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केरल: विपक्ष ने गवर्नर-CPIM पर लगाया 'अपवित्र गठबंधन' का आरोप, विधानसभा से किया वॉकआउट

By मनाली रस्तोगी | Updated: February 18, 2022 10:50 IST

केरल में विपक्षी दल के सदस्यों ने "राज्यपाल और सत्तारूढ़ दल सीपीआईएम के बीच अपवित्र गठबंधन" का आरोप लगाते हुए विधानसभा से वॉकआउट करने के बाद विधानसभा हॉल के बाहर विरोध प्रदर्शन किया। इसका एक वीडियो भी सामने आया है।

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ठळक मुद्देकेरल में विपक्षी दल के सदस्यों ने "राज्यपाल और सत्तारूढ़ दल सीपीआईएम के बीच अपवित्र गठबंधन" का आरोप लगायाविपक्ष ने आरोप लगाते हुए विधानसभा से वॉकआउट करने के बाद विधानसभा हॉल के बाहर विरोध प्रदर्शन किया

तिरुवनंतपुरम: केरल में विपक्षी दल के सदस्यों ने राज्यपाल और सत्तारूढ़ दल सीपीआईएम के बीच अपवित्र गठबंधन का आरोप लगाया है। ऐसे में शुक्रवार को सदस्यों ने "राज्यपाल और सत्तारूढ़ दल सीपीआईएम के बीच अपवित्र गठबंधन" का आरोप लगाते हुए राज्य विधानसभा से वॉकआउट करने के बाद विधानसभा हॉल के बाहर विरोध प्रदर्शन किया। 

समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार, कांग्रेस के नेतृत्व में विपक्ष ने विधानसभा के बजट सत्र को संबोधित करने के लिए सदन में पहुंचने के तुरंत बाद राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान के खिलाफ "वापस जाओ" के नारे लगाने शुरू कर दिए। विरोध प्रदर्शन के दौरान गवर्नर गो बैक के पोस्टर भी नजर आए। यही नहीं, केरल विधानसभा का एक वीडियो भी सामने आया है, जिसमें विपक्षी दल के सदस्य वॉकआउट करते हुए नजर आ रहे हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, विपक्ष के नेता वीडी सतीसन ने कन्नूर विश्वविद्यालय के कुलपति गोपीनाथ रवींद्रन की पुनर्नियुक्ति और केरल लोकायुक्त अधिनियम, 1999 में संशोधन के संबंध में एक विवादास्पद अध्यादेश के लिए राज्यपाल की सहमति पर चर्चा की मांग की।

जानकारी के अनुसार, इस सिलसिले में राज्यपाल ने सतीसन से कहा, "आप एक जिम्मेदार व्यक्ति और विपक्ष के नेता हैं। आपके पास इन मुद्दों पर चर्चा करने का समय होगा।" हालांकि, तीव्र नारेबाजी को नज़रअंदाज करते हुए राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने फिर नीति दस्तावेज पढ़ना शुरू किया। इसके बाद विपक्षी नेताओं ने विधानसभा से वॉकआउट किया और सदन के बाहर विरोध प्रदर्शन जारी रखा।

बताते चलें कि गुरुवार को विधानसभा में इसी तरह का माहौल देखने को मिला था जब राज्यपाल ने सीपीआई (एम) के नेतृत्व वाली सरकार के नीति दस्तावेज पर हस्ताक्षर करने से इनकार कर दिया था, जिसमें राजभवन में प्रमुख पद पर एक नेता की नियुक्ति के खिलाफ उसके द्वारा लिखे गए एक पत्र पर कड़ी नाराजगी व्यक्त की गई थी।

टॅग्स :Kerala Assemblycpim
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