्ठ रेजिडेंट, हाउस स्टाफ, इंटर्न और प्रोफेसर शामिल हैं। आरजी कर अस्पताल में एक स्नातकोत्तर प्रशिक्षु डॉक्टर की मौत के बाद नौ अगस्त से जूनियर डॉक्टर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। डॉक्टर से ड्यूटी के दौरान कथित तौर पर बलात्कार किया गया और उसकी हत्या कर दी गई। इस घटना से देश भर में आक्रोश फैल गया और प्रदर्शन हुए।
पश्चिम बंगाल में प्रदर्शनकारी जूनियर डॉक्टरों ने कहा कि वे आरजी कर अस्पताल की उस डॉक्टर के लिए न्याय की मांग को लेकर अपना ‘काम बंद’ जारी रखेंगे, जिसकी बलात्कार के बाद हत्या कर दी गई थी। हालांकि, उच्चतम न्यायालय ने मंगलवार शाम पांच बजे तक डॉक्टरों को काम पर लौटने का निर्देश दिया है।