Kolkata rape case: 'गेस्ट हाउस में छात्रों को शराब पिलाता था, वह माफिया जैसा था', मेडिकल कॉलेज के बर्खास्त प्रिंसिपल डॉ संदीप घोष पर पूर्व सहकर्मी ने गंभीर आरोप लगाए
By शिवेन्द्र कुमार राय | Updated: August 14, 2024 15:09 IST2024-08-14T15:07:27+5:302024-08-14T15:09:27+5:30
Kolkata rape case: अस्पताल के पूर्व उपाधीक्षक अख्तर अली ने दावा किया है कि घोष कई भ्रष्ट गतिविधियों में लिप्त थे। उन्होंने आरोप लगाया कि वह छात्रों को जानबूझकर फेल करते थे और संस्थान में हर काम के लिए पैसे मांगना संदीप घोष की आदत थी।

कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के बर्खास्त प्रिंसिपल डॉ. संदीप घोष
Kolkata rape case: कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के बर्खास्त प्रिंसिपल डॉ. संदीप घोष के बारे में उनके पूर्व सहकर्मियों ने चौंकाने वाला खुलासा किया है। पूर्व सहकर्मियों ने डॉ. संदीप घोष को एक बेहद ही भ्रष्ट व्यक्ति बताया है। इस समय अस्पताल परिसर में एक प्रशिक्षु स्नातकोत्तर डॉक्टर के साथ बलात्कार और हत्या के बाद संदीप घोष विवादों में हैं।
अस्पताल के पूर्व उपाधीक्षक अख्तर अली ने दावा किया है कि घोष कई भ्रष्ट गतिविधियों में लिप्त थे। उन्होंने आरोप लगाया कि वह छात्रों को जानबूझकर फेल करते थे और संस्थान में हर काम के लिए पैसे मांगना संदीप घोष की आदत थी।
#WATCH | RG Kar Medical College and Hospital rape-murder case | On former principal Prof. (Dr.) Sandip Ghosh, Akhtar Ali, Ex-Deputy Superintendent, RG Kar Medical College and Hospital, says, " He is a very corrupt person. He used to fail students, he used to avail 20% commission… pic.twitter.com/QGdUZqyHGW
— ANI (@ANI) August 14, 2024
समाचार एजेंसी एएनआई से बात करते हुए अख्तर अली ने कहा, "वह बहुत भ्रष्ट व्यक्ति है। वह छात्रों को फेल कर देता था। टेंडर ऑर्डर पर उसे 20% कमीशन मिलता था। वह आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में होने वाले हर काम के लिए पैसे लूटता था। वह अपने गेस्ट हाउस में छात्रों को शराब पिलाता था। वह माफिया जैसा था।"
अली ने आगे कहा, "घोष के पास बड़ी सुरक्षा थी। वह बहुत शक्तिशाली है। मैंने 2023 में उसके खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी। उसका इस्तीफा सिर्फ दिखावा था। उसके इस्तीफे के आठ घंटे के भीतर ही उसे नेशनल मेडिकल कॉलेज में प्रिंसिपल के रूप में नियुक्त कर दिया गया।"
बता दें कि कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में ट्रेनी डॉक्टर के साथ बलात्कार और हत्या के बाद पूरे देश में उबाल है। इस घटना पर भारी आक्रोश के बाद राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग (एनएमसी) ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा के निर्देशों का पालन करते हुए सभी मेडिकल कॉलेजों और संस्थानों को एक सलाह जारी की है। इसमें कर्मचारियों और छात्रों के लिए सुरक्षित कार्य वातावरण सुनिश्चित करने वाली नीतियों को विकसित करने और लागू करने का आग्रह किया गया है।
इस घटना की जांच अब सीबीआई को सौंप दी गई है। सीबीआई की टीम में स्वास्थ्य और फोरेंसिक विशेषज्ञों को भी शामिल किया गया है। मामले की जांच के लिए सीबीआई अधिकारियों के तीन समूह बनाए गए हैं। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार महिला की यौन उत्पीड़न के बाद हत्या की गई थी। चार पन्नों की रिपोर्ट के अनुसार, महिला के गुप्तांग से खून बह रहा था और शरीर के अन्य हिस्सों में चोट के निशान थे। उसकी गर्दन की हड्डी भी टूटी हुई पाई गई। मृत पाई गई प्रशिक्षु चिकित्सक छाती रोग चिकित्सा विभाग की द्वितीय वर्ष की छात्रा थी और बृहस्पतिवार की रात ड्यूटी पर तैनात थी।