कर्नाटक विधानसभा 2018: JDU को येदियुरप्पा स्वीकार नहीं, अपनी पार्टी के प्रचार को उतरेंगे खुद नीतीश कुमार
By खबरीलाल जनार्दन | Published: April 11, 2018 08:35 AM2018-04-11T08:35:25+5:302018-04-11T12:12:31+5:30
एक दिन पहले ही नीतीश कुमार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ बिहार में मंच शेयर किया। लेकिन कर्नाटक में वे बीजेपी से अलग चुनाव लड़ेंगे।
कर्नाटक विधानसभा चुनावों में जनता दल (यूनाइटेड) अकेले कूदने जा रही है। बिहार में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के सहयोग से सरकार चला रही जेडीयू एक बार फिर से कर्नाटक में बीजेपी के खिलाफ अपने उम्मीदवार खड़े कर के यह साबित करने जा रही है कि वह राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) का पूर्ण सहयोगी दल नहीं है। खुद नीतीश कुमार अपने उम्मीदवारों के प्रचार के लिए बृहस्पतिवार (12 अप्रैल) को कर्नाटक के दौरे पर निकल रहे हैं।
लोकमत न्यूज से बात करते हुए वरिष्ठ जेडीयू नेता केसी त्यागी ने कहा, 'कर्नाटक में चुनावी मुद्दे खो गए हैं। ऐसा लग रहा है जैसे प्रदेश में विधानसभा का चुनाव नहीं किसी मठाधीशी के चुनाव हो रहे हैं। ऐसे में बीजेपी से अलग चुनाव लड़ेंगे।'
केसी त्यागी के अनुसार, 'जेडीयू कर्नाटक में महंगाई, रोजगार, भ्रष्टचार, डोकलाम, विदेश नीति में भारत की विफलता आदि पर चुनाव लड़ेगी।'
केसी त्यागी ने बीजेपी, कांग्रेस व जनता दल (सेकुलर) पर मीलीभगत से भ्रष्टाचार के मुद्दे को दबाने का आरोप लगाते हुए कहा, 'कर्नाटक में तीनों ही पार्टियों के प्रमुख नेताओं पर भष्ट्राचार के गहरे आरोप लगे हुए हैं। ऐसे में तीनों पार्टियां जानबूझकर इस मुद्दे को दबा रही हैं। जेडीयू इन्हीं बातों को उजागर करते हुए चुनावी मैदान में कूदेगी।'
हालांकि चुनाव के बाद बीजेपी के साथ जाने के सवाल पर केसी त्यागी कहते हैं कि यह चुनाव बाद की परिस्थितियों को देखने के बाद सोचा जाएगा।
उनके मुताबिक कर्नाटक में जनता दल पार्टी टूटने से पहले बेहद मजबूत हुआ करती थी। उस दौर में बीजेपी, जनता दल के आगे कुछ भी नहीं थी। लेकिन जब पार्टी टूटी तो जनाधार खो बैठी। लेकिन अब जेडीयू अपना जनाधार वापस ढूंढने के लिए मैदान में उतर रही है। नीतीश कुमार का दौरा इसी सिलसिले में है। पार्टी की नजर करीब 30 विधानसभाओं पर है। यहां पार्टी अपने उम्मीदवार खड़े करेगी। इसमें पूर्व सीएम जेएच पटेल की सीट भी शामिल हैं।
पार्टी का रुख साफ करते हुए जेडीयू कर्नाटक के अध्यक्ष महिमा पटेल ने बताया कि पार्टी अपने चुनाव चिह्न 'तीर' पर ही चुनाव लड़ेगी। महिमा पटेल कर्नाटक के मुख्यमंत्री रह चुके जेएच पटेल के बेटे हैं।
महिमा ने कहा, ' हमने तय किया है कि पार्टी अध्यक्ष व बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में कर्नाटक चुनाव लड़ेंगे। नीतीश के कर्नाटक दौरे पर ही प्रत्याशियों के नामों की सूची भी जारी कर दी जाएगी। हम ऐसे उम्मीदवारों का रुख करेंगे जिन पर भ्रष्टाचार, आपारधिक मामले आदि के आरोप या पृष्ठभूमि ना हो।
जेडीयू महासचिव व कर्नाटक पार्टी प्रभारी संजय झा ने बताया कि किसी जमाने में शरद यादव कर्नाटक में जेडीयू का जनाधार बढ़ाने में महती भूमिका अदा करते थे। लेकिन शरद यादव धड़ा अब पार्टी में फुटमत कर रहा है। इसलिए नीतीश कुमार खुद पार्टी के बिहार से बाहर विस्तार के लिए पूरे समर्पण से लगे हैं।
संजय झा ने कहा, हमने बिहार प्लस पर काम करना शुरू कर दिया है। इसके लिए कर्नाटक को चुनना बहुत जरूरी था। क्योंकि पार्टी यहां पहले भी शासन कर चुकी है। इसलिए यहां पार्टी का जनाधार वापस पाया पाया जा सकता है। इसीलिए हमने पूर्व मुख्यमंत्री जेएच पटेल के बेटे महिमा पटेल को पार्टी की कमान सौंपी है।
कमल हासन से नीतीश करेंगे मुलाकात
जानकारी के अनुसार कर्नाटक दौरे के बाद नीतीश कुमार लक्ष्यदीप और चेन्नई भी जाएंगे। लक्ष्यदीप में वह चुनावी गतिविधियों को देखेंगे। क्योंकि वहां पार्टी एक सीट पर चुनाव के लिए उतरने जा रही है। जबकि चेन्नई में वह कमल हासन के निमंत्रण पर उनसे मुलाकात को जाएंगे।
संजय झा के अनुसार कमल हासन ने हाल ही में नीतीश के दक्षिण भारत यात्रा की जानकारी पर उन्हें चेन्नई आने का न्योता दिया था। उल्लेखनीय है कि कमल हासन हाल ही में अभिनेता से राजनेता बने हैं। उन्होंने अपनी पार्टी भी लॉन्च की है।