किसान आंदोलन: कंगना रनौत 'दादी' को लेकर ट्वीट पर चौतरफा घिरीं, बीजेपी प्रवक्ता ने कहा- आपको माफी मांगनी चाहिए
By विनीत कुमार | Published: December 4, 2020 07:42 AM2020-12-04T07:42:52+5:302020-12-04T10:51:13+5:30
किसान आंदोलन पर कंगना रनौत अपने एक ट्वीट को लेकर चौतरफा घिरती नजर आ रही हैं। ये ट्वीट उन्होंने किसान आंदोलन को समर्थन दे रही एक बुजुर्ग महिला को लेकर किया था। बाद में उन्होंने इसे डिलीट भी कर दिया था।
कृषि कानूनों के खिलाफ किसान आंदोलन जारी है। पंजाब सहित हरियाणा और अन्य कुछ राज्यों से आए किसान दिल्ली की सीमा पर डटे हुए हैं। इस बीच बॉलीवुड एक्ट्रेस कंगना रनौत किसानों के आंदोलन को लेकर अपने एक ट्वीट पर बुरी तरह फंस गई हैं।
इस आंदोलन को समर्थन दे रहीं एक बुजुर्ग दादी के बारे में कंगना ने जो कुछ कहा उसे लेकर अब बीजेपी नेता और पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता ने भी बॉलीवुड एक्ट्रेस पर निशाना साधा है। कंगना ने अपने ट्वीट पर विवाद बढ़ने के बाद गुरुवार को ही उसे डिलीट कर दिया था लेकिन बीजेपी प्रवक्ता ने अब उनसे माफी मांगने को कहा है।
बीजेपी प्रवक्ता आरपी सिंह ने कंगना से माफी मांगने को कहा
बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता आरपी सिंह ने ट्वीट कर कंगना को अपने ट्वीट के लिए सार्वजनित तौर पर माफी मांगने को कहा है। उन्होंने लिखा, 'मैं आपके साहस और एक्टिंग के लिए आपका सम्मान करता हूं लेकिन मैं किसी ऐसे को स्वीकार नहीं करूंगा जो मेरी मां का अपमान करे। ऐसा करने के लिए आपको जरूर सार्वजनिक रूप से माफी मांगनी चाहिए।'
.@KanganaTeam I respect you for your courage & acting but I will not accept anyone disrespecting or demeaning my mother. You must make a public apology for doing so.#MohinderKaurpic.twitter.com/uB835sJE1w
— R.P. Singh: ਆਰ ਪੀ ਸਿੰਘ National Spokesperson BJP (@rpsinghkhalsa) December 3, 2020
आरपी सिंह ने साथ ही कंगना के उस ट्वीट का स्क्रिनशॉट भी अपने इस ट्वीट के साथ शेयर किया है जिसे कंगना ने विवाद बढ़ने के बाद डिलीट कर दिया था। कंगना ने अपने उस ट्वीट में कहा था, 'ये वही दादी है जिसे टाइम मैगजीन ने सबसे शक्तिशाली भारतीयों की लिस्ट में शामिल किया था...और वो 100 रुपये में उपलब्ध है।'
कंगना रनौत को कानूनी नोटिस
दूसरी ओर दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक समिति (DSGMC) के एक सदस्य ने भी कंगना रनौत को उनके ट्वीट के लिए कानूनी नोटिस भेजा है। कमेटी के एक सदस्य जस्मैन सिंह नोनी की ओर से वकील हरप्रीत सिंह होरा ने यह नोटिस भेजा है।
नोटिस में कहा गया है कि जिस तरह कंगना रनौत के परिसर पर बीएमसी की कार्रवाई उनके मौलिक अधिकारों पर हमला है। इसी प्रकार संविधान के तहत किसानों को भी शांतिपूर्ण प्रदर्शन का अधिकार है और कंगना किसानों का अपमान नहीं कर सकती हैं। इस नोटिस में भी कंगना के एक बुजुर्ग महिला को लेकर किए गए ट्वीट का जिक्र है।
नोटिस में ये भी कहा गया है कि जिस शाहीन बाग की बुजुर्ग महिला का जिक्र कंगना ने किया था, वो और किसान आंदोलन को समर्थन दे रही बुजुर्ग महिला अलग-अलग हैं। कंगना को किसी बुजुर्ग महिला को इस तरह अपमानित करने का अधिकार नहीं है और यह नफरत फैलाने वाला ट्वीट है। नोटिस में मांग की गई है कि इस ट्वीट के खिलाफ जल्द से जल्द कदम उठाने की जरूरत है।