जामिया की प्रोफेसर डॉ नबीला की कोरोना से हुई मौत, पिता ने कहा-समय पर इलाज मिल जाता तो बच जाती मेरी बेटी
By दीप्ती कुमारी | Published: May 20, 2021 10:56 AM2021-05-20T10:56:45+5:302021-05-20T10:56:45+5:30
जामिया मिलिया विश्वविद्यालय की प्रोफेसर डॉक्टर नबीला सादिक की सोमवार को कोरोना से मौत हो गई है ।
दिल्ली : देश में कोरोना महामारी की दूसरी लहर जानलेवा साबित हो रही है । हालांकि देश में कोरोना के मामलों की संख्या कम हुई है लेकिन मौतों का आकड़ा कम नहीं हो रहा है। लोग अस्पताल में बेड, ऑक्सीजन और दवाईयों के लिए भटक रहे हैं ।
दिल्ली के जामिया मिलिया विश्वविद्यालय की प्रोफेसर डॉक्टर नबीला सादिक की सोमवार को कोरोना से मौत हो गई है । वह जामिया विश्वविद्यालय में जनरल स्टडीज की प्रोफेसर थी । 10 दिनों के भीतर ही प्रोफेसर और उनकी मां दोनों का निधन हो गया । प्रोफेसर 13 दिन अस्पताल एडमिट रही । डॉ नबीला ने खुद ट्वीट कर अपने लिए बेड मुहैया कराने की गुहार लगाई थी ।
जेएनयू के प्रोफेसर 86 वर्षीय सादिक अपनी पत्नी और जवान बेटी की मौत के बाद पूरी तरह टूट चुके हैं । एनडीटीवी की रिपोर्ट के अनुसार सादिक ने बताया कि पहले 7 मई को उनकी पत्नी नुजहत की मौत हुई और 2 दिन पहले बेटी की । डॉक्टर मोहम्मद सादिक अहमद कहते हैं कि पत्नी की मौत के बाद सोचा की बेटी नबीला के सहारे जीवन काट लूंगा लेकिन अब बस उसकी भी बस यादें हैं।
Any icu bed leads? For myself.
— Mermaid (@SugarsNSpice) May 4, 2021
Got it.
— Mermaid (@SugarsNSpice) May 4, 2021
अस्पताल में बेड पाने की जद्दोजहद
मोहम्मद सादिक ने बताया कि तीन अस्पतालों ने नबीला को भर्ती लेने से मना कर दिया , बोले बेड नहीं है । फिर कालिंदी में बेड मिला । अगर उन्हें सही समय पर इलाज मिला होता तो वह बच जाती ।
नबीला के साथी प्रोफेसर बताते हैं कि उन्हें कई अस्पतालों में भर्ती कराया गया लेकिन बड़ी मुश्किल से फरीदाबाद के प्राइवेट अस्पताल में वेंटिलेटर मिला । जामिया के प्रोफेसर डॉक्टर इरफान कुरैशी कहते हैं कि हम नबीला को पहले कालिंदी ले गए, फिर अल शिफा में रखा फिर बोले दूसरे अस्पताल ले जाओ ।
छात्रों को अपनी प्रोफेसर को खोने का बहुत बड़ा सदमा पहुंचा है । नबीला के एक स्टूडेंट वकार ने कहा कि हमें लगता है कि हमारी मां गई है , उनकी सब्जेक्ट पर बहुत अच्छी पकड़ थी।