Karnataka Assembly Elections 2023: अशोक गहलोत ने कहा, "प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी धर्म के नाम पर मांग रहे हैं वोट, रोके चुनाव आयोग"

By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: May 7, 2023 01:41 PM2023-05-07T13:41:14+5:302023-05-07T13:44:01+5:30

राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने चुनाव आयोग से मांग की है कि वो अविलंब पीएम मोदी द्वारा धर्म के आधार पर वोट मांगे जाने का संज्ञान ले और उनकी चुनावी सभाओं पर रोक लगाए।

Karnataka Assembly Elections 2023: Ashok Gehlot said, "Prime Minister Narendra Modi is seeking votes in the name of religion, stop the Election Commission" | Karnataka Assembly Elections 2023: अशोक गहलोत ने कहा, "प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी धर्म के नाम पर मांग रहे हैं वोट, रोके चुनाव आयोग"

Karnataka Assembly Elections 2023: अशोक गहलोत ने कहा, "प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी धर्म के नाम पर मांग रहे हैं वोट, रोके चुनाव आयोग"

Highlightsअशोक गहलोत ने चुनाव आयोग से पीएम मोदी की चुनावी सभा पर रोक लगाने की मांग की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कर्नाटक के चुनावी प्रचार में आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन कर रहे हैंप्रधानमंत्री मोदी चुनावी प्रचार के दौरान धर्म के नाम पर वोट मांग रहे हैं

बेंगलुरु: राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने चुनाव आयोग से अपील की है कि वो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कर्नाटक चुनाव प्रचार पर फौरन रोक लगाये क्योंकि वो चुनावी आचार संहिता का उल्लंघन कर रहे हैं। सीएम गहलोत ने शनिवार को एक प्रेस कांफ्रेंस में आरोप लगाया कि पीएम मोदी धर्म के आधार पर वोट मांग रहे हैं,जो कि चुनाव आचार संहिता के विपरित है। इसलिए आयोग को इस मामले में सख्ती दिखाते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की चुनावी सभाओं पर रोक लगानी चाहिए।

इसके साथ ही अशोक गहलोत ने कर्नाटक चुनाव में भाजपा के एक उम्मीदवार द्वारा कथिततौर पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और उनके परिवार के सफाया को लेकर भी सत्ताधारी भाजपा पर मकर निशाना साधा।

राजस्थान के मुख्यमंत्री ने पत्रकारों के सवाल का जवाब देते हुए कहा, "चुनाव आयोग को प्रधानमंत्री मोदी के प्रचार करने पर रोक लगानी चाहिए। सभी को इस संबंध में दिये कानून को पढ़ना चाहिए। अगर कोई चुनाव प्रचार में धर्म के नाम पर वोट मांगता है तो उस पर प्रतिबंध लगाया जाना चाहिए।"

कांग्रेस नेता गहलोत ने बजरंग दल को प्रतिबंधित किये जाने के सवाल पर कहा, "संगठन का नाम जो भी हो। उससे कोई फर्क नहीं पड़ता है। असली सवाल यह है कि उस संगठन की भूमिका क्या है।"

वह पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) और बजरंग दल जैसे संगठनों पर प्रतिबंध लगाने सहित कानून के अनुसार निर्णायक कार्रवाई करने की बात करने वाले कांग्रेस के घोषणापत्र से जुड़े विवाद पर प्रतिक्रिया दे रहे थे।

मालूम हो कि कांग्रेस ने कर्नाटक चुनावों के लिए जारी अपने घोषणापत्र में ऐलान किया है कि वह जाति और धर्म के आधार पर समुदायों के बीच "नफरत फैलाने" के लिए बजरंग दल और पीएफआई जैसे व्यक्तियों और संगठनों के खिलाफ दृढ़ और निर्णायक कार्रवाई करने के लिए प्रतिबद्ध है।

Web Title: Karnataka Assembly Elections 2023: Ashok Gehlot said, "Prime Minister Narendra Modi is seeking votes in the name of religion, stop the Election Commission"

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