लखनऊ: समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सहयोगी जयंत चौधरी को राज्यसभा के लिए पार्टी के तीसरे उम्मीदवार के रूप में चुनने का फैसला किया है। वहीं, समाजवादी पार्टी ने गुरुवार सुबह ट्वीट करते हुए लिखा, "श्री जयंत चौधरी जी समाजवादी पार्टी एवं राष्ट्रीय लोकदल से राज्य सभा के संयुक्त प्रत्याशी होंगे।" इससे पहले ऐसी अटकलें थीं कि सपा प्रमुख अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल उत्तर प्रदेश में खाली हो रही 11 उच्च सदन सीटों में से एक के लिए आगामी राज्यसभा चुनाव के लिए नामांकन दाखिल कर सकती हैं।
बताते चलें कि बुधवार को प्रख्यात वकील और कांग्रेस के पूर्व नेता कपिल सिब्बल ने सपा के समर्थन से राज्यसभा का नामांकन दाखिल किया। सिब्बल ने सपा की ओर से नहीं बल्कि निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर नामांकन दाखिल करने का फैसला किया है। यूपी से राज्यसभा की 11 सीटों के लिए नामांकन प्रक्रिया मंगलवार से शुरू हो गई थी। राज्य विधानसभा में ताकत के अनुसार सत्तारूढ़ भाजपा 7 उम्मीदवारों को आसानी से भेज सकती है जबकि सपा 3 उम्मीदवारों को राज्यसभा में भेज सकती है।
उत्तर प्रदेश विधानसभा में समाजवादी पार्टी गठबंधन के 125 जबकि भारतीय जनता पार्टी और उसके सहयोगियों के 273 सदस्य हैं। इन दोनों पार्टियों के पास 11वें उम्मीदवारों के लिए 14 अतिरिक्त वोट होंगे। भाजपा अपने 14 अतिरिक्त वोटों के आधार पर आठवें उम्मीदवार को उतारने की योजना बना रही है। यूपी से आरएस चुनावों में जीत सुनिश्चित करने के लिए 37 मतदाताओं की आवश्यकता है।