Hijab Issue: हिजाब केस में प्रज्ञा ठाकुर की हुई एंट्री, बोलीं मदरसों में पहनें, स्कूल-कॉलेज में नहीं, बाहर नहीं करेंगे बर्दाश्त; जानें पूरा मामला
By आजाद खान | Published: February 17, 2022 06:54 AM2022-02-17T06:54:03+5:302022-02-17T12:19:55+5:30
भाजपा सांसद प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने कहा कि हिंदू महिलाओं की पूजा करते है। वे मुस्लिम महिलाओं को बुरी नजर से नहीं देखते हैं।
भोपाल: कर्नाटक में शैक्षणिक संस्थानों में हिजाब पहनने को लेकर जारी विवाद के बीच भाजपा सांसद प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने बुधवार को कहा कि यदि मदरसों के अलावा अन्य शिक्षण संस्थानों में हिजाब पहना जाता है, तो उसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। भोपाल से लोकसभा सांसद ठाकुर ने यह भी कहा कि हिंदू, महिलाओं की पूजा करते हैं और उन्हें बुरी नजर से नहीं देखते। ठाकुर यहां बरखेड़ा पठानी क्षेत्र में एक मंदिर में आयोजित समारोह में बोल रही थीं। आपको बता दें कि पिछले कुछ दिनों से कर्नाटक में हिजाब को लेकर विवाद छिड़ा हुआ है। इस बीच नेताओं का बयान भी इसको लेकर सामने आ रहा है।
क्या कहा प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने
इस मामले में प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने न केवल हिजाब के बारे में बोल, बल्कि उन्होंने खेजाब पर भी बयान दिया है। उन्होंने कहा, ‘‘आपके पास मदरसे हैं। यदि आप वहां (मदरसों में) हिजाब पहनते हैं या खिजाब (बालों का रंग) लगाते हैं तो हमें कोई लेना-देना नहीं है। आप वहां की आवश्यक पोशाक पहनते हैं और उनके अनुशासन का पालन करते हैं लेकिन अगर आप देश में स्कूलों और कॉलेज के अनुशासन को तोड़ते हैं और हिजाब पहनना और खिजाब लगाना शुरू करते हैं तो इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।’’
स्कूल के अनुशासन को करना चाहिए पालन-प्रज्ञा सिंह ठाकुर
प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने कहा कि ‘गुरुकुल’ (पारंपरिक हिंदू शिक्षण संस्थान) के शिष्य भगवा पोशाक पहनते हैं लेकिन जब ऐसे छात्र दूसरे स्कूलों में जाते हैं तो वे स्कूल की वर्दी पहनते हैं और शिक्षण संस्थानों के अनुशासन का पालन करते हैं। ठाकुर ने कहा कि सफेद बालों को छिपाने के लिए खिजाब का इस्तेमाल किया जाता है लेकिन हिजाब का इस्तेमाल चेहरे को ढकने के लिए किया जाता है।
हिंदू महिलाओं की करते हैं पूजा-प्रज्ञा सिंह ठाकुर
मामले में भाजपा सांसद ने आगे कहा, ‘‘हिजाब पर्दा है। पर्दा उन लोगों के खिलाफ होना चाहिए, जो आपको बुरी नजर से देखते हैं लेकिन यह तय है कि हिंदू उन्हें बुरी नजर से नहीं देखते क्योंकि वे महिलाओं की पूजा करते हैं।’’