राहुल गांधी और रॉबर्ट वाड्रा की अपरिपक्वता का खामियाजा देश भुगत रहा?, कांग्रेस ने दिग्विजय सिंह के छोटे भाई लक्ष्मण सिंह को निकाला
By मुकेश मिश्रा | Updated: June 11, 2025 14:16 IST2025-06-11T14:15:17+5:302025-06-11T14:16:33+5:30
लक्ष्मण सिंह ने हाल के दिनों में कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी के पति रॉबर्ट वाड्रा को लेकर आलोचनात्मक टिप्पणी की थी।

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इंदौरः कांग्रेस ने पार्टी विरोधी गतिविधियों के कारण मध्य प्रदेश विधानसभा के पूर्व सदस्य लक्ष्मण सिंह को छह साल की अवधि के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया है। वह कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह के भाई हैं। पार्टी की अनुशासनात्मक कार्रवाई समिति के सदस्य सचिव तारिक अनवर की ओर से बुधवार को जारी विज्ञप्ति में यह जानकारी दी गई। विज्ञप्ति में कहा गया है, "कांग्रेस अध्यक्ष (मल्लिकार्जुन खड़गे) ने मध्य प्रदेश के पूर्व विधायक लक्ष्मण सिंह को उनकी पार्टी विरोधी गतिविधियों के कारण तत्काल प्रभाव से भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से छह साल की अवधि के लिए निष्कासित कर दिया है।"
लक्ष्मण सिंह ने हाल के दिनों में कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी के पति रॉबर्ट वाड्रा को लेकर आलोचनात्मक टिप्पणी की थी। खड़गे ने पूर्व सांसद और वरिष्ठ नेता लक्ष्मण सिंह को पार्टी विरोधी गतिविधियों के आरोप में छह साल के लिए कांग्रेस से निष्कासित कर दिया है। एआईसीसी ने मंगलवार देर शाम निष्कासन का पत्र जारी किया।
लक्ष्मण सिंह, पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के छोटे भाई हैं और लंबे समय से पार्टी की राजनीति में सक्रिय रहे हैं। पार्टी ने यह कार्रवाई लक्ष्मण सिंह के हालिया बयानों के बाद की है, जिसमें उन्होंने सार्वजनिक मंच से कांग्रेस नेतृत्व पर तीखे आरोप लगाए थे। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमले के बाद राघोगढ़ में आयोजित शोकसभा में लक्ष्मण सिंह ने राहुल गांधी और रॉबर्ट वाड्रा की भूमिका पर सवाल उठाते हुए कहा था कि 'राहुल गांधी और रॉबर्ट वाड्रा की अपरिपक्वता का खामियाजा देश भुगत रहा है।' उन्होंने रॉबर्ट वाड्रा के एक बयान को गैर-जिम्मेदाराना बताते हुए पार्टी नेतृत्व की आलोचना की थी।
साथ ही, जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला पर भी गंभीर आरोप लगाए थे और कांग्रेस को नेशनल कॉन्फ्रेंस से समर्थन वापस लेने की सलाह दी थी। इन बयानों को पार्टी ने अनुशासनहीनता और संगठन विरोधी गतिविधि मानते हुए, 9 मई को लक्ष्मण सिंह को कारण बताओ नोटिस जारी किया था।
जवाब संतोषजनक न मिलने पर अनुशासन समिति की सिफारिश पर एआईसीसी ने निष्कासन का आदेश जारी किया। पत्र में कहा गया है कि लक्ष्मण सिंह की टिप्पणियों ने पार्टी की छवि और मर्यादा को गंभीर नुकसान पहुंचाया है। लक्ष्मण सिंह के निष्कासन से मध्य प्रदेश कांग्रेस में हलचल मच गई है। पार्टी ने स्पष्ट किया है कि अनुशासनहीनता किसी भी स्तर पर बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
उधर, भाजपा ने इस मुद्दे पर कांग्रेस नेतृत्व की आलोचना की है, जबकि पार्टी के भीतर भी इस फैसले को लेकर चर्चाएं तेज हैं। लक्ष्मण सिंह पूर्व में भी कांग्रेस छोड़कर भाजपा में जा चुके हैं, लेकिन बाद में फिर कांग्रेस में लौट आए थे। इस बार पार्टी से उनका निष्कासन संगठन में अनुशासन लागू करने की दिशा में बड़ा कदम माना जा रहा है।