लोकसभा चुनाव में सपा के साथ गठबंधन करेगी जदयू - राजीव रंजन सिंह
By भाषा | Published: March 12, 2023 08:34 PM2023-03-12T20:34:25+5:302023-03-12T20:36:05+5:30
राजीव रंजन सिंह ने कहा कि उनकी पार्टी आगामी लोकसभा चुनाव में सपा के साथ गठबंधन करेगी। जदयू उत्तर प्रदेश में पार्टी और अपनी कार्यसमिति को मजबूत करेगी। जदयू ने यूपी में पांच लाख सदस्यों को जोड़ने का लक्ष्य रखा है।

जदयू ने यूपी में पांच लाख सदस्यों को जोड़ने का लक्ष्य रखा है
लखनऊ: जनता दल-यूनाइटेड (जदयू) के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह ने रविवार को कहा कि आगामी लोकसभा चुनाव में पार्टी उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी (सपा) के साथ गठबंधन करेगी। बिहार में अपने गठबंधन सहयोगी राजद (राष्ट्रीय जनता दल) के साथ सत्तारूढ़ जदयू का उत्तर प्रदेश विधानसभा में कोई निर्वाचित प्रतिनिधि नहीं है।
राजीव रंजन सिंह ने कहा कि उनकी पार्टी आगामी लोकसभा चुनाव में सपा के साथ गठबंधन करेगी। जदयू उत्तर प्रदेश में पार्टी और अपनी कार्यसमिति को मजबूत करेगी। उन्होंने कहा, "उत्तर प्रदेश में जदयू अपनी कार्यसमिति को मजबूत करेगी और आगामी लोकसभा चुनावों के लिए पार्टी को मजबूत करने के लिए काम करेगी। अगर यूपी में गठबंधन होगा, तो वह समाजवादी पार्टी के साथ होगा।"
इस बीच, जदयू के प्रदेश अध्यक्ष रहे अनूप पटेल ने सिंह के सामने इस्तीफा दिया और कहा कि वह निजी कारणों से पद से त्यागपत्र दे रहे हैं। सिंह ने इसके बाद सत्येंद्र पटेल को राज्य संयोजक नियुक्त किया। राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह ने कहा कि पार्टी उत्तर प्रदेश में सदस्यता अभियान शुरू करेगी और लगभग पांच लाख सदस्यों को जोड़ने का लक्ष्य रखा है। बता दें कि उत्तर प्रदेश की कुछ लोकसभा सीटें जीतकर जदयू केंद्र की राजनीति में अपना दखल बढ़ाने की कोशिश में है।
जाति आधारित जनगणना पर सिंह ने कहा, "हमने केंद्र सरकार से इसके लिए कहा और यहां तक कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी जाति आधारित जनगणना के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मुलाकात की लेकिन कोई जवाब नहीं मिला। क्षेत्रीय दलों के समर्थन से हमने जाति आधारित जनगणना शुरू की और जारी रखेंगे।’’ तमिलनाडु में बिहार के प्रवासी मजदूरों पर कथित हमले के मुद्दे पर सिंह ने कहा कि यह घटना फर्जी थी और भाजपा द्वारा तमिलनाडु और बिहार में सनसनी फैलाने के लिए अफवाह उड़ायी गयी थी। उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होने के बाद बिहार से एक टीम तमिलनाडु गई और पता चला कि सभी घटनाएं फर्जी थीं।
(इनपुट- एजेंसी)