Deccan Queen 92Years Service: 1 जून 2022 को भारत की सबसे पहली और पुरानी डीलक्स ट्रेन डेक्कन क्वीन ने मनाया अपना 92वां जन्मदिन, अब से नए रूप में दिखेगी ट्रेन
By आजाद खान | Published: June 2, 2022 04:01 PM2022-06-02T16:01:36+5:302022-06-02T16:05:45+5:30
इस पर बोलते हुए सीआर के महाप्रबंधक अनिल कुमार लाहोटी ने कहा, "डेक्कन क्वीन सबसे प्रतिष्ठित रेलगाड़ियों में से एक है, जो पिछले 92 वर्षों से सफलतापूर्वक चल रही है। यह भारतीय रेलवे की एकमात्र ट्रेन है, जो ‘रेस्टोरेंट कार’ से लैस है।"
Deccan Queen 92 Years Service: भारत के दो शहरों के बीच चलने वाली 'डेक्कन क्वीन एक्सप्रेस' ने 1 जून 2022 को 92 साल की सेवा पूरी कर ली है। यह ट्रेन मुंबई से पुणे को जाती है। इसका नाम भी पुणे शहर के नाम पर रखा गया है। ऐसे में शहर पुणे को "दक्खन की रानी" के रूप में भी पहचाना जाता है। आपको बता दें कि जब यह ट्रेन पहली बार चालू हुई थी तब वह सात डिब्बे के साथ दो रेक के साथ चली थी। इस ट्रेन के सभी डब्बों को लाल रंग की ढलाई कर चांदी के साथ रॉयल नीले रंग से रंगा गया था। 'डेक्कन क्वीन एक्सप्रेस' के उस समय के कोचों को इंग्लैंड से मंगवाए जाते थे। वहीं इसका बॉडी जीआईपी रेलवे के माटुंगा वर्कशॉप में बनते थे।
22 जून से एलएचबी डिब्बों के साथ चलेगी 'डेक्कन क्वीन एक्सप्रेस'
आपको बता दें कि मध्य रेलवे ने बुधवार को घोषणा की है कि 92 साल पुरानी प्रतिष्ठित डेक्कन क्वीन को 22 जून से लिंक हॉफमैन बुश (एलएचबी) डिब्बों के साथ चलाया जाएगा। मध्य रेलवे (सीआर) के महाप्रबंधक अनिल कुमार लाहोटी ने यहां छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस (सीएसएमटी) में द्वितीय श्रेणी के एलएचबी कोच, एसी चेयर कार, विस्टा डोम कोच, डाइनिंग कार और ट्रेन के किचन का निरीक्षण किया है।
गौरतलब है कि डेक्कन क्वीन की सेवाएं एक जून 1930 को शुरू हुईं थी, जो मध्य रेलवे के ग्रेट इंडियन पेनिनसुला रेलवे (जीआईपीआर) के इतिहास में एक बड़ा मील का पत्थर है।
लगेगा नया मीटर
इस पर बोलते हुए अनिल कुमार लाहोटी ने कहा, "डेक्कन क्वीन सबसे प्रतिष्ठित रेलगाड़ियों में से एक है, जो पिछले 92 वर्षों से सफलतापूर्वक चल रही है। यह भारतीय रेलवे की एकमात्र ट्रेन है, जो ‘रेस्टोरेंट कार’ से लैस है।" उन्होंने बताया कि डेक्कन क्वीन को 22 जून से हॉफमैन बुश (एलएचबी) डिब्बों के साथ चलाया जाएगा।
इसके डिब्बे लाल-हरे रंग के होंगे। आपको बता दें कि अब से इसके कोच में डिजिटल मीटर भी लगेंगे जिससे आने वाले स्टेशन के नाम यात्रियों को बहुत ही आसानी से समझ में आ जाएगा। यही नहीं 22 जून के बाद से ट्रेन में और भी छोटे और बड़े बदलाव किए जाएंगे जो यात्रियों को एक नई यात्रा का अनुभव देगा।