कर्नाटक: भ्रष्टाचार के मामले में फरार बीजेपी विधायक विरुपक्षप्पा को मिली राहत, कोर्ट ने दी अग्रिम जमानत
By अंजली चौहान | Published: March 7, 2023 02:31 PM2023-03-07T14:31:53+5:302023-03-07T14:51:18+5:30
लोकायुक्त ने कथित रूप से ठेके के बदले नकद घोटाले में कर्नाटक बीजेपी विधायक के बेटे वी प्रशांत मदल से पिछले सप्ताह आठ करोड़ रुपये से अधिक की रकम जब्त की थी।

कर्नाटक: भ्रष्टाचार के मामले में फरार बीजेपी विधायक विरुपक्षप्पा को मिली राहत, कोर्ट ने दी अग्रिम जमानत
बेंगलुरु: कर्नाटक के उच्च न्यायालय ने मंगलवार को भ्रष्टाचार के मामले में फरार चल रहे बीजेपी विधायक मदल विरुपक्षप्पा को बड़ी राहत देते हुए अग्रिम जमानत दे दी है। इसके साथ ही अदालत ने फरार विधायक को जांच टीम के सामने पेश होने का आदेश दिया है।
दरअसल, दावणगेरे जिले के चन्नागिरी के एक विधायक विरुपक्षप्पा पर रिश्वत लेने का मामला दर्ज है, इस केस में उनके बेटे को 40 लाख रुपये की रिश्वत लेते हुए पकड़ा गया था, जिसके बाद गुरुवार को पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया था। हालांकि, बीजेपी विधायक इसके बाद से ही फरार है और जांच एजेंसी उनकी तलाश कर रही है।
लोकायुक्त ने कथित रूप से ठेके के बदले नकद घोटाले में कर्नाटक बीजेपी विधायक के बेटे वी प्रशांत मदल से पिछले सप्ताह आठ करोड़ रुपये से अधिक की रकम जब्त की थी। उसके बाद लोकायुक्त ने रिश्तखोरी के मामले में प्राथमिकी दर्ज की और वीरुपक्षप्पा को मुख्य आरोपी बताया गया है।
K'taka HC grants interim bail to BJP MLA Madal Virupakshappa with condition of Rs 5 Lakhs Bond&surity;directed him to appear before Lokayukta within 48 hrs
— ANI (@ANI) March 7, 2023
Anti-corruption branch of Lokayukta arrested his son Prashanth Madal while he was taking a bribe of Rs 40 lakhs on March 3 pic.twitter.com/tzme78c3AQ
गौरतलब है कि कर्नाटक हाईकोर्ट ने मामले की सुनवाई करते हुए कहा कि बीजेपी विधायक मदल विरुपक्षप्पा को 5 लाख रुपये के मुचलके और जमानत की शर्त के साथ अंतरिम जमानत दी है।
जानकारी के अनुसार, कर्नाटक में एक निजी कंपनी को कर्नाटक सोप्स एंड डिटर्जेंट्स लिमिटेड (केएसडीएल) को कच्चे माल की आपूर्ति का ठेका मिला था। विरुपक्षप्पा केएसडीएल के अध्यक्ष थे और शुक्रवार को उन्होंने इस पद से इस्तीफा दे दिया था। लोकायुक्त पुलिस ने दावणरेगे जिले में विरुपक्षप्पा के घर से भी 16.47 लाख रुपये जब्त किए थे। इस मामले में लोकायुक्त द्वारा निष्पक्ष जांच चल रही है।