बालाकोट में एलओसी पर पाक गोलाबारी में जवान शहीद, मच्छेल में घुसपैठ नाकाम बनाई, हथियार बरामद
By सुरेश एस डुग्गर | Published: August 1, 2020 04:19 PM2020-08-01T16:19:14+5:302020-08-01T16:19:14+5:30
शहीद जवान की पहचान 14 पंजाब रेजीमेंट के रोशन कुमार के रूप में की गई है। भारतीय जवानों ने भी जवाबी कार्रवाई में दो पाकिस्तानी चौकियों को तबाह कर दिया है। इसमें चार से पांच पाकिस्तानी सैनिकों के मारे जाने की आशंका जताई जा रही है।
जम्मूः बालाकोट में एलओसी पर पाक गोलाबारी में हिमाचल के रहने वाले एक जवान की मौत हो गई। जवाबी कार्रवाई में पाक सेना के कई जवान मार दिए गए। मच्छेल में भी घुसपैठ का प्रयास हुआ और भागने वाले आतंकियों के हथियार बरामद कर लिए गए।
शहीद जवान की पहचान 14 पंजाब रेजीमेंट के रोशन कुमार के रूप में की गई है। भारतीय जवानों ने भी जवाबी कार्रवाई में दो पाकिस्तानी चौकियों को तबाह कर दिया है। इसमें चार से पांच पाकिस्तानी सैनिकों के मारे जाने की आशंका जताई जा रही है। सैन्य सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार गत शुक्रवार-शनिवार की मध्यरात्रि में पाक सेना ने पुंछ में एलओसी से सटे तरकुंडी और बालाकोट इलाके में एलओसी पर संघर्ष विराम का उल्लंघन किया।
पाकिस्तान द्वारा बालाकोट सेक्टर में दागे गए मोर्टार की चपेट में आने से सेना का एक सिपाही रोहिन कुमार गंभीर रूप से घायल हो गया। साथी जवानों ने उसे तुरंत सैन्य अस्पताल पहुंचा परंतु इलाज के दौरान उसने दम तोड़ दिया। शहीद जवान हिमाचाल प्रदेश का रहने वाला बताया जा रहा है। सेना के प्रवक्ता लेफ्टिनेंट कर्नल देवेंद्र आनंद ने जवान के शहीद होने की पुष्टि की है।
भारतीय जवानों ने भी पाकिस्तानी की इस गोलाबारी का मुंहतोड़ जवाब दिया। जवाब में की गई गोलाबारी में दो पाकिस्तानी चौकियों को तबाह कर दिया गया जबकि उसमें बैठे चार से पांच पाकिस्तानी सैनिक भी मारे गए हैं। इस बीच कुपवाड़ा में एलओसी से सटे मच्छेल सेक्टर में जवानों ने आतंकियों की घुसपैठ को नाकाम बनाते हुए भारी मात्रा में हथियार व गोला बारूद बरामद किए हैं। हालांकि आतंकियों की मौजूदगी की आशंका के चलते जवानों ने क्षेत्र में तलाशी अभियान चलाया हुआ है। यह सर्च आप्रेशन तड़के तीन बजे शुरू किया गया था।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार कुपवाड़ा के मच्छेल सेक्टर में कुछ संदिग्ध देखे जाने के बाद तड़के 3 बजे भारतीय जवानों ने सीमा से 600 मीटर भीतरी इलाके में कुछ संदिग्धों को देखा। कुछ देर मुठभेड़ भी हुई परंतु अंधेरे का फायदा उठाते हुए आतंकवादी वहां से बच निकले।