जम्मू-कश्मीर: केवल 7 वोट पाकर BJP के बशीर अहमद मीर बन गए श्नीनगर के पार्षद, जानिए कैसे हुआ ये चमत्कार?
By भाषा | Published: October 20, 2018 04:45 PM2018-10-20T16:45:04+5:302018-10-20T16:47:29+5:30
वहीं बशीर ने अपने इंटरव्यू में ये दावा किया है कि उन्हें पंचायत चुनाव में आठ मिले हैं, जबकि उनके प्रतिद्धंदी को एक सिर्फ एक वोट ही मिले हैं।
नई दिल्ली, 20 अक्टूबर: जम्मू-कश्मीर में चार चरणों में हुए पंचायत चुनाव के लिए शनिवार को मतगणना हुई। श्रीनगर के शंकर पोरा वार्ड से भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार बशीर अहमद मीर श्रीनगर म्यूनिसिपल कॉरपोरेशन का चुनाव जीत गए हैं। टाइम्स ऑफ इंडिया की खबर के मुताबिक, बशीर ने मात्र सात वोटों के अंतर से पार्षद का चुनाव जीत लिया है। उससे भी ज्यादा दिलचस्प बात ये हैं कि शंकर पोरा वार्ड में सिर्फ नौ वोट पड़े थे। शंकर पोरा में पहले चरण यानी कि आठ अक्टूबर को चुनाव हुए थे।
वहीं बशीर ने अपने इंटरव्यू में ये दावा किया है कि उन्हें आठ मिले हैं, जबकि उनके प्रतिद्धंदी को एक सिर्फ एक वोट ही मिले हैं। गौरतलब है कि जम्मू-कश्मीर में 13 साल बाद शहरी निकाय चुनाव कराया गया है। राज्य के 79 शहरी स्थानीय निकायों में से सिर्फ 52 में मतदान हुआ। घाटी के 27 नगर निकाय सीट पर या तो कोई उम्मीदवार खड़ा नहीं था या सिर्फ एक उम्मीदवार होने से यहां निर्विरोध निर्वाचन हुआ। इस बार राज्य में चार चरणों में वोटिंग हुई है। वोटिंग का पहला चरण आठ अक्टूबर को शुरू हुआ था और अंतिम चरण के लिए वोटिंग 16 अक्टूबर को हुई थी।
आर्टिकल 35 A का हवाला देते हुए राज्य की दो बड़ी पार्टी नेशनल कांफ्रेंस पार्टी और पीडीपी ने स्थानीय निकाय चुनाव का बहिष्कार किया था।
दक्षिण कश्मीर में बीजेपी ने बनाई अपनी पकड़
दक्षिण कश्मीर के आतंक प्रभावित चार जिलों के शहरी स्थानीय निकाय चुनाव में भाजपा ने 132 वार्डों में से 53 में जीत हासिल किया है। यहां इस महीने चार चरणों में मतदान आयोजित किया गया था। चुनाव अधिकारियों ने यह जानकारी दी है। भाजपा की अभूतपूर्व जीत से चार जिलों अनंतनाग, कुलगाम, पुलवामा, शोपियां के 20 नगर निकायों में से कम से कम चार पर पार्टी ने अपना कब्जा जमा लिया है।
दक्षिण कश्मीर के 94 वार्डों का परिणाम अभी तक घोषित कर दिया गया है जिसमें से कांग्रेस 28 सीटें जीतने में सफल रही है। इस तरह से पार्टी ने कम से कम तीन नगर निगमों पर अपना नियंत्रण कर लिया है। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने शोपियां में अच्छा किया है जहां 12 वार्डों में इसके प्रत्याशी निर्विरोध चुने गये। जिले के पांच वार्डों में किसी ने नामांकन दायर नहीं किया था।
देवसर नगर निगम में पार्टी ने सभी आठ सीटों पर जीत हासिल की हैं। इस क्षेत्र से कांग्रेस के नेता मोहम्मद अमीन भट विधानसभा के सदस्य हैं। काजीगुंड नगर समिति में भाजपा को साधारण बहुमत मिला और उसने सात वार्डों में से चार में जीत हासिल की। तीन अन्य वार्डों में कोई प्रत्याशी मैदान में नहीं था। पहलगाम नगर समिति में पार्टी ने 13 सीटों में से सात पर जीत हासिल की जबकि शेष छह सीटों पर कोई प्रत्याशी नहीं था। दूसरी तरफ कांग्रेस ने डूरू नगर निगम में जबर्दस्त जीत हासिल की जो जेकेपीसीसी प्रमुख जी ए मीर का मजबूत गढ़ है। पार्टी ने 17 में से 14 सीटों पर जीत हासिल की है जबकि भाजपा ने दो सीटों पर जीत दर्ज की है। एक सीट खाली रही।
कांग्रेस ने केरनाग नगर निगम में आठ में से छह सीटों पर जीत दर्ज की। यरीपोरा में पार्टी ने तीन सीटों पर जीत दर्ज की जबकि शेष में प्रत्याशियों के मैदान में नहीं होने के कारण खाली रही। चुनाव में 13 सीटों पर निर्दलीय ने जीत हासिल की है। अनंतनाग और मत्तन एवं दक्षिण कश्मीर में दो अन्य नगर निगमों में मतों की गिनती जारी है और शनिवार देर शाम तक परिणाम आने की उम्मीद है। इसके अलावा, कांग्रेस ने छह सीटों के साथ बडगाम नगर निगम पर जीत दर्ज की जबकि भाजपा ने चार सीटों पर जीत हासिल की। तीन सीटें खाली रही। चरार-ए-शरीफ में कांग्रेस ने 13 में से 11 सीटों पर जीत हासिल की जबकि शेष दो सीट खाली रही। चडोरा में भी पार्टी ने आठ में से छह सीटों पर जीत हासिल की जबकि अन्य पांच सीटों पर कोई प्रत्याशी मैदान में नहीं था।
लद्दाख में नहीं खुला बीजेपी का खाता
जम्मू कश्मीर में इस महीने की शुरूआत में हुए शहरी स्थानीय निकाय चुनावों में भाजपा लद्दाख क्षेत्र में अपना खाता खोलने में विफल रही। चुनाव अधिकारियों ने यहां बताया कि इस क्षेत्र में कुल 26 वार्डों में से कांग्रेस ने लेह नगरपालिका समिति में सभी 13 सीटों पर जीत दर्ज हासिल की। पार्टी ने नजदीक के करगिल जिले में भी पांच वार्डों में जीत दर्ज की।
अधिकारी ने बताया कि क्षेत्र में छह सीटों पर निर्दलीय प्रत्याशियों ने जीत हासिल की। केवल दो सीटों पर परिणाम नहीं आये हैं। लद्दाख लोकसभा सीट से भाजपा के थुपस्तान छेवांग सांसद हैं। हालांकि 2014 में राज्य में हुये विधानसभा चुनाव में इस संसदीय सीट के चार विधानसभा क्षेत्रों में से तीन पर कांग्रेस ने जीत दर्ज की थी। चौथी विधानसभा सीट पर एक निर्दलीय विधायक ने जीत दर्ज की थी।