जमीयत का सरकार पर बड़ा आरोप, कहा- सरकार के संरक्षण में बहुसंख्यक समुदाय के दिमाग में जहर घोला जा रहा
By भाषा | Published: May 28, 2022 02:36 PM2022-05-28T14:36:10+5:302022-05-28T14:41:44+5:30
जमीयत-उलेमा-ए-हिंद की प्रबंधक समिति की बैठक में एक प्रस्ताव पारित किया गया जिसमें केंद्र सरकार से उन तत्वों पर और ऐसी गतिविधियों पर तुरंत रोक लगाने का आग्रह किया गया है जो इस्लाम तथा मुसलमानों के प्रति कटुता फैलाती हैं।

जमीयत का सरकार पर बड़ा आरोप, कहा- सरकार के संरक्षण में बहुसंख्यक समुदाय के दिमाग में जहर घोला जा रहा
देवबंद (उत्तर प्रदेश): देश के प्रमुख मुस्लिम संगठन जमीयत-उलेमा-ए-हिंदी ने कथित तौर पर मुल्क में बढ़ती साम्प्रदायिकता पर चिंता व्यक्त की और कहा कि सभाओं में अल्पसख्यकों के खिलाफ कटुता फैलाने वाली बातें की जा रही हैं लेकिन सरकार ने इस ओर आंखें मूंदी हुई हैं।
मुस्लिम संगठन ने यह भी आरोप लगाया कि देश के बहुसंख्यक समुदाय के दिमाग में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नीत सरकार के ‘‘संरक्षण में ज़हर घोला जा रहा है’’। जमीयत ने दावा किया कि "छद्म राष्ट्रवाद" के नाम पर राष्ट्र की एकता को तोड़ा जा रहा है, जो ना सिर्फ मुसलमानों के लिए बल्कि पूरे देश के लिए बेहद ख़़तरनाक है।
उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जिले के देवबंद में जमीयत-उलेमा-ए-हिंद की मज्लिसे मुंतज़िमा (प्रबंधक समिति) की बैठक में एक प्रस्ताव पारित किया गया जिसमें "केंद्र सरकार से उन तत्वों पर और ऐसी गतिविधियों पर तुरंत रोक लगाने" का आग्रह किया गया है जो लोकतंत्र, न्यायप्रियता और नागरिकों के बीच समानता के सिद्धांतों के खि़लाफ़ हैं और इस्लाम तथा मुसलमानों के प्रति कटुता फैलाती हैं।
वहीं, जमीयत-उलेमा-ए-हिंद के प्रमुख मौलाना महमूद मदनी ने देश में ‘‘नफरत’’ फैलाने वालों को देश का दुश्मन और गद्दार बताया साथ ही नफरत को मोहब्बत से ख़त्म करने का लोगों को पैगाम दिया।
मदनी ने देश में हाल में हुई कुछ साम्प्रदायिक घटनाओं का परोक्ष रूप से हवाला देते हुए कहा, ‘‘देश में बहुमत उन लोगों का नहीं है जो नफरत के पुजारी हैं और अगर हम उनके उकसावे में आकर उसी लहजे में जवाब देंगे तो वे अपने मकसद में कामयाब हो जाएंगे।’’
उन्होंने कहा, ‘‘देश में नफरत की दुकान चलाने वाले मुल्क के दुश्मन हैं, गद्दार हैं। ’’ उन्होंने कहा कि नफरत का जवाब कभी भी नफरत से नहीं दिया जाता बल्कि मोहब्बत से दिया जाता।