अमरनाथ यात्रा पर बड़ा खतरा ! पत्थरबाज और हाईब्रिड आतंकियों का दक्षिणी कश्मीर की ओर कूच
By सुरेश एस डुग्गर | Published: June 3, 2022 06:30 PM2022-06-03T18:30:19+5:302022-06-03T18:30:44+5:30
केंद्रीय सुरक्षाबलों की 500 से ज्यादा कंपनियां अमरनाथ यात्रा की सुरक्षा की खातिर देना मान लिया है, सेना भी अपने करीब 50 हजार जवानों को बाहरी सुरक्षा घेरे के लिए लिए देने को तैयार हो गई है।
जम्मू: ताबड़तोड़ टारगेट किलिंग के मामलों के बाद कश्मीर में सबसे बड़ी चिंता का विषय अमरनाथ यात्रा बन गई है। इस महीने की 30 तारीख को आरंभ होने जा रही इस यात्रा की सकुशलता प्रशासन और सेना के लिए अहम सवाल इसलिए बन गया है क्योंकि खुफिया रपटें कहती हैं कि हाईब्रिड आतंकी और पत्थरबाज दक्षिण कश्मीर की ओर कूच कर चुके हैं।
हालांकि केंद्र सरकार ने अब केंद्रीय सुरक्षाबलों की 500 से ज्यादा कंपनियां अमरनाथ यात्रा की सुरक्षा की खातिर देना मान लिया है, सेना भी अपने करीब 50 हजार जवानों को बाहरी सुरक्षा घेरे के लिए लिए देने को तैयार हो गई है। जबकि पुलिस भी अपने 30 हजार से अधिक प्रशिक्षु जवान व अफसरों को सुरक्षा के लिए तैनात करने की तैयारियों में जुट गई है।
हालांकि इन सबके बावजूद सुरक्षाधिकारी अमरनाथ यात्रा की सुरक्षा को लेकर आश्वस्त इसलिए नजर नहीं आते थे क्योंकि हाइब्रिड आतंकियों के सहारे पाकिस्तान परस्त आतंकी कहीं भी मार करने की क्षमता में बढ़ोतरी कर चुके थे। गुरुवार को राजस्थान निवासी बैंक मैनेजर की हत्या में भी ऐसे ही एक हाइब्रिड आतंकी की संलिप्तता पाए जाने के बाद सुरक्षाबलों के लिए हाइब्रिड आतंकी चुनौती बनने लगे हैं।
अगर अधिकारियों पर विश्वास करें तो पाकिस्तान इस बार हाइब्रिड आतंकियों के साथ ही पत्थरबाजों के सहारे अमरनाथ यात्रा में कुछ बड़ा करने की योजनाओं को मूर्त रूप दे सकता है। केंद्रीय गृह मंत्रालय में हुई बैठकों के दौर के बाद आतंकियों को अमरनाथ श्रद्धालुओं से परे रखने की खातिर दक्षिण कश्मीर के जिलों में स्थानीय निवासियों की आवाजाही पर रोक लगाने के अतिरिक्त संदिग्ध पत्थरबाजों को जेलों में ठूंस देने के निर्देश भी दिए गए हैं।