जानिए कौन हैं IPS वृंदा शुक्ला जिन्होंने बाहुबली नेता मुख्तार अंसारी की बहू को चित्रकूट जेल से गिरफ्तार किया
By शिवेंद्र राय | Published: February 12, 2023 05:50 PM2023-02-12T17:50:39+5:302023-02-12T17:52:30+5:30
आईपीएस वृंदा शुक्ला ने साल 2014 में संघ लोक सेवा आयोग की परीक्षा पास की। चित्रकूट में वृंदा शुक्ला की पुलिस अधिक्षक के रूप में ये पहली तैनाती है। अमेरिका की ब्रैंडिस यूनिवर्सिटी में पढ़ाई करने के बाद उन्होंने लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स एंड सोशल साइंस से डिग्री हासिल की।
नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश की चित्रकूट जेल में अचानक पड़े डीएम और एसपी के छापे में बाहुबली नेता मुख्तार अंसारी की बहू निकहत बानो को पुलिस ने गिरफ्तार किया था। मुख्तार अंसारी की बहू और विधायक अब्बास अंसारी की पत्नी निकहत बानो को पूरी रणनीति बनाकर दबोचा गया। चित्रकूट जेल में डाले गए छापे का नेतृत्व युवा पुलिस अधिकारी और चित्रकूट की पुलिस अधिक्षक वृंदा शुक्ला ने किया। इस साहस भरे काम के बाद से ही इंटरनेट पर आईपीएस वृंदा शुक्ला को खूब सर्च किया जा रहा है। लोग जानने की कोशिश कर रहे हैं कि आखिर आईपीएस वृंदा शुक्ला कौन हैं।
अमेरिका में पढ़ाई, चित्रकूट में पहली तैनाती
आईपीएस वृंदा शुक्ला ने साल 2014 में संघ लोक सेवा आयोग की परीक्षा पास की। इससे पहले वह अमेरिका की ब्रैंडिस यूनिवर्सिटी में पढ़ाई करने के बाद लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स एंड सोशल साइंस से डिग्री हासिल करने के बाद अमेरिका में ही नौकरी कर रही थीं। वृंदा शुक्ला की शुरुआती पढ़ाई हरियाणा के कार्मल कॉन्वेंट और कॉन्वेंट ऑफ जीसस एंड मैरी स्कूल में हुई है। उन्होंने उच्च शिक्षा पुणे के महिंद्रा यूनाइटेड वर्ल्ड कॉलेज ऑफ इंडिया से प्राप्त की।
वृंदा शुक्ला के पति अंकुर अग्रवाल भी यूपी के चंदौली जिले के मौजूदा पुलिस कप्तान हैं। अंकुर अग्रवाल ने संघ लोक सेवा आयोग की परीक्षा साल 2016 में पास की थी। चित्रकूट में वृंदा शुक्ला की पुलिस अधिक्षक के रूप में ये पहली तैनाती है और पहली ही बार उन्होंने इतना साहस का काम कर दिखाया। वृंदा शुक्ला ने बाहुबली नेता मुख्तार अंसारी की बहू निकहत बानो को गिरफ्तार करने के पीछे की पूरी कहानी भी बताई है।
मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा, "जेल में पिछले कुछ दिनों से अनाधिकृत गतिविधियां चल रही थीं। बाहर के लोग बंदियों से अनाधिकृत रूप से मिल रहे थे। इसी सूचना के आधार मैंने जेल का आकस्मिक निरीक्षण किया और जेल में सभी संवेदनशील बैरकों को की तलाशी ली गई। पाया गया कि अब्बास अंसार अपनी बैरक में मौजूद नहीं हैं। पूछताछ करने पर पता लगा कि अब्बास की मुलाकात निकहत बानो से कारागार कार्यालय के एक कमरे में कराई जाती है। अब्बास और उनकी पत्नी की मुलाकात का विवरण रजिस्टर में दर्ज नहीं किया जाता है। इसी क्रम में जब उस कमरे में जाकर देखा गया तो अब्बास अंसारी की पत्नी निकहत मौजूद मिलीं और उनके पास से मोबाइल फोन बरामद हुए। हमने गृह और कारागार विभाग को एक संयुक्त रिपोर्ट भेजी है। अब इस मामले में स्वतंत्र जांच कराई जा रही है।"
बता दें कि निकहत बानो की गिरफ्तारी के बाद पुलिस को कुछ चौंकाने वाली जानकारियां भी मिलीं। छानबीन में पता चला कि मनी लॉन्ड्रिंग के एक केस में चित्रकूट जेल में बंद अब्बास अंसारी से मिलने निकहत नियमित तौर आती थी। इस पूरे खेल में जेल प्रशासन की मिली भगत भी सामने आई है। निकहत जेल में आने के बाद जेलर के बगल वाले कमरे में पति अब्बास अंसारी के साथ एकांत में 3-4 घंटे बिताती थी।
ये पूरा ऑपरेशन खूफिया तरीके से चलाया गया। चित्रकूट जेल पर छापा मारने के लिए जाने के दौरान वृंदा शुक्ला ने अपने आधिकारिक सरकारी वाहन का इस्तेमाल नहीं किया। वह प्राइवेट गाड़ी से पहुंची ताकि किसी को भनक न लगे।