J&K Assembly Polls 2024: पहले चरण के मतदान के लिए उल्टी गिनती शुरू, 24 विधानसभा क्षेत्रों के लिए कल होगा मतदान
By सुरेश एस डुग्गर | Published: September 17, 2024 02:59 PM2024-09-17T14:59:21+5:302024-09-17T15:00:08+5:30
Jammu & Kashmir Assembly Polls 2024: पहले चरण में, चिनाब घाटी के डोडा, किश्तवाड़ और रामबन जिलों और दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग, पुलवामा, कुलगाम और शोपियां जिलों में फैली चौबीस विधानसभा सीटों पर चुनाव होंगे।
जम्मू: जम्मू कश्मीर में दस साल में पहली बार विधानसभा चुनाव के लिए मंच तैयार है, बुधवार (18 सितंबर) को पहले चरण का मतदान होना है। पहले चरण में, चिनाब घाटी के डोडा, किश्तवाड़ और रामबन जिलों और दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग, पुलवामा, कुलगाम और शोपियां जिलों में फैली चौबीस विधानसभा सीटों पर चुनाव होंगे। इन सीटों पर चुनाव प्रचार समाप्त हो चुका है, राजनीतिक दल और निर्दलीय उम्मीदवार अधिक से अधिक मतदाताओं को आकर्षित करने के लिए हर गली-मोहल्ले में प्रचार कर रहे हैं।
सात जिलों में होने वाले मतदान के लिए कुल 3276 मतदान केंद्र बनाए गए हैं। इनमें 302 शहरी मतदान केंद्र और 2974 ग्रामीण मतदान केंद्र शामिल हैं। प्रत्येक मतदान केंद्र पर पीठासीन अधिकारी सहित चार चुनाव कर्मचारी तैनात रहेंगे। कुल मिलाकर, पहले चरण के चुनाव के लिए 14,000 से अधिक मतदान कर्मचारी ड्यूटी पर तैनात किए जाएंगे।
जम्मू कश्मीर विधानसभा चुनाव के पहले चरण में कुल 23,27,580 मतदाता मतदान के पात्र हैं, जिनमें 11,76,462 पुरुष मतदाता, 11,51,058 महिला मतदाता और 60 थर्ड जेंडर मतदाता शामिल हैं। 18-19 वर्ष की आयु के बीच के 1.23 लाख युवा, 28,309 दिव्यांग (च्ूक्) और 85 वर्ष से अधिक आयु के 15,774 बुजुर्ग मतदाता भी पहले चरण में अपने मताधिकार का प्रयोग करने के पात्र हैं।
मतदान सुबह 7 बजे से शाम 6 बजे तक होगा और उससे पहले मतदान केंद्रों में मतदान एजेंटों की मौजूदगी में माक पोल होगा। साथ ही, अगर मतदान केंद्र परिसर में मतदाताओं की कतार अभी भी अपने मताधिकार का प्रयोग करने के लिए मौजूद है, तो शाम 6 बजे के बाद भी मतदान जारी रहेगा।
हर मतदान केंद्र पर पीने का पानी, बिजली, शौचालय, रैंप, फर्नीचर, बरामदा/शेड जैसी सुनिश्चित न्यूनतम सुविधाएं (एएमएफ) उपलब्ध कराई जाएंगी। इसके अलावा जरूरतमंदों को व्हीलचेयर भी उपलब्ध कराई जाएंगी। बैलेट यूनिट में ब्रेल लिपि में चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवारों की सूची भी होगी। जहां भी जरूरत होगी, वरिष्ठ नागरिकों और दिव्यांग व्यक्तियों के लिए अलग-अलग कतारें होंगी, ताकि उन्हें जल्दी मतदान करने में सुविधा हो। इसके अलावा, संबंधित बूथ लेवल अधिकारी (बीएलओ) द्वारा संचालित एक मतदाता सहायता डेस्क भी होगी, जो जरूरत पड़ने पर आवश्यक सहायता प्रदान करेगी।
महिलाओं द्वारा प्रबंधित 24 मतदान केंद्र होंगे, जिन्हें पिंक मतदान केंद्र के रूप में जाना जाता है, 24 मतदान केंद्र दिव्यांग व्यक्तियों द्वारा संचालित होंगे और 24 मतदान केंद्र युवाओं द्वारा संचालित होंगे। साथ ही, पर्यावरण संबंधी चिंताओं के बारे में संदेश फैलाने के लिए 24 ग्रीन मतदान केंद्र और 17 अनूठे मतदान केंद्र होंगे। इन विशेष मतदान केंद्रों के पीछे का उद्देश्य महिलाओं, दिव्यांगों, पहली बार मतदान करने वाले युवा मतदाताओं जैसे समाज के वर्गों के बीच जागरूकता फैलाना है ताकि वे आगे आएं और अपने मताधिकार का प्रयोग करें। जम्मू कश्मीर में बहुस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था की गई है।