केरल: तिरंगे के साथ तटरक्षक बल का ध्वज मिला कूड़े में, पुलिस ने पूरे प्रोटोकॉल के साथ दी सलामी, अज्ञात अपराधियों के खिलाफ ध्वज के अपमान का दर्ज किया केस
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: July 13, 2022 10:06 PM2022-07-13T22:06:49+5:302022-07-13T22:09:57+5:30
केरल के एर्नाकुलम के बाहरी इलाके में कचरे में तिरंगे के साथ-साथ तटरक्षक बल का ध्वज पाया गया। एर्नाकुलम पुलिस फौरन मौके पर पहुंची और भारतीय ध्वज को पूरे प्रोटोकॉल के मुताबिक सलामी देकर उस जगह से ससम्मान उठाया।
कोच्चि: देश के राष्ट्रीय ध्वज तिरंगे और तटरक्षक बल के झंडे केरल के एर्नाकुलम के बाहरी इलाके में कचरे के साथ फेंके गए थे। इस मामले की जानकारी जैसे ही स्थानीय पुलिस को हुई वो फौरन मौके पर पहुंची और साथ नौसेना और तटरक्षक बल ने अधिकारी भी पहुंचे तिरंगे के अपमान का मामला दर्ज करके मामले की जांच की जा रही है।
इस मामले में एर्नाकुलम पुलिस ने बुधवार को बताया कि उसने घटना के संबंध में अज्ञात लोगों के खिलाफ केस दर्ज करते हुए मामले की जांच शुरू कर दी है। जिला पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच के लिए स्पेशल टीम बनाई है।
वहीं रक्षा सूत्रों ने समाचार एजेंसी पीटीआई को बताया कि नौसेना और तटरक्षक बल भी एर्नाकुलम पुलिस के साथ-साथ घटना की समानांतर जांच कर रहे हैं और पुलिस को सहयोग कर रहे हैं।
घटना के मामले में कोच्चि पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि पुलिस को इस बात की जानकारी तब हुई जब उस क्षेत्र से गुजर रहे एक पूर्व सैन्यकर्मी ने हमें सूचना दी। इसके बाद पुलिस टीम फौरन मौके पर पहुंची। पुलिस टुकड़ी ने ससम्मान तिरंगे के साथ तटरक्षक बल के ध्वज को उठाया। उसके बाद भारतीय ध्वज को प्रोटोकॉल के मुताबिक सलामी दी गई।
जिस जगह पर दोनों ध्वज बरामद हुए वो एर्नाकुलम शहर का बाहरी इलाका है, जहां इरुम्पनम श्मशान घाट के पास खाली जमीन से दोनों झंडों को उठाया गया। पुलिस अधिकारी ने कहा कि स्पेशल टीम घटना की गहन पड़ताल कर रही है और इस संबंध में कोचीन नौसेना बेस और तटरक्षक बल से भी जानकारी मांगी गई है।
उन्होंने कहा कि उम्मीद की जा रही है कि ये अपराध नौसेना बेस या तटरक्षक बल के बाहर के किसी व्यक्ति का है, जिसने बेहद अपमानजनक तरीके से दोनों झंडों को वहां पर फेंका था।
वहीं रक्षा सूत्रों का कहना है कि संभवतः जिन एजेंसियों को नौसेना और तटरक्षक बल के स्टोर डिपो के बाहर से स्क्रैप इकट्ठा करने के लिए ठेके दिए गए थे, वो इस तरह की हरकत कर सकते हैं। सूत्रों के मुताबिक नौसेना और तटरक्षक बल इस बात की जांच कर रहे हैं कि कहीं कबाड़ के साथ राष्ट्रीय ध्वज और बल का ध्वज तो नहीं दे दिया गया।
लेकिन इसके साथ ही रक्षा सूत्रों का कहना है कि नौसेना या तटरक्षक बल के जवान कभी भी ऐसी गलती नहीं करेंगे क्योंकि वे 2002 के ध्वज संहिता के अनुसार राष्ट्रीय ध्वज के प्रोटोकॉल से अच्छी तरह से वाकिफ होते हैं।
ध्वज संहिता 2002 के अनुसार राष्ट्रीय ध्वज को किसी भी तरह से अपवित्र करना, विकृत करना या उसका अनादर करना दडनीय अपराध है और इसके लिए तीन साल तक की कैद या जुर्माना या फिर दोनों हो सकते हैं।