जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने आरसीपी सिंह को बीजेपी का एजेंट बताया, कहा- भाजपा का तिलिस्म खत्म हो रहा है
By एस पी सिन्हा | Published: May 12, 2023 06:33 PM2023-05-12T18:33:04+5:302023-05-12T18:34:55+5:30
जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने महाराष्ट्र का उदहारण देते हुए कहा कि वहां राज्यपाल द्वारा सरकार को कमजोर किया गया था, इस पर सुप्रीम कोर्ट ने भी टिप्पणी की है। बिहार में राज्यपाल द्वारा दबाव बनाए जाने का सवाल ही नहीं है क्योंकि यहां कानून का राज है। ललन सिंह ने कहा कि आरसीपी सिंह भाजपा के एजेंट के रूप में बिहार में काम कर रहे थे।
पटना: जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने भाजपा और पीएम मोदी के साथ-साथ भाजपा में शामिल हुए आरसीपी सिंह पर करारा हमला बोला है। शुक्रवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित कर उन्होंने कर्नाटक विधानसभा चुनाव को लेकर पीएम नरेंद्र मोदी पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि कर्नाटक चुनाव में सबसे बड़ा मुद्दा भ्रष्टाचार का था। कर्नाटक में जो सरकार थी वो देश के सबसे भ्रष्ट सरकार थी। उन्होंने कहा कि कर्नाटक चुनाव में भाजपा ने अथक प्रयास कर लिया, लेकिन सबने एग्जिट पोल तो देख ही लिया। अब 24 घंटा बचा है, कर्नाटक में भाजपा एग्जिट पोल से भी ज्यादा सीटों पर हार रही है। पूरा तिलिस्म खत्म हो रहा है।
जदयू कार्यालय में पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि वह पहले से ही कहते रहे हैं कि आरसीपी सिंह भाजपा के एजेंट थे। अब आरसीपी के भाजपा में शामिल हो जाने से यह साबित हो गया है कि आरसीपी जब जदयू में थे तब वे भाजपा के एजेंट की तरह काम कर रहे थे। पार्टी के अंदर नीतीश कुमार को कमजोर करने की साजिश रच रहे थे और अब वे बुद्धम शरणम् गच्छामि हो गए हैं। उन्होंने कहा कि 30 साल तक नीतीश कुमार के साथ साये की तरह रहे आरसीपी सिंह अपना टैक्स वसूलते थे। ललन सिंह ने कहा कि बिहार में बहुत चर्चा होती थी-आरसीपी टैक्स, आरसीपी टैक्स। उनको उसकी ही शोहरत हासिल थी। आरसीपी सिंह को बताना चाहिये क्या था आरसीपी टैक्स? वो वसूलते होंगे, इसलिए उनको मालूम होगा। आरसीपी सिंह को इस टैक्स के बारे में बताना चाहिये।
जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने महाराष्ट्र का उदहारण देते हुए कहा कि वहां राज्यपाल द्वारा सरकार को कमजोर किया गया था, इस पर सुप्रीम कोर्ट ने भी टिप्पणी की है। बिहार में राज्यपाल द्वारा दबाव बनाए जाने का सवाल ही नहीं है क्योंकि यहां कानून का राज है। ललन सिंह ने कहा कि जब आरसीपी सिंह भाजपा के एजेंट के रूप में बिहार में काम कर रहे थे। उस समय वे सरकार को कमजोर करने की कोशिश कर रहे थे। लेकिन उसके पहले ही बिहार में महागठबंधन की सरकार बन गई। हालांकि वे महाराष्ट्र में सफल हो गए। उन्होंने कहा कि आरसीपी सिंह कह रहे हैं कि बिहार में भ्रष्टाचार हो रहा है। भ्रष्टाचार तो आरसीपी सिंह ही कर रहे थे। नीतीश कुमार को आंख मूंद कर किसी पर विश्वास करते थे। आरसीपी सिंह पर भी विश्वास किया था, लेकिन वे भ्रष्टाचार कर रहे थे।
बता दें कि आरसीपी टैक्स का नारा 2017 के बाद राजद ने दिया था। विधानसभा से लेकर कई मौकों पर तेजस्वी यादव और उनकी पार्टी के लोग आरसीपी टैक्स का नारा देते थे। इसका जदयू नेता जमकर विरोध करते थे। लेकिन आज जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ही कह रहे हैं कि नीतीश कुमार के साथ 30 साल तक साये की तरह रहने वाले आरसीपी सिंह टैक्स वसूली कर रहे थे और नीतीश कुमार को इसकी खबर ही नहीं थी।