जयराम रमेश ने उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ की टिप्पणी पर कहा, "वो किसी सत्ताधारी दल के चीयरलीडर नहीं हैं"

By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: March 10, 2023 03:32 PM2023-03-10T15:32:40+5:302023-03-10T15:41:16+5:30

कांग्रेस ने उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ द्वारा कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर की गई परोक्ष टिप्पणी को गंभीरता से लेते हुए बेहद अमर्यादित और अपमानजनक प्रतिक्रिया दी और कहा कि वो संवैधानिक पद की गरिमा को बरकरार रखें क्योंकि वो किसी सत्ताधारी के लिए चीयरलीडर नहीं हो सकते हैं।

Jairam Ramesh surrounded Vice President Jagdeep Dhankhar's comment on Rahul Gandhi, said- "He is not a cheerleader for any ruling party" | जयराम रमेश ने उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ की टिप्पणी पर कहा, "वो किसी सत्ताधारी दल के चीयरलीडर नहीं हैं"

फाइल फोटो

Highlightsकांग्रेस ने उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ द्वारा राहुल गांधी पर की गई टिप्पणी के खिलाफ खोला मोर्चाकांग्रेस ने कहा कि उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ किसी सत्ताधारी के लिए चीयरलीडर नहीं हो सकते हैंउपराष्ट्रपति धनखड़ ने कहा था कि राहुल गांधी देश की लोकतांत्रिक मूल्यों को गिराने का काम रहे हैं

दिल्ली: उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ द्वारा कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर की गई परोक्ष टिप्पणी को कांग्रेस ने बेहद गंभीरता से लेते हुए उनके खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। कांग्रेस का आरोप है कि उपराष्ट्रपति अपने संवैधानिक मर्यादा से इतर जाकर सरकार का बचाव कर रहे हैं और राहुल गांधी पर गलत आरोप लगा रहे हैं।

कांग्रेस ने उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ पर बेहद अमर्यादित और अपमानजनक टिप्पणी करते हुए कहा है कि वो संवैधानिक पद की गरिमा को बरकरार रखें क्योंकि "किसी सत्ताधारी के लिए चीयरलीडर" नहीं हो सकते हैं।

दरअसल कांग्रेस ने उपराष्ट्रपति धनखड़ पर यह टिप्पणी गुरुवार की देर रात में की, जब उपराष्ट्रपति धनखड़ ने अपने आवास पर वरिष्ठ राजनेता डॉक्टर कर्ण सिंह की किताब का विमोचन करने के बाद दिये भाषण में राहुल गांधी द्वारा बीते सोमवार को लंदन में हाउस ऑफ पार्लियामेंट में दिये उस बयान की तीखी निंदा की, जिसमें राहुल गांधी ने कहा था कि भारतीय संसद में विपक्षी नेताओं के माइक्रोफोन बंद कर दिए जाते हैं।

राहुल गांधी ने कहा था कि देश की संसद में विपक्षी सांसदों को कई गंभीर मुद्दे को उठाने के अवसर से वंचित कर दिया जाता है और उनके माइक को बंद कर दिया जाता है। उपराष्ट्रपति धनखड़ कर्ण सिंह की मुंडक उपनिषद पर आधारित पुस्तक का विमोचन करते हुए कहा कि भारत का लोकतंत्र दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र है।

उपराष्ट्रपति ने यह भी कहा कि यह कितना अजीब, कितना दुखद है कि दुनिया हमारी ऐतिहासिक उपलब्धियों और जीवंत लोकतंत्र को स्वीकार कर रही है। वहीं हममें से कुछ, जिनमें सांसद भी शामिल हैं। वो देश की लोकतांत्रिक मूल्यों को गिराने का काम रहे हैं। इसके साथ ही उन्होंने कहा, "अगर मैं भारत के बाहर किसी सांसद के इस दुस्साहस पर अगर मैं शांत रहता हूं तो मैं गलत उदाहरण बनूंगा। संसद में माइक बंद कर देने वाले बयान को मैं कैसे सही ठहरा सकता हूं?"

उपराष्ट्रपति धनखड़ की इन्हीं टिप्पणियों पर पलटवार करते हुए कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा उपराष्ट्रपति सरकार के चीयरलीडर नहीं हो सकते। इस संबंध में बयान जारी करते हुए कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा, "उपराष्ट्रपति, जो राज्यसभा के सभापति भी हैं। वो हम सभी के लिए संसद में किसी अंपायर, रेफरी, मित्र हैं, लेकिन वो सरकार के चीयरलीडर नहीं हो सकते हैं।

जयराम रमेश ने कहा, "इतिहास नेताओं को उस उत्साह से नहीं मापता है, जो अपनी पार्टी का बचाव करते हैं। उन्हें तब गरिमा के साथ याद किया जाएगा, जब वो लोगों की सेवा में अपनी भूमिका निभाईएंगे।"

वहीं पार्टी के एक अन्य महासचिव केसी वेणुगोपाल ने भी लंदन में राहुल गांधी के दिये भाषण कहा, "विपक्षी सांसदों के माइक नियमित रूप से बंद किये जाते हैं और पिछले सत्र में जब लोकसभा अध्यक्ष ने अडानी घोटाले पर राहुल गांधी के आरोपों को खारिज कर दिया था तो संसद की निष्पक्ष कार्यवाही एक नए निचले स्तर पर पहुंच गई थी।"

वेणुगोपाल ने कहा, "सार्वजनिक दायरे में आने वाली किसी बात को नकारने के बजाय उपराष्ट्रपति को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि विपक्ष को संसद में सार्वजनिक महत्व के मुद्दों को उठाने के लिए पर्याप्त जगह दी जाए, चाहे उस मुद्दे से मोदी सरकार कितनी भी असहज क्यों न हो।"

वहीं जयराम रमेश ने  उपराष्ट्रपति धनखड़ पर तीखा व्यंग्य करते हुए कहा कहा कि कुछ कार्यालय ऐसे हैं, जिनके लिए हमें अपने पूर्वाग्रहों, अपनी पार्टी की निष्ठाओं को छोड़ना पड़ता है और उपराष्ट्रपति का कार्यालय भी उनमें से ही एक ऐसा कार्यालय है।

उन्होंने कहा, "राहुल गांधी पर उपराष्ट्रपति का बयान इसलिए आश्चर्यजनक है क्योंकि वो उसके बहाने एक ऐसी सरकार के बचाव में उतरे है। जिससे उन्हें संवैधानिक रूप से एक हाथ की दूरी बनाकर रहना चाहिए था।"

इसके साथ ही जयराम रमेश ने राहुल गांधी के भाषण का बचाव करते हुए कहा कि उन्होंने विदेश में ऐसा कुछ नहीं कहा है, जो उन्होंने भारत में नहीं कहा है। वे तथ्यों को आधार में रखते हैं, इसलिए अपना रुख नहीं बदलते हैं। राहुल गांधी का बयान तथ्यात्मक रूप से जमीनी वास्तविकता को दर्शाते हैं।"

Web Title: Jairam Ramesh surrounded Vice President Jagdeep Dhankhar's comment on Rahul Gandhi, said- "He is not a cheerleader for any ruling party"

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