‘निकम्मे या भ्रष्ट’ अधिकारियों की अब खैर नहीं! जुलाई 2021 से रेलवे ने हर 3 दिन में एक 'नॉन-परफॉर्मर' कर्मचारी को हटाया: रिपोर्ट
By आजाद खान | Published: November 24, 2022 03:42 PM2022-11-24T15:42:44+5:302022-11-24T15:51:33+5:30
वहीं इस पूरे मामले में बोलते हुए एक अधिकारी ने कहा, “(रेलवे) मंत्री (अश्विनी वैष्णव) ‘काम करो नहीं तो हटो’ के अपने संदेश के बारे में बहुत स्पष्ट हैं। हमने जुलाई 2021 से हर तीन दिन में रेलवे के एक भ्रष्ट अधिकारी को बाहर किया है।”
नई दिल्ली: रेलवे ने बीते 16 महीने में हर तीन दिन में एक “निकम्मे या भ्रष्ट अधिकारी” को बर्खास्त किया है। इसके अलावा 139 अधिकारियों पर स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति के लिए दबाव डाला जा रहा है जबकि 38 को हटा दिया गया है। सूत्रों ने इसकी जानकारी दी है।
‘काम करो नहीं तो हटो’ की पॉलिसी के तहत काम कर रही है रेलवे
सूत्रों ने बताया कि बुधवार को वरिष्ठ स्तर के दो अधिकारियों को हटाया गया है। उन्होंने कहा कि इनमें से एक को केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने हैदराबाद में पांच लाख रुपए की रिश्वत के साथ जबकि दूसरे को रांची में 3 लाख रुपए के साथ पकड़ा था।
इस पर बोलते हुए एक अधिकारी ने कहा, “(रेलवे) मंत्री (अश्विनी वैष्णव) ‘काम करो नहीं तो हटो’ के अपने संदेश के बारे में बहुत स्पष्ट हैं। हमने जुलाई 2021 से हर तीन दिन में रेलवे के एक भ्रष्ट अधिकारी को बाहर किया है।”
रेल मंत्री ने रेलवे के सुपरवाइजर ग्रेड कर्मचारियों को खुशखबरी दी है
एक तरफ रेलवे जहां “निकम्मे या भ्रष्ट अधिकारी” को बर्खास्त कर रहा है, वहीं वह काम करने वाले कर्मचारियों की समस्या सुन भी रहा है और उसका समाधान भी निकाल रहा है। दरअसल, रेलवे में सुपरवाइजर ग्रेड यानी ग्रेड सात के अंदर काम करने वाले 80 हजार कर्मचारियों के प्रोमोशन वाली समस्या सुनी और इसका समाधान बताई है।
आपको बता दें कि इन कर्मचारियों की यह समस्या थी कि इनका प्रोमोशन नहीं हो पाता था और इसमें अड़चन आ जाती थी। ऐसे में रेलवे ने इस समस्या का हल निकाल लिया है ऐसे में अब लेवल छह के कर्मचारी लेवल सात और आठ तक पहुंच सकेंगे। यही नहीं कुछ कर्मचारी लेवल नौ तक भी पहुंच सकते है।
भाषा इनपुट के साथ