आज (8 मार्च) पूरी दुनिया अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस मना रहा है। चारों तरफ महिलाओं को लेकर जगह-जगह कार्यक्रम किए जा रहे हैं। लोग महिलाओं की हक की बातें हो रही है। हर साल 8 मार्च को महिला दिवस मनाया जाता है। दरअसल पहली बार वर्ष 1909 में अन्तरराष्ट्रीय महिला दिवस मनाया गया था। लेकिन इसे मनाने के पीछे एक खास मकसद रहा। दरअसल साल 1908 में अमेरिका के न्यूयॉर्क शहर की कुल 15 हजार महिलाओं ने वोटिंग करने की अपनी मांग के चलते एक मोर्चा निकाला।
वे चाहती थीं कि जिस तरह से पुरुषों को अपने देश की सर्कार चुनने के लिए हक मुहैया है ठीक इसी प्रकार उन्हें भी यह हक दिया जाए। यह मोर्चा सफल रहा और ठीक एक साल बाद जब अमेरिका में सोशलिस्ट सरकार बनी तो उन्होंने वर्ष 1909 में 28 फरवरी का एक दिन महिलाओं को समप्रित करते हुए 'महिला दिवस' के रूप में मनाया।
इस खास मौके पर अपने घर की महिलाओं और दोस्तों को विश करना चहाते हैं या सोशल मीडिया पर स्टेटस लगाना चाहते हैं तो यहां आप के लिए कुछ कोट्स व मैसेज दिए गए हैं।
दिन की रोशनी ख्वाबों को बनाने मे गुजर गई,रात की नींद बच्चे को सुलाने मे गुजर गई,जिस घर मे मेरे नाम की तखती भी नहीं,सारी उम्र उस घर को सजाने मे गुजर गई।
नारी दिवस बस एक दिवसक्यों नारी के नाम मनाना हैहर दिन हर पल नारी उत्तममानो , यह नया जमाना है
जिसने बस त्याग ही त्याग किएजो बस दूसरों के लिए जिएफिर क्यों उसको धिक्कार दोउसे जीने का अधिकार दो
क्यों त्याग करे नारी केवलक्यों नर दिखलाए झूठा बलनारी जो जिद्द पर आ जाएअबला से चण्डी बन जाएउस पर न करो कोई अत्याचारतो सुखी रहेगा घर-परिवार
मुस्कुराकर, दर्द भूलकररिश्तों में बंद थी दुनिया सारीहर पग को रोशन करने वालीवो शक्ति है एक नारी
नारी सीता नारी कालीनारी ही प्रेम करने वालीनारी कोमल नारी कठोरनारी बिन नर का कहां छोर
नारी ही शक्ति है नर कीनारी ही है शोभा घर कीजो उसे उचित सम्मान मिलेघर में खुशियों के फूल खिलेंमहिला दिवस की हार्दिक बधाई
आंचल में ममता लिए हुएनैनों से आंसु पिए हुएसौंप दे जो पूरा जीवनफिर क्यों आहत हो उसका मन
नर सम अधिकारिणी है नारीवो भी जीने की अधिकारीकुछ उसके भी अपने सपनेक्यों रौंदें उन्हें उसके अपने
वह जन्म देने तुम, वह तुम्हें दे प्यार करता हूँ,वह मुस्कन को सिखाता है तुम, के लिए मील तक पहुँचने कि,इसकी हर एक के पीछे औरत,सुंदरता का पर्याय, इसका उसे दिन