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JNU हिंसाः पूर्व कुलपति कर्ण सिंह ने कहा- मौजूदा कुलपति पूरी तरह रहे विफल, उन्हें सामने आकर सुलझानी चाहिए समस्या

By भाषा | Updated: January 6, 2020 20:46 IST

जेएनयू में अप्रत्याशित हिंसा हुई और नकाबपोश लोगों ने लाठी-डंडों से हमला कर छात्र संघ अध्यक्ष आइशी घोष समेत कई विद्यार्थियों और अन्य लोगों को घायल कर दिया। वामदलों से जुड़े छात्र संगठनों और आरएसएस समर्थित अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने इस हमले के लिए एक दूसरे को जिम्मेदार ठहराया है।

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ठळक मुद्देजेएनयू के पूर्व कुलाधिपति कर्ण सिंह ने विश्वविद्यालय में हुए हमले पर सोमवार को विश्वविद्यालय के कुलपति जगदीश कुमार की आलोचना की।उन्होंने आरोप लगाया कि ऐसे कठिन समय में वह अनुपस्थित थे और पूरी तरह विफल रहे।

जेएनयू के पूर्व कुलाधिपति और वरिष्ठ कांग्रेस नेता कर्ण सिंह ने विश्वविद्यालय में हुए हमले पर सोमवार को विश्वविद्यालय के कुलपति जगदीश कुमार की आलोचना की और आरोप लगाया कि ऐसे कठिन समय में वह अनुपस्थित थे और पूरी तरह विफल रहे। देश के प्रमुख विश्वविद्यालय में हुई घटना पर चिंता जताते हुए सिंह ने गृह मंत्रालय से पूरे मामले की निष्पक्ष जांच करने और छात्रों और महिलाओं पर हमला करने वाले नकाबपोशों को गिरफ्तार करने की मांग की।दिल्ली पुलिस ने दंगा करने और संपत्ति को नुकसान पहुंचाने के आरोप में अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर मामला अपराध शाखा को सौंप दिया है। सिंह ने एक बयान में कहा, “जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय के पूर्व कुलाधिपति के तौर पर कल हुई हिंसक और निंदनीय घटना मेरे लिए यह अकल्पनीय और चौंकाने वाली है।”

उन्होंने कहा कि जेएनयू संभवतः देश का सर्वश्रेष्ठ विश्वविद्यालय है और राजधानी के केंद्र में ऐसी घटना होना त्रासद है। पूर्व केंद्रीय मंत्री रहे सिंह ने कहा, “मैं गृह मंत्रालय से आग्रह करता हूँ कि पूरे मामले की सघन और निष्पक्ष जांच करे और उन नकाबपोश हमलावरों को गिरफ्तार करे जिन्होंने विश्वविद्यालय के छात्रों और छात्राओं पर हमला किया। हमलावरों को गिरफ्तार किया जाना चाहिए भले ही वे किसी भी राजनीतिक दल से संबद्ध हों।”उन्होंने कहा कि जेएनयू के छात्रों और अध्यापकों की सुरक्षा करना दिल्ली पुलिस की जिम्मेदारी है। वरिष्ठ कांग्रेसी नेता ने कहा, “यह दुखद है कि कुलपति ऐसे कठिन समय में अनुपस्थित थे। वह पूरी तरह से विफल प्रतीत होते हैं और उन्हें सामने आकर समस्या को सुलझाना चाहिए।” 

टॅग्स :जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू)दिल्ली
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