सीमा विवाद: महाराष्ट्र से कर्नाटक की ओर जाने वाले बसों पर लगा ब्रेक, MSRTC ने रोकी बस सर्विस, जानें अपडेट
By विनीत कुमार | Published: December 7, 2022 08:41 AM2022-12-07T08:41:58+5:302022-12-07T08:56:36+5:30
महाराष्ट्र स्टेट रोड ट्रांसपोर्ट कॉरपोरेशन (एमएसआरटीसी) की कर्नाटक जाने वाली सभी बस सेवाओं को रोक दिया गया है। महाराष्ट्र सरकार के अनुसार बसों और यात्रियों की सुरक्षा को देखते हुए यह फैसला लिया गया है।
मुंबई: महाराष्ट्र और कर्नाटक के बीच सीमा विवाद को लेकर एक बार फिर शुरू हुए टकराव के बीच बस सर्विस को रोक दी गई है। महाराष्ट्र सरकार ने बताया है कि महाराष्ट्र स्टेट रोड ट्रांसपोर्ट कॉरपोरेशन (एमएसआरटीसी) की कर्नाटक जाने वाली सभी बस सेवाओं को निलंबित कर दिया गया है।
महाराष्ट्र सरकार के अनुसार यात्रियों और बसों की सुरक्षा के मद्देनजर ऐसा फैसला लिया गया है। राज्य सरकार ने कहा कि सुरक्षा को लेकर पुलिस से मंजूरी के बाद बस सर्विस को फिर से बहाल कर दिया जाएगा।
महाराष्ट्र सरकार ने बताया कि पुलिस से मिले अलर्ट के बाद बस सेवाओं को रोका गया है। राज्य सरकार के अनुसार ऐसी आशंका है कि जारी विरोध प्रदर्शनों के बीच महाराष्ट्र में बसों पर कर्नाटक में हमले किए जा सकते हैं।
कर्नाटक-महाराष्ट्र सीमा विवाद, वाहनों पर कल हुए थे हमले
इससे पहले मंगलवार को दोनों राज्यों के बीच जारी सीमा विवाद और भड़क गया। कर्नाटक में बेलगांव-हिरेबागवाड़ी के बीच स्थित टोलनाके पर कन्नड़ रक्षण वेदिका नाम के संगठन के कार्यकर्ताओं ने महाराष्ट्र के ट्रकों को निशाना बनाया और जमकर पथराव किया। बड़ी संख्या में मौजूद इन कार्यकर्ताओं ने महाराष्ट्र के खिलाफ नारेबाजी की और 6 ट्रकों पर पथराव किया।
कार्यकर्ताओं ने महाराष्ट्र के पंजीकरण वाले ट्रकों की 'नंबर प्लेट' पर काला रंग पोत दिया। इसके बाद पुलिस पहुंची और उसे भीड़ को तीतर-बितर करने के लिए पानी की बौछारें छोड़नी पड़ी। कुछ कार्यकर्ता भी हिरासत में लिए गए।
दूसरी ओर पुणे में शिवसेना के उद्धव ठाकरे गुट ने स्वरगेट इलाके में कर्नाटक राज्य परिवहन की कम से कम तीन बसों पर काले और नारंगी रंग का पेंट पोत दिया। उन्होंने बस पर 'जय महाराष्ट्र' लिख दिया।
दोनों राज्यों के नेताओं ने की बात
सीमा विवाद बढ़ने के बीच कर्नाटक और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्रियों ने मंगलवार रात को फोन पर एक-दूसरे से बात की और दोनों राज्यों में शांति तथा कानून-व्यवस्था की स्थिति बनाए रखने पर सहमति जतायी। इस बीच, महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस ने भी बासवराज बोम्मई से बात की और उनके राज्य के वाहनों पर कर्नाटक में पथराव किये जाने की खबरों पर चर्चा की। फड़नवीस ने कहा कि वह इस विषय को केंद्र के समक्ष उठाएंगे।
बता दें कि सीमा का मुद्दा भाषायी आधार पर दोनों राज्यों के पुनर्गठन के बाद 1957 से है। महाराष्ट्र बेलगावी पर दावा जाता है जो तत्कालीन बॉम्बे प्रेसीडेंसी का हिस्सा था क्योंकि वहां अच्छी-खासी तादाद मराठी बोलने वाले लोगों की है। उसने 814 मराठी भाषी गांवों पर भी दावा जताया है जो अभी दक्षिणी राज्य का हिस्सा हैं।