करुणानिधि की लाइफ पर बनी फिल्म से ऐश्वर्या रॉय ने किया था डेब्यू, 'जयललिता' के रोल में आई थीं नजर
By पल्लवी कुमारी | Published: August 8, 2018 06:14 PM2018-08-08T18:14:26+5:302018-08-08T18:14:26+5:30
ये फिल्म एम करुणानिधी और एमजी रामचंद्रन( MGR) की जिंदगी से प्रेरित थी। फिल्म में जयललिता का भी एंगल दिखाया गया था। ऐश्वर्या राय बच्चन ने फिल्म में जयललिता का ही किरदार निभाया था।
चेन्नई, 8 अगस्त: 1997 में निर्देशक मणिरत्नम की एक फिल्म आई थी। फिल्म का नाम था- इरुवर। इस फिल्म से 1994 में मिस वर्ल्ड का खिताब जीतने के बाद ऐश्वर्या राय बच्चन ने अपने फिल्मी करियर की शुरुआत की थी। इस फिल्म से राजनीति के पुरोधा एम करुणानिधी का खास कनेक्शन था।
ये फिल्म एम करुणानिधी और एमजी रामचंद्रन( MGR) की जिंदगी से प्रेरित थी। फिल्म में जयललिता का भी एंगल दिखाया गया था। ऐश्वर्या राय बच्चन ने फिल्म में जयललिता का ही किरदार निभाया था। हालांकि, जयललिता और करुणानिधि ने कभी इस बात को नहीं माना। फिल्म में एक्टर मोहनलाल ने MGR का रोल निभाया था वहीं, प्रकाश राज ने 'सिंघम' फेम विलेन प्रकाश राज का रोल करुणानिधि से प्रेरित था।
हालांकि मणिरत्नम की फिल्म इरुवर की शुरुआत के साथ जो डिस्क्लेमर आता है, उसमें लिखा होता है- “Iddhu Unmai Kadai Illaye”, जिसका मतलब है- ये एक सच्ची कहानी नहीं है। इतना तो साफ था कि ये सच्ची कहानी पर तो नहीं बनी थी लेकिन यह स्पष्ट था कि यह इन ऐतिहासिक पात्रों के जीवन को प्रतिबिंबित करता है।
फिल्म में ऐश्वर्या डबल रोल में दिखीं थी। फिल्म के लिए उन्हें काफी तारीफें भी मिली। पहली ही फिल्म में ऐसा पावरफुल किरदार और अपने से 14 साल बड़े एक्टर के साथ रोमांस करना बहुत बड़ी बात थी। हालांकि, फिल्म में MGR का रोल कर रहे मोहनलाल का किरदार अहम था। लेकिन एक्टिंग के लिए प्रकाश राज को बेस्ट सपोर्टिंग एक्टर का नेशनल अवॉर्ड मिला था। इस फिल्म के लिए संतोष सिवान को बेस्ट सिनेमेटोग्राफी का नेशनल अवॉर्ड दिया गया था।
तमिलनाडु के पूर्व मुख्यमंत्री रहे करुणानिधि 50 सालों तक राज्य की प्रमुख पार्टी डीएमके के सर्वेसर्वा रहे। करुणानिधि का जन्म 3 जून 1924 को एक साधारण परिवार में हुआ था। करुणानिधि 1957 में पहली बार चुनाव जीत कर तमिलनाडु विधान सभा में पहुंचे। 1969 में वह पहली बार राज्य के मुख्यमंत्री बने। करुणानिधि करीब पांच दशकों से लंबे राजनीतिक करियर में पांच बार तमिलनाडु के मुख्यमंत्री बने। करुणानिधि छात्र जीवन से ही राजनीति से जुड़ गए थे और द्रविड़ सम्मान आंदोलन में और हिंदी विरोधी आंदोलन में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। राजनीतिक को पूर्णकालिक करियर बनाने से पहले करुणानिधि तमिल सिनेमा के प्रमुख हस्ती बन चुके थे। उनके लिखे नाटकों, लेखों और फिल्मों ने उन्हें तमिल भाषी समाज में बेहद लोकप्रिय बना दिया था। उनके समर्थक उन्हें कलाइग्नर( कला का विद्वान) कहते थे। राजनीति के इस पुरोधा ने 7 अगस्त 2018 चेन्नई के कावेरी अस्पताल में आखिरी सांस ली।
देश-दुनिया की ताज़ा खबरों के लिए यहाँ क्लिक करे. यूट्यूब चैनल यहाँ सब्सक्राइब करें और देखें हमारा एक्सक्लूसिव वीडियो कंटेंट।