केसीआर बिहार जाएंगे गलवान शहीदों को चेक देने के लिए, मिलेंगे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से, होगी मौजूदा राजनीति पर चर्चा
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: August 29, 2022 08:55 PM2022-08-29T20:55:14+5:302022-08-29T21:05:20+5:30
तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव गलवान घाटी में शहीद हुए भारतीय सैनिकों के परिवारों को वित्तीय सहायता देने के लिए आगामी बुधवार को बिहार की राजधानी पटना का दौरा करेंगे और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मुलाकात करेंगे।
हैदराबाद: आगामी लोकसभा चुनाव 2024 के मद्देनजर विपक्षी दलों के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारतीय जनता पार्टी को घेरने का कवायद तेज होती जा रही है। मौजूद केंद्र सरकार के मजबूत विपक्ष को एक मंच पर लाने के लिए लगातार प्रयासरत तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव आगामी बुधवार यानी की 31 अगस्त को बिहार की राजधानी पटना का दौरा करेंगे और महागठबंधन के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मुलाकात करेंगे।
जानकारी के मुताबित तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव गलवान घाटी में शहीद हुए भारतीय सैनिकों के परिवारों को वित्तीय सहायता देने के लिए बिहार पहुंच रहे हैं। इसके अलावा राव बिहार के उन 12 श्रमिकों के परिवारों को आर्थिक सहायता देंगे, जो हाल में हुए आग दुर्घटना में मारे गए थे।
सीएम राव पटना में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ आश्रित परिवारों को चेक बांटेंगे। बताया जा रहा है कि इस मौके पर राज्य के डिप्टी सीएम और राजद नेता तेजस्वी यादव भी मौजूद रहेंगे। मुख्यमंत्री केसीआर के बिहार के संबंध में तेलंगाना राष्ट्र समिति की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि इस मौके पर पटना में दोनों प्रदेशों के मुख्यमंत्री मौजूदा राष्ट्रीय राजनीति पर भी गहन चर्चा करेंगे।
बिहार यात्रा से पहले राव ने बीते मार्च में झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से भी मुलाकात की थी और गलवान घाटी में चीनी सैनिकों के साथ संघर्ष में मारे गये झारखंड के दो सैन्य शहीदों के परिजनों के 10-10 लाख रुपये का चेक दिया था।
मुख्यमंत्री राव ने साल 2020 में गलवान घाटी संघर्ष में शहीद हुए सभी 19 जवानों के परिवारों को आर्थिक सहायता देने की घोषणा की थी। उसी क्रम में राव की तेलंगाना सरकार ने अपने प्रदेश से शहीद हुए कर्नल संतोष बाबू के परिवार को भी आर्थिक सहायता दी थी, जो गलवान में हुए संघर्ष को लीड करते हुए शहीद हुए थे।
सीएम राव की बिहार यात्रा के विषय में उनकी पार्टी के नेताओं का कहना है कि चंद्रशेखर राव विपक्ष में मोदी सरकार के खिलाफ एकराय कायम करने और सभी को एकजुट करने के प्रयास कर रहे हैं। मुख्यमंत्री राव और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के तल्ख रिश्ते उस समय सामने आये थे, जब बीते महीने दिल्ली में प्रधानमंत्री मोदी की अध्यक्षता में आयोजित नीति आयोग की बैठक में शामिल होने से मुख्यमंत्री के चंद्रशेकर राव ने इनकार कर दिया था।
वहीं बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, जो उस समय नरेंद्र मोदी की नेतृत्व वाली एनडीए का हिस्सा थे। उन्होंने कोरोना से संक्रमित होने का हवाला देते हुए बैठक से किनारा कर लिया था। उसके बाद से बिहार और केंद्र के बीच खामोशी चली सत्ता की संघर्ष में नीतीश कुमार ने भाजपा को मात देते हुए बिहार में जदयू-भाजपा गठंबधन तोड़ लिया था और राजद, कांग्रेस, लेफ्ट और हम के साथ महागठबंधन को फिर से जीवित करते हुए नई सरकार का गठन कर लिया था।
बिहार में नीतीश कुमार के भाजपा से अलग होते ही मोदी सरकार के खिलाफ विपक्षी खेमेबंदी तेज हो गई है। कहा जा रहा है कि विपक्ष की उसी गोलबंदी को मजबूत करने के लिए केसीआर बिहार का दौरा कर रहे हैं। (समाचार एजेंसी पीटीआई के इनपुट के साथ)