कोविशील्ड से नहीं, बल्कि टीका प्रमाणन के साथ है मुद्दा: ब्रिटिश अधिकारी
By भाषा | Published: September 22, 2021 07:15 PM2021-09-22T19:15:55+5:302021-09-22T19:15:55+5:30
नयी दिल्ली , 22 सितंबर ब्रिटिश अधिकारियों ने कहा है कि भले ही कोविशील्ड को यात्रा संबंधी ब्रिटिश दिशानिर्देशों में मंजूरी दे दी गयी है लेकिन उसकी दो खुराक ले चुके भारतीय यात्रियों को ब्रिटेन में अब भी दस दिनों के लिए पृथक-वास में रहना होगा।
उन्होंने कहा कि मुख्य मुद्दा टीका प्रमाणन का है न कि कोविशील्ड टीके का तथा भारत एवं ब्रिटेन इस मुद्दे का परस्पर हल ढूंढने के लिए संवाद कर रहे हैं।
ब्रिटिश सरकार द्वारा जारी किये गये हालिया दिशानिर्देश, जो चार अक्टूबर से प्रभाव में आएंगे, का जिक्र करते हुए अधिकारियों ने बुधवार को कहा कि लंदन को कोविशील्ड से कोई दिक्कत नहीं है लेकिन भारत में टीका प्रमाणन से जुड़े कुछ मुद्दे हैं।
उन्होंने कहा कि ब्रिटेन भारत सरकार के साथ इस विषय पर वार्ता कर रहा है कि भारत में जनस्वास्थ्य निकाय के टीकाकरण से गुजरे लोगों के लिए टीका प्रमाणनन की अपनी मंजूरी का वह कैसे विस्तार करे।
नये दिशानिर्देशों का हवाला देते हुए अधिकारियों ने कहा कि ब्रिटेन जाने वाले भारतीय यात्रियों को प्रशासन द्वारा तय ‘गैर टीकाकृत नियमों’’ का पालन करना ही चाहिए।
भारत ने कोविड-19 टीका प्रमाणन पर उसकी चिंताओं का ब्रिटेन द्वारा समाधान नहीं किये जाने की स्थिति में मंगलवार को जवाबी कार्रवाई की चेतावनी दी थी। विदेश सचिव हर्षवर्द्धन श्रृंगला ने इन नियमों को ‘भेदभावकारी’ बताया था।
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने मंगलवार को न्यूयार्क में ब्रिटेन की नवनियुक्त विदेश मंत्री एलिजाबेथ ट्रूस के सामने कोविडशील्ड टीका लगवा चुके यात्रियों को पृथक-वास में भेजने का मुद्दा उठाया था।
बुधवार को ब्रिटिश सरकार ने ऑक्सफोर्ड/आस्ट्राजेनेका कोविड-19 टीके, भारत निर्मित कोविशील्ड को अद्यतन अंतरराष्ट्रीय यात्रा परामर्श में जोड़ा।
ब्रिटिश उच्चायोग के प्रवक्ता ने कहा, ‘‘ ब्रिटेन , जितना जल्दी व्यावहारिक हो, अंतरराष्ट्रीय यात्रा को खोलने के लिए कटिबद्ध है और यह घोषणा लोगों के सुरक्षित एवं सही तरीके से और मुक्त होकर फिर यात्रा कर पाने की दिशा में एककदम है। साथ ही , जनस्वास्थ्य की रक्षा का भी ध्यान रखना जरूरी है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘ हम भारत सरकार के साथ संवाद कर रहे हैं कि भारत में टीकाकरण से गुजरे लोगों के लिए टीका प्रमाणनन की अपनी मंजूरी का हम कैसे विस्तार करें।
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